“आप” के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने केंद्र की तानाशाही के खिलाफ़ रामलीला मैदान में होने वाली ‘महारैली’ की तैयारियों का लिया जायजा

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  • 11 जून को होने वाली महारैली को “आप” के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान समेत दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री भी संबोधित करेंगे
  • भाजपा की केंद्र सरकार की ओर से थोपे गए अध्यादेश के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करने के लिए पूरी दिल्ली से बड़ी तादात में लोग शामिल होंगे- गोपाल राय
  • महारैली में आ रहे लोगों की सहूलियतों के मद्देनजर पंडाल, पानी, शौचालय, मेडिकल समेत अन्य आवश्यक सुविधाओं का इंतजाम किया जा रहा है – गोपाल राय
  • दिल्ली की जनता देख रही है कि केजरीवाल सरकार ने बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य समेत अन्य क्षेत्रों में जो काम किया है, ऐसा काम पूरे देश में किसी ने नहीं किया – गोपाल राय
  • भाजपा के नेताओं को सब ब्लैक-ब्लैक दिख रहा है, इसीलिए वो चोर दरवाजे से ब्लैक अध्यादेश लेकर आई, लेकिन दिल्ली की जनता को सब व्हाइट-व्हाइट दिख रहा है- गोपाल राय

दिल्ली के रामलीला मैदान में रविवार (11 जून) को होने वाली आम आदमी पार्टी की महारैली की तैयारियां अंतिम दौर में है। शुक्रवार को आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक एवं दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने रामलीला मैदान पहुंच कर तैयारियों का जायजा लिया। मोदी सरकार की तानाशाही के खिलाफ होने जा रही महारैली की शुरुआत सुबह 10 बजे होगी। इसमें पूरी दिल्ली से बड़ी तादात में लोग शामिल होंगे और केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त करेंगे। महारैली को “आप” के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम सरदार भगवंत मान के अलावा दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री व “आप” के अन्य वरिष्ठ नेता संबोधित करेंगे।

“आप” के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष गोपाल राय ने बताया कि भाजपा की केंद्र सरकार ने चोर दरवाजे से अध्यादेश लाकर दिल्ली की जनता पर जबरदस्ती थोपा है। इसके खिलाफ जनता में बहुत आक्रोश है और महारैली में भारी तादात में दिल्ली की जनता शामिल होकर इसे ऐतिहासिक बनाएगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली के कोने-कोने से आ रहे लोगों की सहूलियतों के मद्देनजर रामलीला मैदान में पंडाल लगाया जा रहा है, ताकि लोगों को धूप व गर्मी से कोई परेशानी न हो। इसके अलावा, पानी, टॉयलेट, मेडिकल समेत अन्य जरूरी सुविधाओं का भी इंतजाम किया जा रहा है। इस दौरान आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष दिलीप पांडे, जरनैल सिंह, गुलाब सिंह, जितेंद्र तोमर, राजेश गुप्ता, ऋतुराज झा और कुलदीप कुमार के साथ पार्टी कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।

11 जून को रामलीला मैदान में आम आदमी पार्टी की यह महारैली भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा बीते 19 मई को लाए गए अध्यादेश के विरोध में की जा रही है। 11 मई को सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश के जरिए दिल्ली में अफसरों की ट्रांसफर पोस्टिंग और विजिलेंस पर चुनी हुई सरकार का नियंत्रण दे दिया था, लेकिन केंद्र सरकार ने अध्यादेश लाकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट दिया है। इसके विरोध स्वरूप होने वाली महारैली की तैयारियां का जायजा लेने रामलीला मैदान पहुंचे “आप” के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के अंदर सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में तीन बार सरकार बनी है। दिल्लीवालों ने डंके की चोट पर एलान किया कि वे दिल्ली के अंदर जनता के लिए काम करने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को देते हैं। मगर केंद्र की मोदी सरकार को यह बर्दाश्त नहीं हुआ। दिल्ली के अंदर पिछले आठ सालों से जो काम हो रहे हैं उन्हें रोकने के लिए लगातार षड्यंत्र रचा गया। दिल्ली सरकार के हर एक काम में अडंगा लगाया गया। लेकिन दिल्लीवालों के विश्वास पर खरा उतरते हुए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने जनता के काम को रुकने नहीं दिया। आज पूरे देश के अंदर दिल्ली के कामों की चर्चा होती है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में जिस तरह हमारे काम में अड़ंगेबाजी कर हमारे अधिकार छीने गए हैं। हम उसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गए और जिसके बाद इस पर मुकदमा भी चला। सर्वोच्च न्यायालय के पांच न्यायाधीशों की संवैधानिक पीठ ने यह फैसला दिया कि दिल्ली देश का हिस्सा है। इसलिए दिल्ली के मतदाताओं के साथ दोयम दर्जे का बर्ताव नहीं किया जा सकता। दिल्ली के लोग मतदान के अधिकार से अपने लिए सरकार चुनते हैं। जिस तरह दिल्ली की जनता के प्रति विधानसभा और विधानसभा के प्रति सरकार जवाबदेह है, उसी प्रकार सरकार के प्रति अधिकारियों को जवाबदेह होना पड़ेगा, ताकि दिल्ली की जनता के काम हो सकें। जनता के पैसों से अधिकारियों को हर महीने इसलिए तनख्वाह मिलती है, ताकि वह जनता के काम करें। मगर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी केंद्र सरकार को यह मंजूर नहीं हुआ। वह अदालत के फैसले को बदलने के लिए चोर दरवाजे से अध्यादेश लेकर आए। ऐसा कर उन्होंने दिल्ली के लोगों को अपमानित करने का काम किया है।

