एनडीएमसी ने वित्तीय वर्ष 2023-2024 में 1025.59 करोड़ रुपये का संपत्ति कर, 937 करोड़ रुपयों का लाइसेंस शुल्क, 1811.71 करोड़ रुपयों का वाणिज्यिक राजस्व और 21 करोड़ रुपयों का पार्किंग शुल्क राजस्व के रूप में एकत्र किया ।
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) द्वारा एक टीम के रूप में किए गए निरंतर प्रयासों से, राजस्व संग्रह से न केवल लक्ष्य को पूरा किया गया, बल्कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के लक्ष्य से अधिक अर्जित किया गया है।
एनडीएमसी ने वित्त वर्ष 2023-24 में अपने विभिन्न राजस्व स्रोतो जैसे संपत्ति कर, लाइसेंस शुल्क, वाणिज्यिक राजस्व (पानी और बिजली) और पार्किंग शुल्क से कुल 3795.30 करोड़ का राजस्व एकत्र किया है।
संपत्ति कर राजस्व: एनडीएमसी संपत्ति कर की दर में कोई वृद्धि किए बिना अपने संपत्ति कर राजस्व संग्रह में लगातार वृद्धि कर रही है। इस नगर निकाय के इतिहास में पहली बार, संपत्ति कर राजस्व संग्रह 1000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है। एनडीएमसी ने अपने सम्पत्ति कर लक्ष्य 1150 करोड़ रुपये की तुलना में 1025.59 करोड़ रुपये का राजस्व संपत्ति कर के रूप में एकत्रित किया है, जो एक कीर्तिमान हैं।
जबकि एनडीएमसी ने वित्त वर्ष 2022-23 में 931.20 करोड़ रुपये वित्त वर्ष 2021-22 में 950.75 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2020-21 में 690.78 करोड़ रुपये का संपत्ति कर राजस्व के रूप में एकत्रित किया था।
वाणिज्यिक राजस्व (बिजली – पानी शुल्क): एनडीएमसी अपने क्षेत्र के निवासियों और सेवा उपयोगकर्ताओं को बिजली के साथ-साथ पानी की आपूर्ति के लिए भी जिम्मेदार है। वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान, बिजली और पानी की आपूर्ति में, एनडीएमसी ने 1659.95 करोड़. रुपये के लक्ष्य की तुलना में 1811.71 करोड़ रुपये का वाणिज्यिक राजस्व एकत्र किया है, जबकि यह राजस्व वित्त वर्ष 2021-22 में 1503 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2022-23 में 1722 करोड़ रुपये था।
लाइसेंस शुल्क: एनडीएमसी ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए लाइसेंस शुल्क संग्रह के लक्ष्य को पार कर लिया है। संपदा विभाग ने लाइसेंस फीस के लक्ष्य 825 करोड़ रुपये के मुक़ाबले 937 करोड़ रुपये का राजस्व वसूल करके एक नया कीर्तिमान बनाया है।
यह पहली बार हुआ है कि संपदा विभाग ने न केवल लक्ष्य को हासिल किया है बल्कि लाइसेंस शुल्क संग्रह के पूर्व आंकड़ो के मुक़ाबले एक नया बेंचमार्क भी स्थापित किया है।
वित्त वर्ष 2022-23 में लाइसेंस शुल्क वसूली का आंकड़ा 628.68 करोड़ रुपये था, जो कि वित्त वर्ष 2021-22 में 527.74 करोड़ रुपये रहा।
पार्किंग शुल्क: एनडीएमसी ने पार्किंग शुल्क से इस वित्त वर्ष में 21 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्र किया, जो कि इस वित्त वर्ष के लक्ष्य 20 करोड़ रुपयो से एक करोड़ रुपये अधिक है।
पालिका परिषद के अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई देते हुए, एनडीएमसी के अध्यक्ष- श्री अमित यादव ने कहा कि एनडीएमसी कर्मचारियों और अधिकारियों के समर्पण और टीम भावना से ही यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल हुई है और इसका श्रेय एक समर्पित टीम को जाता है।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रगति की यह भावना भविष्य में भी बरकरार रहेगी और एनडीएमसी टीम इससे एक कुशल, प्रभावी और रहने योग्य शहरी क्षेत्र में इस परिषद को बदलकर देश में एक रोल मॉडल बनने के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि यह टीम द्वारा समर्पण और कड़ी मेहनत के साथ जिम्मेदारी की भावना से ही संभव हो सकता है।
एनडीएमसी अध्यक्ष श्री यादव ने विशेष रूप से उल्लेख किया कि एनडीएमसी भारत की उन कुछ नगर पालिकाओं में से एक है, जिसने न केवल वर्ष 2017-18 में एए+ की क्रेडिट रेटिंग हासिल की, बल्कि आज तक उसी रेटिंग को बरकरार बनाए रखा है।