- भाजपा की प्रवक्ता और प्रत्याशी बांसुरी स्वराज ने संजय सिंह के खिलाफ कोर्ट में ईडी का प्रतिनिधत्व किया- सोमनाथ भारती
- संजय सिंह के मामले में 5 फरवरी, 12 मार्च, 11 सितंबर को आए कोर्ट के आदेश में भी बांसुरी स्वराज का नाम है, अब ईडी उनका नाम हटवाने कोर्ट गई है- सोमनाथ भारती
- भाजपा जांच एजेंसियों को टूल की तरह इस्तेमाल कर रही है, ईडी-सीबीआई और चुनाव आयोग भाजपा की राजनीतिक ईकाई बन गए हैं- सोमनाथ भारती
- राघव रेड्डी के दो बयानों में केजरीवाल का नाम नहीं आया, लेकिन भाजपा से डील होते ही तीसरे बयान में नाम आ गया और उसके पिता मगुंटा रेड्डी को एनडीए से टिकट मिल गया- सोमनाथ भारती
- ईडी-सीबीआई और आईटी के जरिए भाजपा ने इलेक्टोरल बॉन्ड के नाम पर 2471 करोड़ रुपए की वसूली की- सोमनाथ भारती
- 2014 के बाद 25 नेताओं पर भ्रष्टाचार के केस चले और भाजपा में शामिल होने पर ईडी ने 23 नेताओं के केस बंद कर दिए- सोमनाथ भारती
आम आदमी पार्टी ने सांसद संजय सिंह के मामले में भाजपा की प्रवक्ता एवं प्रत्याशी बांसुरी स्वराज द्वारा ईडी का प्रतिनिधित्व करने पर गंभीर सवाल खड़ा किया है। ‘‘आप’’ प्रत्याशी सोमनाथ भारती ने कहा कि ईडी और भाजपा एक ही हैं। इनमें कोई अंतर नहीं है। ईडी के वकीलों में भाजपा की प्रवक्ता बांसुरी स्वराज का नाम शामिल है। बांसुरी स्वराज ने सांसद संजय सिंह के खिलाफ कोर्ट में ईडी का प्रतिनिधित्व किया। संजय सिंह के मामले में दो अप्रैल के अलावा 5 फरवरी, 12 मार्च, 11 सितंबर को आए कोर्ट के आदेश में भी बांसुरी स्वराज का नाम है। बांसुरी स्वराज का नाम सार्वजनिक होने के बाद ईडी अब उनका नाम हटवाने कोर्ट गई है। उन्होंने कहा कि ईडी-सीबीआई और चुनाव आयोग भाजपा की राजनीतिक ईकाई बन गए हैं। ईडी-सीबीआई और आईटी के जरिए भाजपा ने इलेक्टोरल बॉन्ड के नाम पर 2471 करोड़ रुपए की वसूली की है। 2014 के बाद 25 नेताओं पर भ्रष्टाचार के केस चले थे। इसमें से 23 नेता भाजपा में शामिल हो गए और ईडी ने इनके सारे केस बंद कर दिए।
“आप” के वरिष्ठ नेता और लोकसभा उम्मीदवार सोमनाथ भारती ने पार्टी मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि बीजेपी कंेद्रीय जांच एजेंसियों को एक औजार की तरह इस्तेमाल कर रही है। हमारे पास ऐसे सबूत हैं, जिनको देखने के बाद किसी तरह का संदेह नहीं रह जाता है। बीजेपी ने भारत के संविधान और लोकतंत्र को तार-तार किया है। आम आदमी पार्टी ने शुरूआत से कहा है कि ईडी, सीबीआई और चुनाव आयोग भाजपा की राजनीतिक इकाई बन गए हैं। अब यह सिद्ध हो चुका है कि ईडी और भाजपा एक ही हैं। ईडी ही बीजेपी है और बीजेपी ही ईडी है। बीजेपी ने शराब घोटाले के नाम पर आम आदमी पार्टी की सरकार को गिराने की कोशिश की। हम पहले भी कई बार बता चुके हैं कि बीजेपी किस तरह से ईडी के माध्यम से राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रही है।
“आप” नेता सोमनाथ भारती ने बताया कि कैसे सरथ रेड्डी को 6 महीने जेल में रखा गया। उसके 6 बार बयान लिए गए लेकिन सीएम अरविंद केजरीवाल का उसमें कहीं नाम नहीं आया। इसके बाद भाजपा ने सरथ रेड्डी से डील की कि उसको दो शर्तों पर छोड़ा जाएगा। पहला, सरथ रेड्डी अरविंद केजरीवाल का नाम लेगा और दूसरा, सरथ रेड्डी भाजपा को 55 करोड़ रुपए वसूली के रूप में देगा। इसी डील के बाद सरथ रेड्डी से भाजपा की ईडी ने 7वां बयान लिया और उसने सीएम केजरीवाल का के खिलाफ बयान दिया। ‘‘आप’’ पहले भी सबूतों के साथ बता चुकी है केसे ओरोबिन्दो फार्मा कंपनी के अकाउंट से बीजेपी को पैसे ट्रांसफर किए गए। सरथ रेड्डी झूठे बयान के आधार पर देश के लोक्रप्रिय सीएम अरविंद केजरीवाल को बिना किसी सबूत या मनी ट्रेल के गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने कहा कि सरथ रेड्डी की तरह ही सरकारी गवाह राघव रेड्डी के पिता मगुंटा रेड्डी का भी भाजपा से लिंक निकला। मगुंटा रेड्ी के बेटे राघव रेड्डी को 10 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किया गया। उसके पहले के दो बयानों में सीएम केजरीवाल का कहीं नाम नहीं था, लेकिन जब बीजेपी से बेल देने की डील पक्की हो गई तो उसने तीसरे बयान में अरविंद केजरीवाल का नाम ले लिया। बाद में मगुंटा रेड्डी को टीडीपी से लोकसभा चुनाव का टिकट मिंल गया। पूरे देश ने देखा कि बीजेपी ने किस तरह से इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से ईडी को एक नया काम दिया है। बीजेपी ने ईडी का इस्तेमाल कर वसूली करने का काम किया है। बीजेपी ने 2,471 करोड़ रुपए ईडी, आईटी और सीबीआई के जरिए उन कंपनियों से अपने अकांउट से वसूली कराए। ये सभी चीजें इसी तरफ इशारा कर रही हैं कि बीजेपी और ईडी में कोई फर्क नहीं है। दोनों एक ही है।