“आप” के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष गोपाल राय ने कहा कि आज दिल्ली के अंदर डोर-टू-डोर कैंपेन चलाया जा रहा है। इस बीच हर दिल्लीवासी के मन में एक ही सवाल आ रहा है कि आखिर भाजपा शासित केंद्र सरकार ने उनके वोट की कीमत को अपमानित क्यों किया है? जबकि भारत के संविधान में सभी को मतदान का बराबर का अधिकार मिला है। चाहे फिर वो प्रधानमंत्री का वोट हो या गांववाले या झुग्गीवाले का, सभी के वोट की कीमत एक समान ही होती है। लेकिन केंद्र सरकार इस बात पर तुली है कि अगर देश में कहीं भी आप मतदान करते हैं तो उसकी कीमत अलग है लेकिन अगर राजधानी में मतदान करते हैं तो उसकी अहमियत अलग है। इस भेदभाव के जरिए केंद्र सरकार अपने तानाशाही रवैये को दर्शा रही है। जिसके खिलाफ हम सड़क पर उतर कर आवाज उठाने जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली के सम्मान की लड़ाई सुप्रीम कोर्ट में भी लड़ रही है। इसी के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल देश के अंदर जितने भी राजनीतिक दल हैं उनसे रोजाना मुलाकात कर समर्थन जुटाने में लगे हुए हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने यह निर्णय लिया है की यदि दिल्लीवालों ने मुख्यमंत्री को दिल्ली की बागडोर संभालने की जिम्मेदारी सौंपी है, तो दिल्लीवालों के मान-सम्मान के लिए “आप” की सरकार सड़क से लेकर संसद तक आंदोलन करेगी।

केंद्र सरकार के काले अध्यादेश के खिलाफ दिल्ली के लोग महारैली में अपनी आवाज बुलंद करेंगे – गोपाल राय
मीडिया से बात करते हुए “आप” के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि केंद्र सरकार की तानाशाही के खिलाफ 11 जून को दिल्ली के हर कोने से लोग इस महारैली में शामिल होंगे। रैली की शुरुआत सुबह 10 बजे से होगी। धूप और गर्मी को देखते हुए पूरे मैदान में पंडाल लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा मैदान में पानी, टॉयलेट और मेडिकल की भी व्यवस्था की जा रही है, जिससे कि महारैली में आने में लोगों को किसी तरह की दिक्कत ना हो और पूरी दिल्ली की जनता मिलकर इस रामलीला मैदान से मोदी जी की तानाशाही के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें। मोदी सरकार ने चोर दरवाजे से ये काला अध्यादेश लाकर दिल्ली की जनता के सिर पर थोपा है। यह रैली दिल्ली के लोगों की है और वे इकट्ठे होकर अपनी आवाज बुलंद करेंगे। महारैली में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान, सभी कैबिनेट मंत्री, सांसद, विधायक, पार्षद भी शामिल होंगे। रैली में पूरी दिल्ली से लोग आने की तैयारी कर रहे हैं। मुझे लगता है कि यह रैली अब तक की सबसे बड़ी और ऐतिहासिक होगी।

मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए “आप” के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार दिल्ली के लिए ब्लैक अध्यादेश लेकर आई है। इससे पहले दिल्ली के इतिहास में कभी भी इस तरह का काला अध्यादेश नहीं आया। जो लोग ब्लैक अध्यादेश लेकर आए हैं, उनको तो सब काला-काला ही दिखेगा, लेकिन दिल्ली के लोगों को यह दिख रहा है कि पिछले 8 साल में शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी समेत सभी क्षेत्रों जो काम अरविंद केजरीवाल की सरकार ने किया है, ऐसा काम आज तक कोई सरकार नहीं कर पाई। इसलिए दिल्ली की जनता को सब व्हाइट-व्हाइट दिख रहा है, लेकिन भाजपा के नेताओं को सब ब्लैक-ब्लैक दिख रहा है। इसीलिए भाजपा की केंद्र सरकार रात के अंधेरे में चोर दरवाजे से ब्लैक अध्यादेश लेकर आई। भाजपा के लोग अरविंद केजरीवाल के कामों को देख कर हताशा में हैं।

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