किसी पुलिस अफसर की इतनी हिम्मत नहीं हो सकती, सीधा प्रधानमंत्री कार्यालय से आ रहे हैं ऐसे निर्देश, मनीष सिसोदिया को अपमानित कर तोड़ो उनका मनोबल- सौरभ भारद्वाज

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  • मीडिया के सामने देश के सबसे अच्छे शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को गर्दन से पकड़ कर दिल्ली पुलिस के एसीपी कोर्ट रूम में ले गए- सौरभ भारद्वाज
  • मोदी सरकार मनीष सिसोदिया की ऐसी तश्वीर सार्वजनिक कर देश को दिखाना चाहती है कि हम इस तरह किसी को मिट्टी में मिलाते हैं- सौरभ भारद्वाज
  • प्रधानमंत्री कार्यालय से दिल्ली पुलिस को आम आदमी पार्टी के नेताओं को कुचलने का आदेश दिया गया है- सौरभ भारद्वाज
  • जब मीडिया के सामने मनीष सिसोदिया के साथ इस तरह का दुर्व्यवाहर हो रहा है तो जेल में कैसा व्यवहार करते होंगे- सौरभ भारद्वाज
  • पुलिस कह रही है कि न्यायिक हिरासत में किसी को मीडिया से बात न करने देने का प्रोटोकाल है, लेकिन सुकेश चंद्रशेखर को खुली छूट देती है- सौरभ भारद्वाज
  • भाजपा सत्ता का नंगा नाच दिखा रही है और जनता से मिली ताकत का दुरुपयोग कर रही है, ये पूरा देश देख रहा है- सौरभ भारद्वाज

आम आदमी पार्टी ने राउस एवेन्यू कोर्ट में पूर्व डिप्टी सीएम एवं देश के सबसे अच्छे शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के साथ हुए दुर्व्यवहार के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को जिम्मेदार ठहराया है। ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पीएम कार्यालय से दिल्ली पुलिस को ‘‘आप’’ के नेताओं को कुचलने का आदेश दिया गया है। इसीलिए मनीष सिसोदिया को गर्दन से पकड़ कर दिल्ली पुलिस के एसीपी कोर्ट रूम में ले गए, ताकि उनको अपमानित कर उनका मनोबल तोड़ा जा सके। भाजपा की केंद्र सरकार मनीष सिसोदिया की ऐसी तश्वीर सार्वजनिक कर देश को दिखाना चाहती है कि हम इसी तरह किसी को मिट्टी में मिलाते हैं। उन्होंने कहा कि जब राष्ट्रीय मीडिया के सामने कोर्ट के अंदर मनीष सिसोदिया के साथ इस तरह का दुर्व्यवहार हो रहा है तो जेल में कैसा व्यवहार हो रहा होगा? यह पूरा देश देख रहा है कि भाजपा जनता से मिली सत्ता का किस तरह नंगा नाच दिखा रही है।

मनीष सिसोदिया डर और दब नहीं रहे हैं तो उनके आत्म सम्मान पर हमला किया जा रहा है- सौरभ भारद्वाज

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर कहा कि देश के प्रजातंत्र में अक्सर देखा गया कि पार्टियां सरकारों पर आरोप लगाती हैं, सरकारें विपक्ष पर आरोप लगाती हैं। विपक्ष ने सरकार की, सरकार के मंत्रियों और अफसरों की शिकायतें की। उन मामलों में कहीं जांचें हुई और कहीं नहीं हुई। मगर हर स्थिति में एक न्यूनतम शिष्टाचार हमेशा बना रहा कि चाहे कोई भी आपका राजनीतिक प्रतिद्वंदी हो, वो आपका कोई व्यक्तिगत दुश्मन नहीं है। अगर कोई विधायक किसी आरोप में गिरफ्तार हुए, तो सभी लोग यह बात मानते रहे कि एक विधायक दो लाख लोगों द्वारा चुने प्रतिनिधि हैं। यदि कोई सांसद है, तो वो 10 लाख लोगों द्वारा चुने प्रतिनिधि हैं। वहीं, एक मंत्री पूरे राज्य के प्रतिनिधि हैं और मंत्री परिषद के हिस्सा हैं। उन्हें एक न्यूनतम शिष्टाचार दी जाती है और दी भी जानी चाहिए। मगर ऐसा कभी नहीं देखा कि अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को अपमानित व उत्पीड़ित करें। उनके आत्मसम्मान को कुचलने की कोशिश करें। अगर कोई आपसे डर या दब नहीं रहा, तो अब आप उसके आत्म सम्मान पर गंदा हमला कर रहे हैं। यह दृश्य मंगलवार को राउस एवेन्यू कोर्ट में देखने को मिला।

