*आठ मोबाइल फोन और तीन सिम कार्ड बरामद
*पैन, यूआईडीएआई आदि सहित दस कार्ड बरामद
*चार पर्स बरामद
*दस डेबिट कार्ड बरामद
*अठारह गोलियां और 250 ग्राम अल्प्राजोलम का पाउडर बरामद
*नकद रु. 15000/- बरामद
दक्षिण पूर्व जिले के साइबर पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मियों ने दो आरोपी व्यक्तियों राखी @ कशिश और संतोष कुमार भगत को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से आठ मोबाइल फोन, पैन, यूआईडीएआई और डेबिट सहित 20 कार्ड, 15000/- नकद, चार पर्स, अल्प्राजोलम की अठारह गोलियां और 250 ग्राम अल्प्राजोलम पाउडर बरामद किया गया है।
घटना:-
दिनांक 04.10.2022 को साइबर थाने में हनी ट्रैप के माध्यम से ठगी करने की शिकायत प्राप्त हुई जिसमें शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि टैग्ड नाम के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कशिश शुक्ला नाम की लड़की से उसकी दोस्ती हुई। कुछ समय बाद दोनों एक दूसरे के करीब आ गए। एक दिन कशिश शुक्ला ने उनसे मिलने की गुजारिश की। शिकायतकर्ता ने उसे अपने घर आने को कहा, जिस पर वह राजी हो गई। दिनांक 04.10.2022 को वे नीलम चौक पर मिले और शिकायतकर्ता सुबह करीब 11 बजे उसे अपने घर ले आया । घर में कशिश ने पीड़ित को कोल्ड ड्रिंक पिलाई। इसे पीने के बाद पीड़ित बेहोश हो गया । कुछ देर बाद जब उसे होश आया तो उसने पाया कि उसका मोबाइल फोन, उसका बटुआ जिसमें उसका पीएनबी एटीएम कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पैन कार्ड और एक जोड़ी पायल, एक सोने की अंगूठी, चांदी का गिलास, एक चांदी का कंगन, एक घड़ी, एक जोड़ी सोने की बाली, चांदी के पांच जोड़े बिछुआ उसके घर से गायब थे। उसके मोबाइल फोन से रुपये 1,23,000/- की राशि के कुछ लेनदेन भी कशिश द्वारा किये गए। इसके बाद शिकायतकर्ता ने कशिश से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उससे कोई संपर्क नहीं हो पाया। तदनुसार, साइबर पुलिस स्टेशन में एक मामला एफआईआर संख्या 125/2022 यू/एस 380/328/411/420/120बी/201 आईपीसी दर्ज किया गया था और मामले की जांच शुरू की गई थी।
टीम और जांच:-
अपराध की गंभीरता को देखते हुए, इंस्पेक्टर कुलदीप शेखावत, एसएचओ / साइबर पीएस / एसईडी के नेतृत्व में महिला एसआई सुमन दलाल, प्रधान सिपाही सतेंद्र, प्रधान सिपाही विश्वेंद्र, महिला प्रधान सिपाही दीपा और सिपाही गौरव की एक समर्पित टीम श्री मनोज सिन्हा, एसीपी/ऑप्स की देखरेख में और श्री राजीव कु. अम्बस्ता, DCP-II/SED के मार्गदर्शन में अपराधी को पकड़ने के लिए गठित की गयी थी । जांच के दौरान, उन खातों के विवरण का विश्लेषण किया गया जिसमें अपराधी द्वारा पीड़ित के मोबाइल फोन का उपयोग करके लेनदेन किया गया था। आरोपियों के संपर्क नंबरों की सीडीआर भी खंगाली गई। सीडीआर और कथित नंबर की लोकेशन के विश्लेषण से पता चला कि आरोपी लगातार अपना ठिकाना फरीदाबाद से मसूरी और फिर मसूरी से कानपुर में बदल रही थी। निगरानी के बाद, आरोपी कशिश उर्फ राखी को फरीदाबाद के ओयो होटल से गिरफ्तार कर लिया गया। उसके साथ संतोष नाम का एक व्यक्ति भी था जो कशिश उर्फ राखी के साथ भी इस तरह के अपराध करने में शामिल था। आरोप साबित होने के बाद उसे पुलिस हिरासत में ले लिया गया। इनके कब्जे से आठ मोबाइल फोन, पैन, यूआईडीएआई और डेबिट सहित 20 कार्ड, 15000/- नकद, चार पर्स, अल्प्राजोलम की अठारह गोलियां और 250 ग्राम अल्प्राजोलम पाउडर बरामद किया गया है।
पूछताछ: –
निरंतर पूछताछ पर, दोनों आरोपियों ने खुलासा किया कि वे बॉलीवुड के बंटी और बबली पात्रों से प्रेरित थे। दोनों इस तरह के अपराध को अंजाम देने में एक-दूसरे की मदद करते थे। आरोपी कशिश उर्फ राखी ने खुलासा किया कि वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे बदू, Hi5, विंक और टैग्ड पर पीड़ितों के साथ चैट करती थी और बाद में उन्हें अकेले में मिलने के लिए कहती थी। मिलने पर वह पीड़ितों को बेहोश होने की गोली देती थी। इसके तुरंत बाद जब पीड़ित बेहोश हो जाते थे तो वह पीड़ितों का सामान लेकर भाग जाती थी। उसने यह भी स्वीकार किया कि उसने एक ही तरीके से 20 से अधिक लोगों को ठगा है।
बरामदगी : –
- आठ मोबाइल फोन और तीन सिम कार्ड
- पैन, यूआईडीएआई आदि सहित दस कार्ड
- चार बटुए
- दस डेबिट कार्ड
- अल्प्राजोलम की 18 गोलियां और 250 ग्राम अल्प्राजोलम पाउडर
- नकद रु. 15000/-
आरोपी व्यक्तियों की पृष्ठभूमि : –
- आरोपी कशिश उर्फ राखी पत्नी अनुज मिश्रा निवासी कानपुर, उत्तर प्रदेश उम्र 23 साल स्नातक है। उसके पास अपनी आजीविका कमाने के लिए कुछ नहीं है। उसके खिलाफ पहले से कोई संलिप्तता नहीं पाई गई है।
- आरोपी संतोष कुमार भगत पुत्र सुरेश भगत निवासी वल्लभगढ़, हरियाणा उम्र 37 वर्ष स्नातक है। उसके पास अपनी आजीविका कमाने के लिए कुछ भी नहीं है। उसके खिलाफ पहले से कोई संलिप्तता नहीं पाई गई है।