उन्होंने कहा कि मंगलवार को जब सुप्रीम कोर्ट से आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह को जमानत मिली तो उस आदेश में कुछ ऐसा देखने को मिला जिससे ये पता चलता है कि जो आम आदमी पार्टी कह रही थी वो सच साबित हो गया। उन्होंने 2 अप्रैल 2024 के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि इसमें बीजेपी की बांसूरी स्वाराज ईडी को रिप्रेजेंट कर रही हैं। बांसूरी स्वराज, बीजेपी की प्रवक्ता और लोकसभा उम्मीदवार हैं। एक ऐसा व्यक्ति कोर्ट में आम आदमी पार्टी के नेता के खिलाफ ईडी का प्रतिनिधित्व कर रहा है, तो इससे बड़ा क्या सबूत होगा कि बीजेपी ने राजनीतिक फायदे के लिए ईडी का दुरुपयोग किया। ईडी एक राजनीतिक इकाई की तरह बीजेपी के लिए काम कर रही है।
‘‘आप’’ नेता सोमनाथ भारती ने कहा कि जब सोशल मीडिया के जरिए इस बात को सामने लाया गया तो ईडी कोर्ट चली गई कि उपस्थिति सूची से बांसूरी स्वराज का नाम डिलीट किया गाए। पिछले आदेशों में भी उनका नाम इस सूची में शामिल है। 5 फरवरी 2024, 12 मार्च 2024 और 11 दिसंबर 2023 को संजय सिंह के मामले में आए कोर्ट के आदेशों में हर जगह बीजेपी की प्रवक्ता और उनकी लोकसभा प्रत्याशी बांसूरी स्वराज ईडी का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। इससे बड़ा सबूत और हो सकता है कि ईडी, बीजेपी की एक राजनीतिक इकाई के तौर पर काम कर रही है। वो बीजेपी के लिए वसूली कर रही है और बीजेपी के लिए ही इस चुनाव को निष्पक्ष नहीं होने दे रही है।
एक अंग्रेजी अखबार का हवाला देते हुए सोमनाथ भारती ने कहा कि 2014 से 25 नेताओं पर भ्रष्टाचार के मुकदमे चले, उनमें से 23 नेताओं के भाजपा में शामिल होने पर केस बंद हो गए। यानि आप भ्रष्टाचार करो, बीजेपी में जाओ और भ्रष्टाचार के मामलों से मुक्ति पाओ। अगर आप बीजेपी में नहीं जाओगे तो जेल जाओ। ईमानदार नेताओं को बीजेपी में आने के लिए धमकाया जाता है, जैसे मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, संजय सिहं और हमारे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ किया गया। हमने जो सबूत दिखाए उसके बाद अब शक की कोई गुंजाइश बाकी नहीं रह जाती है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों में बांसूरी स्वराज का नाम दर्ज है।
इस दौरान आम आदमी पार्टी के लीगल सेल के हेड संजीव नसियार ने कहा कि बीजेपी के राजनीतिक शाखा से जुड़ी हुई एक नेता लगातार 4 महीने से इस केस में ईडी का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। इससे बड़ा कोई और सबूत नहीं हो सकता है कि सुप्रीम कोर्ट ने भी कई बार टिप्पणियां की हैं कि इन 2 सालों के दौरान ईडी हमारे किसी भी नेताओं के खिलाफ एक भी रुपए के ट्रेल को ढूंढ नहीं पाई है। लेकिन इसके बावजूद 21 मार्च की रात को सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसी दिन ईडी ने कोर्ट के सामने कहा था कि हमे इन्हें गिरफ्तार नहीं करना है, केवल पूछताछ करनी है। बीजेपी की तरफ से उन्हें निर्देश दिया गया था कि हाई कोर्ट का कुछ भी आदेश आए लेकिन आज रात ही सीएम को उठाना है। ईडी ने एक लोकप्रिय मुख्यमंत्री को जिस तरह से गिरफ्तार किया, हमारे सबूतों से ये साबित होता है कि बीजेपी पर्दे के पीछे भी और बाहर भी, कोर्ट के अंदर भी और कोर्ट के बाहर भी आम आदमी पार्टी को खत्म करने की कोशिस कर रही है। लेकिन हम ये स्पष्ट कर दें कि हम एक ईमानदार नेता के नेतृत्व में काम कर रहे हैं जो दुनिया में ईमानदार राजनीति करने के लिए आए हैं। उन्होंने ये साबित किया है कि वो लौह पुरुष हैं, हमारा कोई नेता किसी से न डरा है, न डरेगा। बीजेपी की घबराहट और बढ़ने वाली है,उसकी उल्टी गिनती शुरु होने वाली है।