राउस एवेन्यू कोर्ट में मनीष सिसोदिया के साथ हुए दुर्व्यवहार को देश कभी नहीं भूलेगा- सौरभ भारद्वाज

उन्होंने कहा कि जब बड़े-बड़े अपराधी या अभियुक्त जुडिशल कस्टडी या पुलिस कस्टडी में होते है और मीडिया का इंटरेस्ट होता है, तो वे अक्सर पुलिस वैन से मीडिया से बात करते देखे गए हैं। अभी हाल ही में एक टेलीविजन चौनल के एडिटर ने पुलिस कस्टडी में एक मीडिया चौनल से काफी लंबी बातचीत की। मगर राउस एवेन्यू कोर्ट में मंगलवार को जिस तरह का दुर्व्यवहार मनीष सिसोदिया के साथ देखने में आया, इसे देश कभी नहीं भूलेगा। मनीष सिसोदिया कोई साधारण राजनीतिक आदमी या कोई साधारण मंत्री नहीं है। स्कूलों में छोटे-छोटे बच्चों से उनकी बाते सुनते हुए, बच्चों को गले लगाते हुए उनकी सैकड़ों फोटोज और वीडियोज पब्लिक डोमेन में मिलेगी। वे बहुत ही जमीन से जुड़े हुए व्यक्ति हैं और बच्चों के बीच जाकर बहुत भावुक हो जाते हैं। उनकी छवि एक आम राजनीतिक आदमी से बहुत अलग है। चाहे अफसरों से उनका बर्ताव हो या फिर जनता, टीचर्स, विधानसभा के लोगों और अन्य विधायकों से उनका बर्ताव हो। वह बहुत ही अलग तरीके के आदमी हैं। सभी लोग मनीष सिसोदिया को एक बहुत अच्छा इंसान मानते हैं, जो सभी से अच्छे से बातचीत करते हैं।

पुलिस वाले ने पीएम कार्यालय के आदेश का पालन किया है, उसके निलंबन से कोई फर्क नहीं पड़ता- सौरभ भारद्वाज

‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमें अक्सर चिंता होती थी कि जेल में उनके साथ गलत बर्ताव हो रहा है। इसका हमारे पास कोई सबूत नहीं था। मगर रोज एवेन्यू कोर्ट में मनीष सिसोदिया के साथ जिस तरह का दुर्व्यवहार देखने को मिला, उससे स्पष्ट है कि सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय से दिल्ली पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि मनीष सिसोदिया को अपमानित किया जाए। उनके मनोबल को तोड़ दिया जाए और उनके आत्मविश्वास को कुचल दिया जाए। साथ ही उनकी तस्वीरें ऐसे पब्लिक की जाए कि वे दिखा सकें कि हमने एक व्यक्ति को मिट्टी में मिला दिया। मुझे मनीष सिसोदिया के साथ दुर्व्यवहार करने वाले पुलिसवाले के संस्पेशन से कोई फर्क नहीं पड़ता। क्योंकि उस पुलिस वाले की कोई अहमियत ही नहीं है। उसने केवल आर्डर का पालन किया।

यह कोर्ट की जिम्मेदारी है कि न्यायिक हिरासत में किसी के साथ गलत बर्ताव न हो- सौरभ भारद्वाज

उन्होंने कहा कि दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के ऐसा दुर्व्यवहार कोर्ट परिसर में हो रहा है। यह मामला पुलिस कस्टडी का नहीं है। यह कोर्ट की जिम्मेदारी है कि ज्यूडिशियल कस्टडी के अंदर आरोपी के साथ गलत बर्ताव न हो। वीडियो में साफ दिख रहा है कि मीडिया ने मनीष सिसोदिया से कुछ सवाल किया। वे बहुत ही साधारण तौर पर एक राजनीतिक जवाब दे रहे हैं। वो अपने केस से संबंधित कोई ऐसी बात नहीं बोल रहे है, जिससे पुलिस-ईडी या सीबीआई को दिक्कत हो। वीडियो से स्पष्ट है कि मनीष सिसोदिया को गर्दन से पकड़कर दिल्ली पुलिस का एसीपी खदेड़ते हुए ले गए। जबकि वहां देश की सारी नेशनल मीडिया मौजूद थी।

