भाजपा की केंद्र सरकार ने भी माना, केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में वायु प्रदूषण कम किया- आप

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  • केंद्र सरकार की आर्थिक सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि 2016 से दिल्ली की हवा में लगातार सुधार आया है- प्रियंका कक्कड़
  • केजरीवाल सरकार ने ग्रीन कवर बढ़ाकर, इंडस्ट्री को पीएनजी में शिफ्ट कर और 24 घंटे बिजली देकर वायु प्रदूषण को नियंत्रित किया- प्रियंका कक्कड़
  • पब्लिक ट्रांसपोर्ट में इलेक्ट्रिक बसें शामिल करने से अब तक 47 हजार टन कार्बन डाईऑक्साइड का उत्सर्जन कम हुआ है- प्रियंका कक्कड़
  • ईमानदार सरकार समस्याओं का समाधान करती है और बेइमान सरकार समस्याएं पैदा कर लोगों को उसमें उलझा देती हैं- प्रियंका कक्कड़
  • सभी सरकारों से अपील, वो भी वायु प्रदूषण में सुधार लाने के लिए अरविंद केजरीवाल की तर्ज पर काम करें- प्रियंका कक्कड़

आम आदमी पार्टी ने वायु प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए दूसरी सरकारों से भी केजरीवाल सरकार की तर्ज पर काम करने की अपील की है। ‘‘आप’’ की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि कंेद्र सरकार ने भी माना है कि केजरीवाल सरकार में दिल्ली की हवा में सुधार आया है। केंद्र की आर्थिक सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि 2016 से दिल्ली की हवा लगातार अच्छी हुई है। यह सब सीएम अरविंद केजरीवाल के अथक प्रयासों की वजह से संभव हो पाया है। केजरीवाल सरकार ने दिल्ली का ग्रीन कवर बढ़ाकर, इंडस्ट्री को पीएनजी में शिफ्ट कर और 24 घंटे बिजली देकर वायु प्रदूषण को नियंत्रित किया। हवा को सुधारने में इलेक्ट्रिक बसों का भी काफी योगदान है। दिल्ली के पब्लिक ट्रांसपोर्ट में इलेक्ट्रिक बसें शामिल करने से 2022 से अब तक 47 हजार टन कार्बन डाईऑक्साइड का उत्सर्जन कम हुआ है।

आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने की दिशा में केजरीवाल सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को लेकर पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि 2023 की शुरूआत में संसद पटल पर आर्थिक सर्वे रिपोर्ट 2022-23 रखी गई थी। रिपोर्ट में बताया गया कि 2016 से दिल्ली की हवा में लगातार सुधार आया है। इससे यह बात साफ होती है कि अगर राजनीतिक इच्छा शक्ति और साफ नीयत हो तो हवा में भी सुधार किया जा सकता है। केंद्र सरकार को भी अपने आर्थिक सर्वे में मानना पड़ा कि दिल्ली की हवा लगातार साफ हुई है।

प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल के अथक प्रयासों की वजह से दिल्ली की हवा में लगातार सुधार आया है। इसे लेकर दिल्ली सरकार की तरफ से कई पहलें की गई हैं। ‘‘आप’’ की सरकार बनने के बाद दिल्ली के ग्रीन कवर में ऐतिहासिक वृद्धि हुई है। दिल्ली में 1800 इंडस्ट्री हैं और सभी को पीएनजी ईंधन पर शिफ्ट कर दिया गया है। दिल्ली में इंडस्ट्रीयल, कमर्शियल और रेजिडेंशियल इस्तेमाल के लिए 24 घंटे बिजली मिलती है। इस वजह से दिल्ली के अंदर प्रदूषण पैदा करने वाले डीजल पर आधारित जेनरेटर समाप्त हो गए हैं।

‘‘आप’’ की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि अब सीएम अरविंद केजरीवाल ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट को ईलेक्ट्रिक में बदलकर वायु में जाने वाले कार्बन डाईऑक्साइड पर नियंत्रण करने को ठाना है। सीएम ने लक्ष्य रखा है कि 2025 तक 80 फीसद बसें इलेक्ट्रिक होंगी। अभी तक दिल्ली में कुल 7582 हैं। इससे पहले दिल्ली के बस बेड़े में इतनी संख्या में बसें कभी नहीं थी। इन 7582 बसों में से 22 फीसदी बसों को इलेक्ट्रिक हैं। बुधवार को 350 इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली के बस बेड़े में शामिल की गई थीं और अब दिल्ली में कुल 1650 इलेक्ट्रिक बसें हो गई हैं, जो पूरे देश में सबसे अधिक है। साथ ही, इलेक्ट्रिक बसों की संख्या के मामलों में दिल्ली दुनिया का तीसरा शहर बन गया है। उन्होंने कहा कि 2022 में हमने दिल्ली के अंदर इलेक्ट्रिक बसें लाना शुरू किया था। 2022 से अब तक इलेक्ट्रिक बसों की वजह से 47 हजार टन कार्बन डाईऑक्साइड का उत्सर्जन कम करने में मदद मिली है। दिल्ली में प्रदूषण को कंट्रोल करने में इलेक्ट्रिक बसों का व्यापक असर हुआ है।

‘‘आप’’ की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल ने इतने कम समय में प्रदूषण के विरुद्ध युद्ध में इतना सुधार कर दिया तो बाकी सरकारें असमर्थ क्यों हैं, क्या उन में राजनीतिक इच्छा शक्ति नहीं है या नीयत नहीं है। यह फर्क एक ईमानदार सरकार का है। एक ईमानदार सरकार समस्यों को चिंहित करती है और उसका समाधान निकालती है। वहीं, बेइमान सरकार समस्याएं पैदा करती है और लोगों को उसी में उलझाए रखती है। हम सभी सरकारों से अपील करते हैं कि वो भी वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए अरविंद केजरीवाल की तर्ज पर काम करें।

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