पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की आज चौथी पुण्यतिथि के अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेवा सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने अरुण जेटली पार्क स्थिति उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजली अर्पित की। इस मौके पर अरुण जेटली के परिवार से उनकी पत्नी संगीता जेटली, उनके पुत्र डी.डी.सी.ए. अध्यक्ष रोहन जेटली और उनकी पुत्री सोनाली जेटली बख्शी उपस्थित थे।
इस मौके पर सांसद मनोज तिवारी एवं रमेश बिधूड़ी, एन.डी.एम.सी. उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय, जम्मू-कश्मीर भाजपा सह प्रभारी आशीष सूद, प्रदेश उपाध्यक्ष लता गुप्ता, ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष सुनील यादव, निगम पार्षद शिखा राय एवं राजपाल सिंह सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

वीरेन्द्र सचदेवा ने अरुण जेटली के साथ अपनी राजनीतिक अनुभवों को याद करते हुए कहा कि मैं अपने आप को बहुत भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे उनके सानिध्य में काम करने का मौका मिला और हमे हमेशा उनसे कुछ नया सिखने का अवसर मिला। उनकी राजनीतिक कुशलता अद्वितीय थी और उनकी प्रशासनिक दक्षता का लोहा विपक्ष भी मानता था। सदन में विपक्षी नेताओं को अपने तर्कों से निरुत्तर करने वाले अरुण जेटली हमेशा हम सब के लिए एक प्रेरणास्त्रोत रहेंगे।
सचदेवा ने कहा कि अरुण जेटली की ख्याति सिर्फ एक अधिवक्ता के तौर पर नहीं बल्कि वे हमेशा एक प्रतिबद्ध व प्रगतिशील राजनेता एवं कुशल संगठनकर्ता के रूप में याद किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनका जाना केवल भाजपा और श्री नरेन्द्र मोदी सरकार के लिए ही क्षति नहीं, बल्कि देश की अर्थ व्यवस्था और आम लोगों के लिए भी बड़ा झटका था।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अगर आज हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर उभरे हैं तो उसमें अरुण जेटली द्वारा लिए गए कुछ सफल फैसलों का भी योगदान रहा है। नोटबंदी, वस्तु एवं सेवा कर (जीएसीटी), बैंकों का एकीकरण, एनपीए क्लीनअप जैसे फैसलों ने श्री अरुण जेटली को एक सफल राजनेता के रुप में स्थापित किया।