सौरभ भारद्वाज ने सुकेश चंद्रशेखर की कोर्ट में पेशी के दौरान मीडिया से बातचीत का वीडियो सार्वजनिक कर खोली पुलिस की सफाई की पोल

उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने अपने ट्विटर अकाउंट से वक्तव्य भेजा है कि वीडियो में प्रचारित पुलिस की प्रतिक्रिया मनीष सिसोदिया की सुरक्षा की दृष्टि से बहुत जरूरी था। पुलिस प्रोटोकॉल के तहत हमारी कस्टडी में कोई व्यक्ति मीडिया से बात नहीं कर सकता है। वहीं, सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली महाठग सुकेश चंद्रशेखर की कोर्ट में पेशी के दौरान की कुछ वीडियो सार्वजनिक कर पुलिस की इस सफाई की पोल खोलकर रख दी। वीडियो में साफ दिख रहा है कि पुलिस मीडिया को बात करने से बिल्कुल भी नहीं रोक रही है और सुकेश चंद्र शेखर उसके सारे सवालों का पूरी तसल्ली से जवाब दे रहा है। उन्होंने कहा कि वीडियो से साफ है कि दिल्ली पुलिस महाठग सुकेश चंद्रशेखर को मीडिया से बात करने का पूरा मौका दे रही है। वो अरविंद केजरीवाल के खिलाफ संदेश दे रहे हैं, जिसका पूरा प्रयोग भाजपा ने एमसीडी के चुनाव में की। करीब आधा दर्जन जगहों सुकेश चंद्रशेखर के साथ-साथ मीडिया का कैमरा चल रहा है। वो अपनी पूरी बाइट मीडिया को दे रहे हैं। सीढ़ियों पर चढ़ते हुए भी पत्रकार को पूरा जवाब दे रहे हैं। यहां तक कि फॉलोअप प्रश्न का भी जवाब दे रहे हैं। यह पूरा वाक्या रिकॉर्ड है। ऐसे में दिल्ली पुलिस का यह कहना कि न्यायिक हिरासत में प्रोटोकॉल के तहत किसी को मीडिया से बात नहीं करने देते है, यह एक बड़ा झूठ है।

भाजपा ने राजनीति में सारी सुचिता त्याग दी है और इस राजनीतिक लड़ाई को व्यक्तिगत बना दिया है- सौरभ भारद्वाज

‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने भारतीय जनता पार्टी से कहा कि सत्ता हमेशा आपके पास नहीं रहेगी। सत्ता बहुत चंचल होती है। आज आपके पास है तो कल किसी और के पास होगी। आप खेल के जो नियम तय कर रहे हो, ये खेल इन्हीं नियमों से आगे चलेगा। भाजपा ने राजनीति के अंदर सारी शुचिता त्याग दी है और इस राजनीतिक लड़ाई को व्यक्तिगत लड़ाई बना दिया है। आज एक पूर्व उपमुख्यमंत्री के साथ कैमरा के सामने ऐसा दुर्व्यवहार हो रहा है तो ये जेल के अंदर हमारे नेताओं के साथ कैसा व्यवहार करते होंगे? जिस तरह से विपक्ष के नेताओं को जेल में डालने की एक परंपरा भाजपा ने शुरू की है, वो उनके आत्मसम्मान को कुचलने की कोशिश है। दिल्ली और देश के लोग भाजपा की सत्ता का नंगा नाच देख रहे हैं। भाजपा को सत्ता जनता ने दी है। सत्ता हमेशा नहीं रहेगी। आज भले ही भाजपा के हाथ में सभी जांच एजेंसियां है और इनके खिलाफ कोई जांच नहीं हो रही है। लेकिन आज नहीं तो कल सभी की जांच जरूर होगी और खेल के नियम यही रहेंगे।

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