• रुपये। 1,70,000/- नकद और ठगी के पैसे से खरीदा गया एक हाई एंड मोबाइल फोन, बरामद।*
• गिरफ्तार अभियुक्त पूर्व में थाना सब्जी मंडी, उत्तर जिला के एक मकान में चोरी के मामले में संलिप्त पाया गया है।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार साइबर जालसाजों के खिलाफ निरंतर अभियान जारी रखते हुए, इंस्पेक्टर की कड़ी निगरानी में एसआई रंजीत चौधरी और एसआई गुमान सिंह के नेतृत्व में पुलिस स्टेशन साइबर नॉर्थ की एक समर्पित टीम, जिसमें एएसआई महेश पाटिल और एचसी विपिन शामिल हैं। पवन तोमर, एसएचओ/साइबर नॉर्थ पुलिस स्टेशन और श्री धर्मेंद्र कुमार, एसीपी/ऑपरेशंस, नॉर्थ के मार्गदर्शन में रुपये की धोखाधड़ी के एक मामले को सुलझा लिया है। 3,09,020/- एक वरिष्ठ नागरिक के साथ। पुलिस टीम की त्वरित कार्रवाई से 1,70,000/- नगद की बरामदगी कर इस अपराध के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
घटना:
शिकायतकर्ता एसएच द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई थी। राज किशोर छोकरा, निवासी नेहरू कुटिया, मलका गंज, दिल्ली, उम्र 65 वर्ष, पीएस साइबर नॉर्थ में 5000 रुपये की धोखाधड़ी के संबंध में। उनके बचत खाते से 3,09,020/- रु. शिकायतकर्ता को रुपये की कटौती का संदेश प्राप्त हुआ। उनके एचडीएफसी बैंक खाते से 3,09,020/- रुपये निकाले, जिसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। शिकायत के आधार पर थाना साइबर उत्तरी जिले में प्राथमिकी संख्या 40/23 दिनांक 19.04.2023 धारा 420 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच की गई।
कार्यवाही:
उक्त टीम ने मनी ट्रेल का विस्तृत तकनीकी विश्लेषण किया और मनी ट्रेल के साथ यह पाया गया कि आरोपी ने विभिन्न एटीएम से सबसे अधिक पैसा निकाला है। उन एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरे नहीं मिले लेकिन एक मोबाइल फोन खरीदने के लिए एक ट्रांजैक्शन किया गया। खरीदे गए मोबाइल फोन का ब्योरा मांगा गया और मोबाइल फोन को सर्विलांस पर रखा गया। कथित मोबाइल फोन का सीडीआर विश्लेषण ग्राम वेलाना, तहसील सिकंदराबाद, जिला बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश में आरोपी व्यक्ति के स्थान पर शून्य हो गया और बाद में आरोपी व्यक्ति को पकड़ने के लिए छापेमारी की गई।
हालांकि, दुर्भाग्य से आरोपी व्यक्ति ने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया था और टीम के वहां पहुंचने से कुछ घंटे पहले ही परिसर से निकल गया था और गायब हो गया था। इसके बाद कॉल का और तकनीकी विश्लेषण किया गया और स्थानीय जानकारी जुटाई गई जिससे पता चला कि आरोपी यहीं रहता था और अपने काम पर चला गया था। निरंतर प्रयासों के बाद दिनांक 21.04.2023 को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया और उसके बाद रुपये की वसूली की गई। उसकी निशानदेही पर 1,70,000/- नकद बनाया गया। जांच के दौरान उसके कब्जे से एक मोबाइल फोन, एक सिम कार्ड और 2 डेबिट कार्ड भी बरामद किए गए हैं।
पूछताछ:
अभियुक्त हेमराज @ लाला निवासी जिला बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश, उम्र-40 वर्ष पहले शिकायतकर्ता के घर पर घरेलू सहायिका के रूप में काम करता था और इस तरह उसका विश्वास हासिल कर लिया। उसे उस जगह की जानकारी है जहां शिकायतकर्ता अपने एटीएम कार्ड रखता था और एक डायरी जिसमें शिकायतकर्ता ने अपने सभी बैंकिंग पासवर्ड लिखे हैं। आरोपी व्यक्ति वर्तमान में दिहाड़ी मजदूर है। लॉकडाउन ने उसे बुरी तरह से मारा जिससे वह कर्ज में डूब गया, तेजी से पैसा कमाने के लिए उसने अपने मालिक को ठगने की योजना बनाई। जिसके लिए उन्होंने सबसे पहले उन एटीएम मशीनों को चिन्हित कर चिन्हित किया, जहां पैसा निकालते समय कोई सीसीटीवी फुटेज कैद नहीं हो सकता। इसके बाद वह शिकायतकर्ता के घर जाकर उन जगहों की पहचान करता था जहां शिकायतकर्ता ने अपने एटीएम कार्ड रखे थे और फिर शिकायतकर्ता का एटीएम कार्ड चुरा लेता था।
पुलिस द्वारा पकड़े जाने के डर से या शिकायतकर्ता की आंखों में कोई संदेह पैदा न हो, इसके लिए आरोपी व्यक्ति ने उन एटीएम से पैसे निकाल लिए, जहां या तो कोई सीसीटीवी फुटेज नहीं लगे थे या फिर लगे हुए एटीएम काम करने की स्थिति में नहीं थे।
आरोपी व्यक्ति का विवरण:
• हेमराज @ लाला निवासी जिला बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश, उम्र-40 वर्ष। (पूर्व में उत्तर जिला थाना सब्जी मंडी में दर्ज घर में चोरी के एक मामले में संलिप्त पाया गया था)।
वसूली:
- रु., 1,70,000/- नकद।
- 02 चोरी हुए एटीएम कार्ड।
- 01 स्मार्ट फोन।
- 01 सिम कार्ड।
मामले की आगे की जांच की जा रही है।