*दिल्ली की जनता सौरभ भारद्वाज से जानना चाहती है कि क्या विधायक राजिंदर पाल गौतम और अमानतुल्ला खान भी कल अपने दफ्तरों में हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे — वीरेंद्र सचदेवा
*यह वोट खोने का डर है जो केजरीवाल और उनकी पार्टी के लोगों को हनुमान चालीसा की बात करने के लिए मजबूर कर रहा है – दिल्ली भाजपा अध्यक्ष
*आप नेता सौरभ भारद्वाज को बताना चाहिए कि 2021 में उनकी पार्टी अध्यक्ष और 2020 में खुद भारद्वाज की घोषणाओं के बावजूद उनकी पार्टी के विधायकों ने नियमित हनुमान चालीसा पाठ क्यों नहीं किया- वीरेंद्र सचदेवा
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि मंत्री सौरभ भारद्वाज आज भगवान राम की पूजा करने की बात कर रहे हैं, लेकिन क्या वह बता सकते हैं कि उनकी पार्टी ने अपने पूर्व मंत्री राजिंदर पाल गौतम के खिलाफ क्या कार्रवाई की है, जिन्होंने बार-बार सनातन धर्म अनुयायियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। राजेन्द्र पाल गौतम हमारे सनातनी देवी-देवताओं और श्री राम चरितमानस जैसे पवित्र ग्रंथों की आलोचना करते हैं।
दिल्ली के लोग सौरभ भारद्वाज से जानना चाहते हैं कि क्या विधायक राजिंदर पाल गौतम और अमानतुल्ला खान भी कल अपने कार्यालयों में हनुमान चालीसा पाठ रखेंगे।
सचदेवा ने कहा है कि यह वोट खोने का डर है जो केजरीवाल और उनकी पार्टी के लोगों को हनुमान चालीसा की बात करने के लिए मजबूर कर रहा है, अन्यथा वे राजिंदर पाल गौतम, ताहिर हुसैन और अमानतुल्ला खान जैसे लोगों के सनातन धर्म विरोधी एजेंडे को सुनकर खुश थे।
दिल्ली के लोग अरविंद केजरीवाल की वह कहानी भी नहीं भूले हैं, जिसमें उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेश से पहले अयोध्या में राम मंदिर के खिलाफ उनके नफरत भरे अभियान के दौरान बार बार कहा था की उनकी नानी कहती थीं कि दूसरे धर्म के लोगों को नाराज करके मंदिर बनाने का कोई फायदा नहीं है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि 2020 के दिल्ली दंगों के बाद दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने घोषणा की थी कि आम आदमी पार्टी के विधायक और कार्यकर्ता अब नियमित रूप से अपने कार्यालयों में सुंदरकांड और हनुमान चालीसा पाठ करेंगे, लेकिन इतने वर्षों में शायद ही किसी विधायक ने ऐसा किया।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी 2021 में अपनी पार्टी के विधायकों द्वारा नियमित हनुमान चालीसा आयोजित करने की इसी तरह की घोषणा की थी, लेकिन फिर भी सीएम सहित किसी ने भी अपने कार्यालयों में हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन नहीं किया।
आज दिल्ली के लोग सौरभ भारद्वाज से जानना चाहते हैं कि इतने वर्षों में बार-बार घोषणा करने के बावजूद उनकी पार्टी ने नियमित हनुमान चालीसा पाठ क्यों नहीं किया।