अन्ना हजारे ने दिल्ली कांग्रेस के 13 फरवरी, 2022 के पत्र पर मुहर लगाया कि अरविन्द केजरीवाल को सत्ता के नशे चूर है, शराब नीति बनाकर दिल्ली को नशे की राजधानी बना दी – चौ. अनिल कुमार

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दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल द्वारा दिल्ली को नशे की राजधानी बनाने और नई शराब नीति को लागू करने में हुए भ्रष्टाचार को उजागर करने को लेकर दिनांक 13 फरवरी, 2022 को केजरीवाल के सियासी गुरु अन्ना हजारे को पत्र लिखकर राजधानी की बिगड़ती स्थिति के बारे में चर्चा की थी, जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए आज अन्ना हजारे ने अरविन्द केजरीवाल को पत्र लिखकर कहा है कि दिल्ली में शराब नीति लागू होने से मुझे दुख हुआ है, दिल्ली में शराब की दुकाने बंद कर दें। केजरीवाल भ्रष्टाचार के विरोध के आंदोलन में जो शपथ ली थी, उससे भटक रहे हो।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि भाजपा आम आदमी पार्टी को जो भ्रष्टाचार का ट्वीन टावर कह रही है, हम बता देना चाहते है कि शराब घोटाले, शिक्षा नीति, डीटीसी के भ्रष्टाचार की जांच की शिकायत हमने की थी। दिल्ली में AAP और BJP के दो भ्रष्टाचारी रुपी ट्वीन टॉवर एक दूसरे के समर्थन से खड़े है, देश और दिल्ली की जनता अब Aऔर B के भ्रष्टाचार को जान रही है जल्द ही भाजपा और आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचारी ट्वीन टावरों को ध्वस्त कर देगी।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस द्वारा लिखे हुए पत्र का प्रभाव है कि अन्ना हजारे ने अरविन्द केजरीवाल के मुख्यमंत्रीत्व की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाए हैं। जिन मूल्यों को आधार बनाकर आपने राजनीतिक रास्ता अपना कर लोकशिक्षण और लोकजागृति का करने का वायदा किया था, उससे भटक कर केजरीवाल ने शराब नीति बनाकर भ्रष्टाचार और बेईमानी के कीर्तिमान स्थापित किए। पत्र में अन्ना हजारे ने यह भी कहा कि किसी भी सरकार को गरीब लोगों को फायदा पहुॅचाने के लिए समान विचारधारा के साथ काम करना चाहिए, जिस उदेश्य से आम आदमी पार्टी को बनाया गया, परंतु पार्टी ने दिशाहीन प्रक्रिया के साथ काम किया, जिसके कारण राजधानी के लोग नशे में डूब गए।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि अन्ना हजारे ने केजरीवाल के व्यक्तित्व की वास्तविकता को उजागर किया है उन्हें सत्ता का नशा हो गया है। आम आदमी पार्टी की सरकार ने जो नई शराब नीति बनाई, उसे देखकर साफ जाहिर होता है कि इसे शराब की बिक्री और पीने को बढ़ावा देने के लिए किया गया। गली-गली शराब की दुकानें खुलवाई, जिससे भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा मिला। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने ऐसी शराब की नीति लाए जो जनता के हित में नही है। अन्ना हजारे ने लिखा है कि केजरीवाल सत्ता के नशे में डूबे हुए उन्हें जनहित कार्यों से कोई सरोकार नही है, रामलीला मैदान के आंदोलन का जिक्र करते हुए लिखा है कि आप रास्ता भटक गए है।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि अन्ना हजारे ने महात्मा गांधी के गांव की ओर चलो की विचार धारा से प्रेरित होकर पुराने दिनों की याद दिलाते हुए केजरीवाल को कहा कि स्वराज के नाम पर किताब लिखी थी जिसमें आपने भ्रष्टाचार, शराब नीति के विरोध में, जनलोकपाल पर बड़ी-बड़ी बातें लिखी परंतु राजनीति में आने के बाद मुख्यमंत्री बनने के साथ केजरीवाल आदर्श विचारधारा को पूरी तरह भूल चुके हैं। महात्मा गांधी समाधि पर हर बार धरना बैठकर महात्मा गांधी की विचारधारों के विरुद्ध राजनीति कार्यान्वित कर रहे है।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि तीन दिवसीय विधानसभा का विशेष सत्र भ्रष्टाचार के मुद्दे का जवाब दिए बिना ही बर्बाद हो गया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल और उनके आबकारी और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने शराब घोटाले और कक्षा निर्माण भ्रष्टाचार पर चर्चा करने की जगह दिल्ली की जनता का ध्यान भटटाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि शराब घोटाले की सीबीआई जांच का आदेश देने वाले और सरकारी स्कूलों में कक्षाओं के निर्माण में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के केंद्रीय सतर्कता आयोग के निष्कर्षों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं होने पर सवाल उठाने वाले उपराज्यपाल के साथ केजरीवाल और मनीष सिसोदिया नूरा कुश्ती कर रहे है। उन्होंने कहा कि विशेष सत्र में आम आदमी पार्टी के विधायकों को “कट्टर ईमानदार“ साबित करने के लिए “विश्वास प्रस्ताव“ पेश करना करदाताओं के पैसे को बर्बाद करना और दिल्ली में भ्रष्टाचार के मुद्दो से दिल्लीवालों को ध्यान भटकाने की कार्यवाही साबित हुई।

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