*केंद्रीय गृहमंत्री एवं सहकारिता मंत्री, भारत सरकार, अमित शाह ने कामकाजी महिला छात्रावास- ‘सुषमा भवन’, लक्ष्मी बाई नगर, नई दिल्ली का उद्घाटन किया, और आधुनिक पशु देखभाल सुविधा के लिए पशु चिकित्सा केंद्र, मोती बाग, नई दिल्ली का भी वर्चुअल उद्घाटन, ब्रिगेडियर होशियार सिंह मार्ग, नई दिल्ली से आज किया।
*सुषमा भवन – कामकाजी महिला छात्रावास के उद्घाटन के अवसर पर, अमित शाह ने तीन नए निवासियों को छात्रावास के कमरों की चाबियाँ सौंपीं।
*इस अवसर पर, उपराज्यपाल, दिल्ली – विनय कुमार सक्सेना, संसद सदस्य – बांसुरी स्वराज, अध्यक्ष एनडीएमसी – केशव चंद्र, उपाध्यक्ष- कुलजीत सिंह चहल, सदस्य – अनिल वाल्मिकी, सरिता तोमर एवं दिनेश प्रताप सिंह सहित सचिव – तारिक थॉमस, विभागाध्यक्ष, एनडीएमसी के वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित थे।
अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि सुषमा जी के नाम से बने इस नए वर्किंग विमेंस हॉस्टल भवन में रहने वाली बहनों का नाम एक ऐसी नेत्री से जुड़ रहा है, जो भारत में महिला सशक्तीकरण, जागरूकता व संघर्ष के लिए हमेशा प्रेरणास्रोत रही हैं। इस देश का लोकतांत्रिक इतिहास सुषमा जी को एक संघर्ष करने वाली विपक्ष की नेता के रूप में हमेशा याद रखेगा। उन्होंने कहा कि सुषमा जी ने पिछली सरकार के 12 लाख करोड़ के घपलों-घोटालों और भ्रष्टाचार को संसद में एक्सपोज़ करने का काम किया था। लोकतंत्र में विपक्ष के नेता के पद के महत्व के उदाहरण के रूप में सुषमा जी को हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी विपक्ष के नेताओं को सुषमा जी की कार्यशैली से सीखना चाहिए। उन्होंने कहा कि सुषमा जी ने पूरे देश में महिला सशक्तिकरण की अलख जगाई और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार में विदेश मंत्री के नाते देश की जनता की तकलीफों को समझने वाली विदेश मंत्री के रूप में एक जीवंत उदाहरण पेश किया।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि NDMC ने इस भवन के रूप में लगभग 500 वर्किंग विमेन के लिए सुरक्षित निवास की व्यवस्था की है। इस भवन का उद्घाटन, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के अर्बन डेवलपमेंट के विज़न को उजागर करने वाला एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत के शहरी विकास को नीतिगत आधार देने का काम किया। मोदी जी ने ग्लोबल स्टैंडर्ड फैसिलिटी पर बल दिया और अर्बन डेवलपमेंट नीति में एक प्रमुख उपकरण के रूप में इसका समावेश किया। मोदी जी ने संचार और सड़क की उत्तम कनेक्टिविटी को अर्बन डेवलपमेंट पॉलिसी का हिस्सा बनाया। उन्होंने कहा कि पहले शहरों के आस-पास बसे गांवों का किसी भी नीति में कोई समावेश नहीं था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी जी ने उसे अर्बन डेवलपमेंट नीति में शामिल किया, जिसके कारण पिछले 10 साल में शहरों का परिदृष्य बदला है। श्री शाह ने कहा कि मोदी जी ने शहरी विकास नीति में ई-गवर्नेंस को प्राथमिकता दी, 100 शहरों को चुनकर स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने का प्रयास किया और स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट में Data Driven Approach को शामिल किया। इस अप्रोच के कारण शहरों का न सिर्फ समविकास हुआ है बल्कि विकास को भविष्य की दृष्टि से ज़मीन पर उतारने में भी सफलता मिली है।
अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने सुरक्षा के लिए कई शहरों में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर बनाए और सीसीटीवी कैमरा के पूरे नेटवर्क को इनके साथ जोड़ा गया। आने वाले दिनों में AI का उपयोग कर इन कैमरा को बहुद्देश्यीय योजनाओं में उपयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अमृत योजना, 1000 किलोमीटर से लंबे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार, इलेक्ट्रिक व्हीकल की पहल और पर्यावरण अनुकूल सौर ऊर्जा के लिए पीएम-सूर्यघर योजना की शुरूआत भी मोदी जी ने की। श्री शाह ने कहा कि शहरों की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण, अर्बन डेवलपमेंट पॉलिसी के दो महत्वपूर्ण बिंदु बनाए गए। इनके लिए स्वच्छ भारत अभियान, अर्बन वेस्ट मैनेजमेंट पॉलिसी, ग्रीन एनर्जी, सोलर रूफटॉप प्रोजेक्ट जैसी कई पहल की गईं। उन्होंने कहा कि आज़ादी के 75 साल बाद पहली बार प्रधानमंत्री मोदी जी ने रेहड़ी-पटरी वालों के लिए न सिर्फ जगह सुन्श्चित की बल्कि स्वनिधि योजना के माध्यम से उन्हें सम्मानपूर्वक जीवन जीने और ऋण लेने का अधिकार भी दिया।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि नौकरी की तलाश में फ्रस्ट्रेशन के शिकार युवाओं को स्किल इंडिया मिशन के माध्यम से स्वरोजगार के साथ जोड़कर उन्हें सशक्त करने का काम किया गया। मोदी सरकार की नीतियों के कारण सभी शहरों के बीच स्वच्छता रैंकिंग स्पर्धा और क्लाइमेट स्मार्ट सिटी फ्रेमवर्क के कारण एक स्वच्छ स्पर्धा शुरू हुई। श्री शाह ने कहा कि शहरी विकास नीति के सभी आयामों को एकीकृत कर इसे परिणामोन्मुखी बनाया गया और दीर्घकालीन विज़न के साथ भविष्य की ज़रूरतों को पूरा करने वाले विकास का रोडमैप बनाया गया जो हमारे शहरों को ग्लोबल सिटीज़ की सूची में शामिल करने में मदद करेगा।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पिछले 10 साल में दिल्ली के विकास के लिए 68 हज़ार करोड़ के इन्फ्रास्ट्रक्चर के काम किए गए हैं। मोदी सरकार ने मोदी सरकार ने दिल्ली में सड़कों के लिए 41 हज़ार करोड़ रुपये, रेलवे से संबंधित 15 हज़ार करोड़ रुपये और हवाईअड्डे और उसके आसपास की सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए 12 हज़ार करोड़ रुपये के काम किए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर 8 हज़ार करोड़ रूपए खर्च हुए और अब 45 मिनट में दिल्ली से मेरठ पहुंचा जा सकता है। दिल्ली से मुंबई की 24 घंटों की यात्रा को 12 घंटे में पूरा करने के लिए हाईस्पीड क़ॉरीडोर बनाया जा रहा है, 7500 करोड़ रुपये की लागत से द्वारका एक्सप्रेसवे, 11 हज़ार करोड़ रुपये की लागत से ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे, 7715 करोड़ रुपये की लागत से अर्बन एक्सटेंशन रोड, 920 करोड़ रुपये की लागत से प्रगति मैदान इंटीग्रेटेड ट्रांज़िट कॉरीडोर और 30 हज़ार करोड़ रुपये की लागत से दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस रेल गलियारा बनाया गया है। उन्होंने कहा कि भारत मंडपम में 7000 सीट का कन्वेंशन सेंटर और 3000 सीटों वाला एम्फीथियेटर बना, 5400 करोड़ रुपये की लागत से यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर, 250 करोड़ रुपये की लागत से द्वारका गोल्फ कोर्स, 92 करोड़ रुपये की लागत से द्वारका स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनाया गया है। पीएम-उदय योजना के तहत 1731 कॉलोनियों को नियमित करने की प्रक्रिया शुरू कर 40 लाख गरीबों को मालिकाना हक देने की योजना के साथ ही झुग्गीवासियों को फ्लैट देने की योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी में 29 हज़ार मकान और लगभग 354 करोड़ से 3000 EWS फ्लैट्स बनाए गए। उन्होंने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय में नया वीर सावरकर कॉलेज, प्रधानमंत्री संग्रहालय, पुलिस स्मारक, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर और एक्स्पो सेंटर का विकास, ऑक्सीजन पार्क और कई ग्रीन पहलें की गईं हैं।
