दिल्ली में बच्चियों के साथ हुए दुष्कर्म की उपेक्षा कर आज राजनीतिक भारत भ्रमण में लगे हुए हैं केजरीवाल – बांसुरी स्वाराज

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दिल्ली भाजपा विधि प्रकोष्ठ की सह-संयोजक एवं अधिवक्ता सुश्री बांसुरी स्वाराज ने आज एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल का महिलाओं एवं बच्चियों से जुड़े अपराधों के मामलों के शीघ्र निपटारे में कोई रूची नहीं है और वह दिल्ली में बच्चियों के साथ हुए दुष्कर्म की उपेक्षा कर आज राजनीतिक भारत भ्रमण में लगे हुए हैं।

सुश्री बांसुरी स्वाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पोक्सो मामलो में स्पेशल प्रोसेक्यूटर नियुक्त करने में उपराज्यपाल श्री विनय कुमार सक्सेना की पहल का विरोध कर साबित कर दिया है कि वह पूरी तरह संवेदनहीन हैं और उनके लिए राजनीतिक प्रतिस्पर्द्धा ही महत्वपूर्ण है।

संवाददाता सम्मेलन का संचालन प्रदेश प्रवक्ता श्री प्रवीण शंकर कपूर ने मीडिया रिलेशन विभाग सह प्रमुख श्री विक्रम मित्तल की उपस्थिति में किया।

दिल्ली भाजपा नेत्री सुश्री बांसुरी स्वाराज ने कहा कि पिछले 9 महीने से पोस्को के तहत जिन मामलों पर सुनवाई पूरी होनी चाहिए थी उनसे संबंधित एक फाइल केजरीवाल सरकार की टेबल में धूल चाटती रही है जबकि इस फाइल में 20 ऐसे मामले हैं जिनमें बच्चियों के साथ दुष्कर्म हुआ है।

उन्होंने कहा कि पोस्को के तहत जिन मामलों की सुनवाई एक साल के अंदर हो जानी चाहिए वे सभी मामले अभी तक लंबित पड़े हैं क्योंकि दिल्ली पुलिस के प्रयासों के बावजूद भी पब्लिक प्रोसिक्यूटरों के अभाव में इन मामलो का समयबद्ध निपटारा नहीं हो पा रहा है।

सुश्री बांसुरी स्वाराज ने इस पूरे मामले को विस्तार से बताते हुए कहा कि कोर्ट के आदेश आने के बाद जनवरी 2023 से पोस्को मामलों मे विशेष प्रोसिक्यूटर संबंधित फाइल एक कार्यालय से दूसरे कार्यालय होते हुए 16 जनवरी को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पास पहुचती है जो इसे वापस मिनिस्टर इंचार्ज की टेबल पर भेज देते हैं। 6 फरवरी 2023 से यह फाइल केजरीवाल के मंत्रियों के चक्रव्यूह में फंस जाती है और 8 मई 2023 से केजरीवाल के मेज की शोभा बढ़ा रही थी।

सुश्री बांसुरी स्वाराज ने कहा कि इस पूरे मामले को अब दिल्ली के उपराज्यपाल ने अपने हाथ में लेकर अन्याय से दिल्ली की बच्चियों को बचाने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री को प्रस्ताव भेजा जिसके बाद पब्लिक प्रोसिक्यूटर और सीनियर प्रोसिक्यूटर नियुक्त किए जा सकेगें और उम्मीद है कि इन मामलों में जल्द ही सुनवाई शुरु होगी।

केजरीवाल सरकार महिला उत्पीड़न एवं अधिकारों के नाम पर सिर्फ राजनीतिक माइलेज लेने का काम करती है।

सुश्री बांसुरी स्वराज ने दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा सुश्री स्वाति मालीवाल से भी सवाल करते हुए कहा कि स्वाति मालीवाल जो महिलाओं एवं बच्चियों से जुड़े हर छोटे बड़े मुद्दे पर बोलती हैं क्या वह अरविंद केजरीवाल के इस संवेदनहीन कदम का समर्थन करेंगी। क्या वह इस पूरे मामले पर कुछ नहीं बोलेंगी ?

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