‘भीमा,’ ‘हप्पू की उलटन पलटन,’ और ‘भाबीजी घर पर हैं’ के नए एपिसोड्स रोमांच और उत्साह को एक नए स्तर पर ले जायेंगे। ‘भीमा’ की आगामी कहानी के बारे में बात करते हुए, स्मिता सेबल जोकि धनिया की भूमिका निभा रही हैं, ने कहा, ‘‘विशंभर (विक्रम द्विवेदी) मंदिर में मीरा से शादी कर लेता है, लेकिन कैलाशा बुआ (नीता मोहिंद्रा) और कालिका सिंह (मयंक मिश्रा) उसे स्वीकार करने से इनकार कर देते हैं। जब वे दोनों उन्हें रिश्वत देकर गाँव छोड़ने के लिए मजबूर करने की कोशिश करते हैं, तो विशंभर पलटवार करते हुए बड़ी धूमधाम से शादी का ऐलान कर देता है। यह सुनकर गुस्साए कालिका सिंह उसकी हत्या की धमकी देता है, लेकिन कैलाशा बुआ उसे रोकते हुए कहती है कि वह उनकी ज़िंदगी को जहन्नुम बना देगी। इस बीच, भीमा (तेजस्विनी सिंह) समाज के ताने-बाने के खिलाफ मजबूती से खड़ी होती है और डॉ. अंबेडकर की सीख से प्रेरित होकर ऊंच-नीच के भेदभाव का सामना करती है। शादी के दौरान धर्मशीला और पिंकी मीरा को आलता रस्म में नुकसान पहुंचाने की कोशिश करती हैं, लेकिन भीमा उनकी साजिश का पर्दाफाश कर देती है। क्रूरता का विरोध करते हुए, विशंभर कांच पर चलकर अपनी ताकत दिखाता है। इसी दौरान, फुलमतिया, धनिया को परिवार में फूट डालने के लिए जिम्मेदार ठहराती है और गया घर के बंटवारे की पुष्टि करता है। धनिया इस बंटवारे को रोकने की पूरी कोशिश करती है, लेकिन बाबासाहेब अंबेडकर से प्रेरणा लेते हुए भीमा इसे गरिमा के साथ स्वीकार करती है। इसके बाद, गया और फुलमतिया, घर को बांटने के लिए कैलाशा बुआ का सहारा लेते हैं!‘‘
गीतांजलि मिश्रा ऊर्फ राजेश ने ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की आगे दिखाई जाने वाली मजेदार कहानी के बारे में बताते हुये कहा, ‘‘राजेश हप्पू (योगेश त्रिपाठी) से शिकायत करती है कि उसके पास पहनने के लिए नये कपड़े नहीं हैं। हप्पू उसे शॉपिंग पर ले जाने का वादा करता है। इसी बीच, राजेश की सहेली उसे बताती है कि उसने आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने के लिए टिफिन सर्विस शुरू की है। दूसरी ओर, बेनी (विश्वनाथ चटर्जी) एक कानूनी केस जीतता है और जश्न मनाने के लिए हप्पू को बार ले जाता है। दोनों इतने मस्त हो जाते हैं कि शॉपिंग का वादा ही भूल जाते हैं! गुस्से में, राजेश अपनी आर्थिक जिम्मेदारी खुद से संभालने का फैसला करती है, और इसमें कटोरी अम्मा (हिमानी शिवपुरी) उसका पूरा साथ देती हैं। जब इलाक़े का धोबी (लॉन्ड्री वाला) काम में ढिलाई बरतता है और अपने दाम बढ़ा देता है, तो राजेश और उसकी सहेलियां अपना खुद का लॉन्ड्री बिजनेस शुरू कर देती हैं! यहाँ तक कि मलाइका (सोनल पंवार) इसका उद्घाटन भी करती है! जब हप्पू और बेनी इस