नई दिल्ली में आयोजित खो खो विश्व कप का उद्घाटन संस्करण पुरुष और महिला दोनों भारतीय टीमों द्वारा ट्रॉफी उठाने के साथ समाप्त हुआ। लेकिन यह एक ऐसा यादगार टूर्नामेंट था, जिसने देश को मंत्रमुग्ध करने के साथ-साथ ग्लोबल फैंस की कल्पनाओं पर भी कब्जा कर लिया। यह ऐतिहासिक आयोजन लाखों लोगों के लिए अविस्मरणीय यादें छोड़ गया, जिसमें विदेशी खिलाड़ी भी शामिल हैं।
टूर्नामेंट की शुरुआत छह महाद्वीपों के 23 प्रतिभागी देशों का भारतीय परंपरा के अनुसार स्वागत करते हुए एक जीवंत सांस्कृतिक उत्सव के साथ हुई। एक अविस्मरणीय उद्घाटन समारोह का आयोजन हुआ, जिसमें भारतीय आतिथ्य की असाधारण प्रकृति को उजागर किया गया। इस उद्घाटन समारोह में आकर्षक संगीत और नृत्य परफार्मेंस शामिल थे। इन सबके बीच प्रतियोगिता की शुरुआत हुई और इसके बाद खेल की रोमांचक प्रकृति ने दर्शकों को अपनी सीटों से चिपकाए रखा।
ईरान के आमिर घियासी ने भारत में अपने अनुभवों के बारे में पूछे जाने पर कहा, “हम पहली बार भारत आए थे और हमने बहुत अच्छा समय बिताया। भारतीय आतिथ्य बहुत बढ़िया था। जब हम पहली बार यहां पहुंचे, तो हमें हर तरह की सुविधा दी गई। जिस होटल में हम ठहरे और जो खाना हमें मिला, वह हमारे लिए खास तौर पर बनाया गया था, इसलिए हमें कोई परेशानी नहीं हुई। यह पहली बार था जब हमने भारतीय संस्कृति को देखा और हमने सांस्कृतिक समारोहों का वास्तव में आनंद लिया। यह अद्भुत था।”
न्यूजीलैंड की महिला टीम का हिस्सा रहीं मूल भारतीय अमनदीप कौर ने आगे कहा, “हमने भारती. आतिथ्य का पूरा आनंद लिया। मुख्य बात यह थी कि हमने कभी नहीं सोचा था कि प्रतियोगिता इतनी कठिन होगी। इसलिए अब हम अगले स्तर की तैयारी के लिए उत्साहित हैं।”
भारतीय खो खो महासंघ (केकेएफआई) और अंतरराष्ट्रीय खो खो महासंघ (आईकेकेएफ) के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल, केकेएफआई महासचिव एमएस त्यागी और आईकेकेएफ महासचिव रोहित हल्दानिया के नेतृत्व में टूर्नामेंट के आयोजकों ने यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी ली कि यात्रा करने वाले देशों को उनकी मूल आवश्यकताओं के अनुसार सभी सुविधाएँ प्रदान की जाएँ। यह कठिन कार्य बहुत सफलतापूर्वक पूरा हुआ, क्योंकि विदेशी सितारों ने उपलब्ध सुविधाओं की प्रशंसा की।
अमनदीप ने आगे कहा, “भारत में सभी को यहां का माहौल बहुत पसंद आया। यहां तक कि अन्य टीमों के खिलाड़ियों को भी यहां बहुत मजा आया। भारत द्वारा अन्य देशों को दी गई मेहमाननवाज़ी बिल्कुल अद्भुत थी। पूरी दुनिया को एक छत्र के नीचे देखना बहुत अच्छा है। अगर कोई समस्या होती थी, तो हमें तुरंत सहायता मिली। डॉक्टर और फिजियो उपलब्ध रहे और खिलाड़ियों को खाने-पीने की जो भी चीज़ें चाहिए थीं, उन्हें तुरंत पूरा किया गया। भारत इस टूर्नामेंट की मेजबानी करने वाला सबसे अच्छा देश है।”
अंतर्राष्ट्रीय खो-खो खिलाड़ी भारत के सांस्कृतिक माहौल में भी रमने में सक्षम रहे। उन्हें आगरा में ताजमहल देखने का मौका मिला और इन सबने भारतीय स्ट्रीट फूड का स्वाद भी चखा।
पेरू पुरुष टीम की मुख्य कोच सिल्वाना पेट्रीसिया ने कहा, “आतिथ्य से लेकर भोजन तक सब कुछ अद्भुत था। मुझे डांस शो, ड्रेस और संगीत बहुत पसंद आया। यहां, आपको पता नहीं होता कि कहां देखना है क्योंकि आप सब कुछ देखना चाहते हैं और आप एक ही बार में हर जगह पहुंच जाना चाहते हैं। विश्व कप का अनुभव बहुत बढ़िया रहा।”
ब्राज़ील पुरुष टीम की मुख्य कोच लॉरा डोअरिंग ने कहा, “हमारी संस्कृति से सब कुछ बहुत अलग है। मैं हर जगह की हर एक छोटी-छोटी बात को देखना चाहती हूं। मैं बहुत खुश हूं। और मुझे खुशी है कि मैं यहां आई। यहां के लोग बहुत अच्छे हैं और यहां की मेहमाननवाज़ी सबसे अच्छी चीज़ है। मैं यहाँ कुछ डांस मूव्स भी सीखना चाहती हूं और उसे अपने साथ वापस ले जाना चाहती हूं।”