भ्रष्टाचारियों की प्यूरीफायर पार्टी है भाजपा- दिलीप

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  • भाजपा में जाते ही तथाकथित भ्रष्टाचार के आरोपी हिमंत विश्व शर्मा, नारायण राणे, सुभेंद्रु अधिकारी के सारे दाग धूल गए- दिलीप पांडे
  • मनीष सिसोदिया पर 10 हजार करोड़ रुपए रिश्वत लेने का आरोप लगाने वाली भाजपा व उसकी सीबीआई एक रुपए भी बरामद नहीं कर पाई- दिलीप पांडे
  • भाजपा का मकसद मनीष सिसोदिया को जेल में रखना है, इसलिए जमानत मिलने से ठीक पहले ईडी ने उनको गिरफ्तार किया- दिलीप पांडे
  • केंद्र सरकार व अडानी के रोज आ रहे नए-नए घोटालों से ध्यान भटकाने के लिए भाजपा अरविंद केजरीवाल और उनके नेताओं को टारगेट कर रही है- दिलीप पांडे

आम आदमी पार्टी ने आज भारतीय जनता पार्टी को प्यूरीफायर पार्टी करार देते हुए कहा कि तथाकथित भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहा कोई नेता अगर इस प्यूरीफायर पार्टी में शामिल हो जाता है तो उसके सारे दाग धूल जाते हैं। ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता दिलीप पांडे का कहना है कि भाजपा प्यूरीफायर पार्टी बन गई है। इसमें जाते ही तथाकथित भ्रष्टाचार के आरोपी हिमंत विश्व शर्मा, नारायण राणे, सुभेंद्रु अधिकारी के सारे दाग धूल गए। उन्होंने कहा कि सीबीआई को मनीष सिससोदिया के खिलाफ एक भी सक्ष्य नहीं मिले हैं, लेकिन भाजपा को उनको जेल में रखना है। इसलिए जमानत मिलने से पहले ईडी ने उनको गिरफ्तार कर लिया। दरअसल, केंद्र सरकार और अडानी के घोटाले से देश का ध्यान हटाने के लिए भाजपा ये सब कर रही है। आज पूरा देश प्रधानमंत्री से जानना चाहता है कि सीबीआई की तमाम रेड और पूछताछ के बाद मनीष सिसोदिया के खिलाफ क्या सबूत मिले?

पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता एवं विधायक दिलीप पांडे ने कहा कि भाजपा अब धीरे-धीरे भ्रष्ट लोगों की प्यूरीफायर पार्टी बनकर रह गई है। भ्रष्ट लोग भाजपा में जाकर पवित्र हो जाते हैं। पूरे देश के भ्रष्टाचारियों को पवित्र करने की मुहिम में जुटी भाजपा के हिस्से में बहुत सारे नामचीन लोग हैं। भाजपा ने हिमंत विश्व शर्मा को अपने वॉशिंग मशीन में डालकर क्लीन कर दिया। ये कांग्रेस पार्टी के बहुत बड़े नेता थे। इनके खिलाफ भाजपा ने मुहिम छेड़कर वॉटर घोटाले पर एक बुकलेट जारी की। हिमंत विश्व शर्मा जैसे ही भाजपा में शामिल हुए, बीजेपी ने उन्हें अपने वॉशिंग मशीन में डालकर क्लीन कर दिया। भाजपा में महाराष्ट्र से नारायण राणे आए। उन पर मनी लॉन्ड्रिंग, जमीन घोटाला समेत कई आरोप थे। भाजपा ने उनको भी अपनी वॉशिंग मशीन में डालकर साफ कर दिया।

उन्होंने कहा कि सुभेन्दु अधिकारी भाजपा के सबसे बड़े विरोध चेहरे थे। वे भी भाजपा में शामिल होकर क्लीन हो गए। कर्नाटक में भाजपा विधायक का बेटा कैमरे में 40 लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया। उसके घर और दफ्तर में दबिश के बाद 8 करोड़ रुपए कैश मिले। कहा जाता है कि कर्नाटक सरकार के करीब 18 मंत्री ऐसे हैं, जिनके बेटे-बेटियां और दमाद मंत्री के चेंबर में बैठकर ठेकेदारों से डील कर दलाली करते हैं। कर्नाटक में ही एक कांट्रैक्टर ने भाजपा के उस समय के पीडब्ल्यूडी मंत्री पर 40 फीसद कमीशन मांगने का आरोप लगाकर अपनी जान दे दी थी। इस घटना के बाद पूरे प्रदेश के कांट्रैक्टर इकट्ठे हुए और पीडब्ल्यूडी मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा।

विधायक दिलीप पांडे ने कहा कि भाजपा में अगर कोई शामिल हो गया तो उसके सारे दाग धुल जाते हैं। मनीष सिसोदिया पर 10 हजार करोड़ रुपए रिश्वत लेने का आरोप लगाने वाली भाजपा और उनकी ईडी-सीबीआई आज तक 10 रुपए भी बरामद नहीं कर पाई। भाजपा सिर्फ विपक्ष को खत्म करने पर आमादा है। इसलिए भाजपा ने कानून, लोकतंत्र और केंद्रीय एजेंसियों की बुद्धिमता, सब ताक पर रख दिया है। भाजपा खुलेआम लोकतांत्रिक संस्थाओं का मजाक उड़ा रही है। जिस दिन मनीष सिसोदिया की जमानत पर सुनवाई थी, उस दिन सीबीआई अपने वकील ही गायब कर दिए। उसे मालूम था कि ईडी आएगी और मनीष सिसोदिया को पकड़ लेगी। भाजपा का मकसद मनीष सिसोदिया को अंदर रखना है। क्योंकि वे अरविंद केजरीवाल के दोस्त हैं। उन्होंने दिल्ली में शिक्षा क्रांति की मशाल जलाई है। उनकी मेहनत से अगर 20 लाख परिवारों के बच्चे पढ़-लिख गए तो वे बांटने व तोड़ने की राजनीति कर रही भाजपा वोट नहीं देंगे और भाजपा को सत्ता से बेदखल कर देंगे।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के रोज नए-नए घोटाले सामने आ रहे हैं। लेकिन कोई गलती से हिंडनबर्ग रिपोर्ट या अडानी के घोटालों पर चर्चा न करे, इसलिए भाजपा अरविंद केजरीवाल और उनके नेताओं को टारगेट कर रही है। जबकि सीबीआई ने मनीष सिसोदिया के यहां रेड मार ली, गिरफ्तारी के बाद न्यायिक हिरासत में रखकर पूछताछ कर ली, लेकिन सीबीआई को उनके खिलाफ एक भी साक्ष्य नहीं मिला। पूरी दुनिया पीएम मोदी से पूछना चाहती है कि तमाम रेड और पूछताछ के बाद सीबीआई को कौन से पुख्ता प्रमाण मिलें, उन्हें दुनिया के सामने रखिए। भाजपा के घोटाले और उनकी सरकार के कारनामों से ध्यान हटाया जा सके, इसलिए किसी भी कीमत पर मनीष सिसोदिया को जेल के अंदर रखा जा रहा है। भाजपा की तमाम कोशिशों के बावजूद भी मनीष सिसोदिया के खिलाफ एक साक्ष्य आज तक ना प्रस्तुत कर पाई हैं और ना कर पाएगी।

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