पहल का समर्थन करने से इनकार कर देते हैं, तो कटोरी अम्मा उन्हें घर से बाहर निकाल देती हैं। बेनी तुरंत पलटी मारता है और महिलाओं के पक्ष में आ जाता है, लेकिन हप्पू पुलिस स्टेशन में रहने को मजबूर हो जाता है। अगले दिन, हप्पू गलती से कमिश्नर (किशोर भानुशाली) की सफेद शर्ट पर चाय गिरा देता है। कमिश्नर उसे सख्त चेतावनी देते हैं कि या तो दाग हटाओ, या नौकरी से हाथ धो बैठो! जब हप्पू धोबी के पास मदद मांगने जाता है, तो धोबी शर्त रखता है कि वह पहले राजेश का लॉन्ड्री बिजनेस बंद कराए। मजबूरी में हप्पू हामी भर देता है, लेकिन जब धोबी खुद दाग हटाने में नाकाम रहता है, तो कमिश्नर हप्पू को नौकरी से निकालने का मन बना लेते हैं। हप्पू उनसे आखिरी मौका मांगता है और खूब मन्नतें करता है। वहीं दूसरी ओर, राजेश का बिजनेस तेजी से चल रहा होता है, लेकिन वह मन ही मन हप्पू को मिस भी कर रही होती है। क्या राजेश हप्पू को माफ करेगी?‘‘ रोहिताश्व गौड़, ऊर्फ मनमोहन तिवारी, ने ‘भाबीजी घर पर हैं‘ की आगामी कहानी का खुलासा करते हुए कहा, ‘‘तिवारी (रोहिताश्व गौड़) और विभूति (आसिफ शेख) का ज्यादा समय प्रेम (विश्वजीत सोनी) के साथ बीत रहा है, और उसकी बुरी संगत का उन पर असर होने लगा है! वे घमंडी बन जाते हैं और सभी से, यहां तक कि अंगूरी (शुभांगी अत्रे) और अनीता (विदिशा श्रीवास्तव) से भी बदतमीजी से बात करने लगते हैं। उनकी ये हरकतें मॉडर्न कॉलोनी में हंगामा मचा देती हैं। एक दिन, वे टीका (वैभव माथुर) और टिल्लू (सलीम जैदी) को सबके सामने बेइज्जत कर देते हैं, जिससे उन्हें दुःख होता है। इसी बीच, डेविड चाचा (अनूप उपाध्याय) को पता चलता है कि एक बिल्डर ने मॉडर्न कॉलोनी की जमीन का कानूनी केस जीत लिया है। और हालात तब और खराब हो जाते हैं जब पता चलता है कि वह बिल्डर डेविड चाचा का पुराना परिचित है! जब अनीता को इस बारे में पता चलता है, तो वह अंगूरी और डेविड चाचा के साथ मिलकर तिवारी और विभूति को सबक सिखाने की योजना बनाती है। वे उन्हें सीधे सच बताने के बजाय चालाकी से यकीन दिलाते हैं कि बिल्डर के दो बेटे हैं, जिन्हें खुश रखना बहुत जरूरी है, वरना वे सभी कॉलोनी से बाहर निकाल दिए जाएंगे। टीका और टिल्लू, बिल्डर के बेटों के रूप में भेष बदलकर तिवारी और विभूति के घरों में घुस जाते हैं! और फिर शुरू होता है असली खेल जहां तिवारी और विभूति नौकरों की तरह इनकी सेवा करने पर मजबूर हो जाते हैं! वे उनसे पैर दबवाते हैं, अपने लिए खाना बनवाते हैं और हर तरह से उन पर हुकूमत चलाते हैं।‘‘
देखिये ‘भीमा‘ रात 8ः30 बजे, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ रात 10ः00 बजे और ‘भाबीजी घर पर हैं‘ रात 10ः30 बजे, हर सोमवार से शुक्रवार, सिर्फ एण्डटीवी पर!