*एयर फ्लो मीटर के सताये उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए आवश्यक है की केजरीवाल सरकार स्वीकारे की सरकार के मीटरों की गलती से अनाप शनाप बिल जारी हुए जिन्हे हम वापस ले रहे हैं – वीरेन्द्र सचदेवा
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है की अरविंद केजरीवाल सरकार ने गत 9 साल में अपने भ्रष्टाचार के खेल से ना सिर्फ दिल्ली जल बोर्ड को आर्थिक रूप से पूरी तरह बर्बाद किया है बल्कि जल बोर्ड के लाखों उपयोक्ताओं को भी ढगा है।
सत्ता में आने से पूर्व अरविंद केजरीवाल दिल्ली की तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर जल बोर्ड के माध्यम से टैंकर घोटाला करने और हवा के दबाव से चलने वाले फूंक मीटर जिन्हे एयर फ्लो मीटर भी कहा जाता लगा कर उपभोक्ताओं को लूटने की कोशिश करने का आरोप लगाते थे पर सत्ता में आने के केजरीवाल अपना हर वादा भूल गए।
दिल्ली को टैंकर माफिया मुक्त करने का दावा करने वाले केजरीवाल ने दिल्ली जल बोर्ड के माध्यम से अंधिकृत कॉलोनियों एवं क्लस्टरों में पाइप लाइन डलवा कर पानी सप्लाई का लाभ देने के बड़े बड़े वादे किये था पर नौ साल बाद भी टैंकर माफिया दिल्ली को लूट रहा है।
इसी तरह दिल्ली वालों को याद है की 2012-14 में केजरीवाल प्रेस कॉन्फ्रेंसों में मीडिया के सामने एयर फ्लो पानी मीटर लेकर आते थे और फूंक मार कर दिखाते थे की पानी आये ना आये यह मीटर सिर्फ लाइन में हवा आते ही पानी की खपत दिखा देते हैं और वादा करते थे की उनकी सरकार इन मीटरों पर प्रतिबंध लगा देगी।
2015 में सत्ता में आते ही अपने वादे के ठीक विपरीत केजरीवाल सरकार ने हर नये उपभोक्ता को ना सिर्फ एयर फ्लो मीटर देना शुरू कर दिया बल्कि लाखों पुराने उपभोक्ताओं के लाखों पुराने मीटर बदल कर भी एयर फ्लो फूंक वाले मीटर लगवा डाले।
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है की केजरीवाल सरकार के भ्रष्टाचार के चलते आज दस लाख से अधिक दिल्ली जलबोर्ड उपभोक्ता फूंक वाले मीटर का आर्थिक दंश भोग रहे हैं।
एयर फ्लो मीटर के सताये उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए आवश्यक है की सरकार स्वीकारे की सरकार के मीटरों की गलती से अनाप शनाप बिल जारी हुए जिन्हे हम वापस ले रहे हैं। साथ ही सरकार को अधिकारियों के साथ बैठ कर माफी नियम बनाने की भी जरूरत है जिस पर केजरीवाल सरकार कोई काम नही कर रही है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है की यह खेदपूर्ण है की केजरीवाल सरकार बिना प्रशासनिक नियम पालन किये उपभोक्ताओं को पानी राहत बिल कम करने का असम्भव सपना दिखा रही है जो कभी ना पूरा होने वाला एक छलावा मात्र है।