अमित शाह ने दिल्लीवासियों के 45 करोड़ के खर्च से 50 हज़ार गज़ क्षेत्र में दिल्ली में एक शीशमहल बनाए जाने के आरोपों का जिक्र करते हुए कहा कि राजधानी की जनता इसका हिसाब मांग रही है। उन्होंने कहा कि जब दिल्ली के इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए 10 साल काम करने का मौका मिला तब यहां विकास पर ध्यान न देकर शीशमहल बनाने का काम किया गया।
अपने संबोधन में, एलजी-दिल्ली, विनय कुमार सक्सेना ने इस नवनिर्मित कामकाजी महिला छात्रावास का उद्घाटन करने के लिए माननीय गृह मंत्री – अमित शाह के प्रति आभार व्यक्त किया, जिसका नाम भारत की महान राजनीतिक व्यक्तित्व, पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री – स्वर्गीय सुषमा स्वराज के नाम पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि यह छात्रावास काम के लिए दिल्ली आने वाली महिलाओं को सुरक्षित आवास और भय मुक्त वातावरण प्रदान करेगा।
सक्सेना ने आगे कहा कि यह वास्तव में महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है जिसके लिए एनडीएमसी बधाई की पात्र है। उन्होंने कहा कि इस सुषमा भवन में तीन मंजिला इमारत में 39 सुसज्जित कमरे बनाए गए हैं, जो एसी और लिफ्ट की सुविधा से सुसज्जित हैं, इस परिसर में 78 कामकाजी महिलाओं को आवास की सुविधा मिल सकेगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा के लिए हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी के दृष्टिकोण को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अपने संबोधन में बांसुरी स्वराज ने कहा कि यह वास्तव में स्वतंत्र महिलाओं और महिला सुरक्षा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट में कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावास बनाने का प्रावधान है और यह कदम सरकार की महिला सशक्तिकरण की ओर प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
अपने स्वागत भाषण में एनडीएमसी के अध्यक्ष – केशव चंद्रा ने कहा कि यह हम सभी के लिए अविस्मरणीय क्षण है कि एनडीएमसी के कामकाजी महिला छात्रावासों की श्रृंखला में सुषमा भवन के नाम से एक नया अध्याय जुड़ गया है। हमें यह शुभ अवसर देने के लिए हम सभी माननीय गृह मंत्री के आभारी हैं। उन्होंने कहा कि सुषमा भवन के निवासियों को मेट्रो कनेक्टिविटी के साथ-साथ एनडीएमसी के नजदीकी परिसरों में स्विमिंग पूल और ओपन जिम की सुविधाएं भी आसानी से मिलेंगी।
एनडीएमसी के उपाध्यक्ष – कुलजीत सिंह चहल ने एनडीएमसी की ओर से अपने धन्यवाद प्रस्ताव में कहा कि भारत में आतंकवाद के खिलाफ महान योद्धा – अमित शाह हमेशा एनडीएमसी टीम को विकास कार्यों के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने एनडीएमसी में 4400 कर्मचारियों को आरएमआर से स्थायी कर्मचारी तक नियमित करने के लिए भी शाह को धन्यवाद दिया। उन्होंने दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना के बेहतर मार्गदर्शन की भी सराहना की। चहल ने परिषद की बैठकों में सक्रिय भूमिका के लिए बांसुरी स्वराज को भी धन्यवाद दिया।
माननीय केंद्रीय गृह मंत्री, अमित शाह ने इस अवसर पर पशु चिकित्सा केंद्र – आधुनिक पशु देखभाल सुविधा, मोती बाग का भी वर्चुअली उद्घाटन किया। भवन में वातानुकूलित परामर्श कक्ष, ओपीडी अनुभाग, सर्जरी अनुभाग और प्रतीक्षा क्षेत्र की सुविधाएं हैं। जानवरों और पक्षियों को सटीक और व्यापक निदान प्रदान करने के लिए जल्द ही अल्ट्रासाउंड, डिजिटल एक्स-रे, डायग्नोस्टिक प्रयोगशाला और ईसीजी सेवाएं शुरू की जाएंगी। अनुभवी पशु चिकित्सकों की एक समर्पित टीम और सहायता प्रणाली के साथ इस उन्नत सुविधा में सर्वोत्तम देखभाल प्रदान की जाएगी। ग्राउंड + दो मंजिला इमारत का निर्माण 420 वर्ग मीटर के भूखंड में किया गया है, जिसमें प्रत्येक मंजिल में 140.95 वर्ग मीटर कवर क्षेत्र है।