लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दिल्ली विधान सभा के सदस्यों के लिए आयोजित प्रबोधन कार्यक्रम का उद्घाटन किया। यह प्रबोधन दो दिन तक चलेगा। दिल्ली विधान सभा के नवनिर्वाचित सदस्यों से इसे आदर्श विधान सभा बनाने का आग्रह किया, क्योंकि नई सरकार से लोगों को बहुत अधिक अपेक्षाएं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली के जनप्रतिनिधि दिल्ली की जनता के प्रति जवाबदेह होते हैं, लेकिन उनके कार्यों पर पूरे देश की नज़र रहती है।
सदस्यों से लोगों की समस्याओं के नए समाधान खोजने और प्रतिस्पर्धी भावना से विचारों और अनुभवों को साझा करने का आग्रह करते हुए श्री बिरला ने कहा कि विधायकों को विधान सभा में ऐसे नवाचार प्रस्तुत करने चाहिए, जिससे लोगों की समस्याओं का हल निकले और उनके सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान हो। उन्होंने कहा कि दिल्ली से निकलने वाले समाधान न केवल दिल्ली के काम आएंगे, बल्कि देश के अन्य राज्यों और विधायी निकायों के लिए भी एक उदाहरण बनेंगे। श्री बिरला ने सुझाव दिया कि सदस्यों को अपने निर्वाचन क्षेत्रों तक सीमित रहकर सोचने के बजाय पूरी दिल्ली के विकास पर ध्यान देना चाहिए। दिल्ली को भारत का लघु रूप बताते हुए, श्री बिरला ने कहा कि यहां सभी राज्यों से विभिन्न भाषाओं, धर्मों और संस्कृतियों के लोग आते हैं, और उनकी अलग-अलग आकांक्षाओं और अपेक्षाओं को पूरा करना निर्वाचित प्रतिनिधियों की जिम्मेदारी है। श्री बिरला ने दिल्ली विधान सभा परिसर में दिल्ली विधान सभा सदस्यों के लिए आयोजित दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस प्रबोधन कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली विधान सभा और लोक सभा सचिवालय के संसदीय लोकतंत्र शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान (PRIDE) द्वारा किया जा रहा है। आइए देखते हैं टोटल ख़बरें के वरिष्ठ संवाददाता राजेश खन्ना कि इस विशेष रिपोर्ट में।
2025-03-18