ए.सी.बी. ने 2023 में सत्येन्द्र जैन पर “बी.इ.एल.” से 7 करोड़ रूपये रिश्वत मामले की जांच पूरी कर ली थी पर केजरीवाल सरकार की लीपापोती के चलते एफ.आइ.आर. नही हो पा रही थी, हम उम्मीद करते हैं की सी.सी.टी.वी. लगाने के और भी घोटाले अब खुलेंगे- वीरेन्द्र सचदेवा

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दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येन्द्र जैन पर दिल्ली में सी.सी.टी.वी. लगाने के मामले में ए.सी.बी. द्वारा एफ.आइ.आर. पंजीकरण का स्वागत किया और कहा है की यह तो शुरूवात है अभी आगे ऐसे अनेक मामले सामने आयेंगे जिन्हे अरविंद केजरीवाल सरकार ने दबा रखा था या जिनकी जांच विलंबित की हुई थी।

वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा था की केजरीवाल सरकार ने 2017-18 में एक निजी कम्पनी “बी.इ.एल.” को सी.सी.टी.वी. लगाने का 571 करोड़ रूपए का ठेका दिया और जिसमें विलंब को लेकर कम्पनी पर 16 करोड़ रूपए का जुर्माना 2019 में लगाया जिसे कुछ ही दिन बाद सत्येन्द्र जैन ने 7 करोड़ लेकर माफ कर दिया था।

इस मामले की शिकायत अन्य विभागीय सूत्रों के आलावा दिल्ली भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने भी की थी और मामला ए.सी.बी. तक पहुंचा था।

ए.सी.बी. ने 2023 में सत्येन्द्र जैन पर “बी.इ.एल.” से 7 करोड़ रूपये रिश्वत मामले की जांच पूरी कर ली थी पर केजरीवाल सरकार की लीपापोती के चलते एफ.आइ.आर. नही हो पा रही थी।

सचदेवा ने कहा है की अंततः अब एफ.आइ.आर. हुई है और हम उम्मीद करते हैं की सी.सी.टी.वी. लगाने के और भी घोटाले अब खुलेंगे।

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