मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने आज शुक्रवार को आईटीओ स्थित शहीदी पार्क में ‘वेस्ट टू आर्ट’ थीम के तहत चल रहे कार्यों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मेयर को अधिकारियों द्वारा पार्क की भवन योजना और डिजाइन से अवगत कराया गया। उन्होंने अधिकारियों को काम में तेजी लाने के निर्देश दिए। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) द्वारा कुल 4.5 एकड़ क्षेत्र में इसे विकसित किया जा रहा है।
मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने कहा कि पार्क में बचे हुए कार्य तेजी से किए जाएं। सभी कार्य 20 जून 2023 तक हर हाल में पूरे कर लिए जाएं। सीएम अरविंद केजरीवाल के निर्देशन में दिल्ली को हरा-भरा बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। एमसीडी जोन वाइज पार्कों को विकसित कर रही है। पहले चरण में पूरी दिल्ली में 150 से अधिक पार्कों को विकसित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह पार्क प्रगतिशील भारत की भावना को प्रदर्शित करता है और इसे जल्द ही दिल्ली की जनता को समर्पित किया जाएगा। यह पार्क शहर में एक और प्रमुख आकर्षण का केंद्र बनकर उभरेगा और देश भक्ति की भावना को भी मजबूत करेगा।
200 टन कबाड़ से बनाई जा रहीं प्रतिमाएं
यह पार्क “वेस्ट टू आर्ट” थीम का एक उत्कृष्ट उदाहरण साबित होगा जिसमें दिल्ली नगर निगम द्वारा एकत्रित 200 टन कबाड़ जैसे कि पुराने ट्रक, कारें,बिजली के खंबे,पाइप,आयरन एंगल एवं अन्य कबाड़ इत्यादि का प्रयोग किया गया है। पार्क में प्रतिकृतियों के 10 सेट लगाए जा रहे हैं। पार्क में स्थापित प्रतिकृतियां, भारत के स्वाधीनता संग्राम पर आधारित हैं। प्रतिकृतियों के 10 सेटों के अलावा पार्क में 3 दीर्घा भी स्थापित की जायेंगी। यह दीर्घाएं भारत की गौरवशाली संस्कृति एवं इतिहास, साहस एवं वैज्ञानिक उपलब्धियों पर आधारित होंगी।
लोग स्वर्णिम इतिहास से परिचित होंगे
शहीदी पार्क बहादुर शाह ज़फ़र मार्ग पर स्थित फिरोज शाह कोटला के बराबर में स्थित है। यह पार्क दिल्ली का एक ऐसा प्रमुख मनोरंजन स्थल बनेगा जहां विजिटर नक्काशी,लघु मूर्तियों और मूर्तियों माध्यम से देश के स्वर्णिम इतिहास एवं आजादी के नायकों से परिचित होंगे। पार्क में भारत की उत्पत्ति से लेकर वर्तमान समय से संबंधित प्रतिकृतियों को प्रदर्शित किया जाएगा। यह पार्क स्वाधीनता संग्राम के नायकों के प्रति हमारी श्रद्धांजलि होगा। जिन्होंने हमारे देश को विश्व पटल पर अलग पहचान दिलाई।
पार्क में 140 किलो वॉट के सोलर पैनल लगेंगे
इस पार्क में नागरिकों के मनोरंजन के लिए स्मृति चिन्ह एवं खाने पीने के सामान की दुकानों की भी व्यवस्था की जा रही है। पार्क में वाहनों की पार्किंग के लिए भी पर्याप्त जगह उपलब्ध है। पार्क में 140 किलो वॉट सोलर बिजली पैनल भी लगाए जायेंगे ताकि पार्क की ऊर्जा संबंधी जरूरतों को पूरा किया जा सके। पार्क की सुंदरता को निखारने के लिए इसमें विभिन्न प्रकार के पेड़ एवं झाड़ियां भी लगाई जाएंगी।