एक बुजुर्ग के लिए कभी भी ऐसा वक़्त न आए, जब उन्हें वृद्ध आश्रम में रहना पड़े। परंतु, एक तरफ़ वृद्धावस्था की आयु में बुजुर्गों को सेवा और देखभाल की ज़रूरत होती है तो वहीं दूसरी तरफ़ आज की पीढ़ी या तो उन्हें दरकिनार करने का प्रयास करती है या फिर सेवा और देखभाल करने से बचती है। कई बार बुजुर्गों के बच्चे विदेशों में रहने लगते हैं। यहाँ तक कि कई बार देखने में आता है कि नयी पीढ़ी में मूल्यों और संस्कारों के आभाव के कारण बुजुर्गों को घर से निकाल देते हैं। ऐसे वक़्त में बुजुर्गों को वृद्धाश्रम की तरफ़ रुख़ करना पड़ता है। दिल्ली में एक ऐसा ही आलीशान वृद्धाश्रम बनने जा रहा है। दिल्ली के कराला में स्थित शिव विहार के जे ब्लॉक में ग्रंथ फ़ाउंडेशन द्वारा सीता माँ वृद्धा आश्रम का भूमिपूजन समारोह बुधवार को संपन्न हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि अयोध्या धाम राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास जी और मुख्य संरक्षक विश्व विख्यात कथावाचक डॉक्टर नरेश चंद्र शास्त्री जी, मुख्य योगदान करता रायगढ़-छत्तीसगढ़ से विनोद कुमार बंसल, संस्थापक अध्यक्ष श्रीराम शर्मा व आदि कई गण्यमान्य लोग उपस्थित थे। भूमि पूजन के दौरान पूरी विधि विधान के साथ पूजा अर्चना और हवन किया गया। बताया जाता है कि यह वृद्ध आश्रम 1508 गज की भूमि पर बनाया जाएगा जिसमें चार मंज़िला भवन का निर्माण किया जाएगा। इस वृद्ध आश्रम में कुल 56 कमरे और 18 hall होंगे। भजन-कीर्तन और पूजा के लिए राम मंदिर का भी निर्माण किया जाएगा। समारोह के मुख्य अतिथि, मुख्य संरक्षक और संस्थापक अध्यक्ष ने मीडिया से बात की, सुनिए उन्होंने क्या कहा।
आपको बता दें कि ग्रंथ फ़ाउंडेशन द्वारा पहले सीता जी की रसोई चलायी जा रही है, और अब बुजुर्गों के लिए वृद्धाश्रम के निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया। बताया जाता है कि ये वृद्धा आश्रम काफ़ी सुख-सुविधा वाला रहेगा। जो भी बुजुर्ग यहाँ पर रहने के लिए आएंगे, उनके लिए हर सुख सुविधा का ध्यान रखने का दावा किया जा रहा है। टोटल ख़बरें दिल्ली से राजेश खन्ना की विशेष रिपोर्ट।