- केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर का स्थानीय कानून-व्यवस्था और देश की आंतरिक सुरक्षा भाजपा शासित केंद्र सरकार के पास है- सौरभ भारद्वाज
- आतंकी हमले हो जाते हैं, लेकिन किसी की जिम्मेदारी तय नहीं होती है, इस बार केंद्र सरकार को जिम्मेदारी तय करनी चाहिए- सौरभ भारद्वाज
- इस आतंकी हमले में मरने वालों में हिंदू और मुसलमान दोनों हैं, इसलिए इसे हिंदू-मुस्लिम के चश्मे से नहीं देखना चाहिए- सौरभ भारद्वाज
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के लिए केंद्र सरकार बड़ी नाकामी है। बताया जा रहा है कि इंटेलिजेंस के पास इनपुट था। इसके बाद भी यह हमला हुआ। इससे केंद्र सरकार की नाकामी और बढ़ जाती है। जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश है। वहां का स्थानीय कानून-व्यवस्था और देश की आंतरिक सुरक्षा भाजपा शासित केंद्र सरकार के पास है। आतंकी हमले हो जाते हैं, लेकिन किसी की जिम्मेदारी तय नहीं होती है। इसलिए केंद्र सरकार को इसकी जिम्मेदारी तय करनी चाहिए। बुधवार को मीडिया से बातचीत के दौरान आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने यह बातें कहीं।
आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने पहलगाम आतंकी हमले पर कहा कि यह बहुत बड़ा आतंकी हमला है। बताया जा रहा है कि इंटेलिजेंस के पास इनपुट था, फिर भी यह हमला हो गया। इससे केंद्र सरकार की नाकामी और बढ़ जाती है। अब जम्मू-कश्मीर एक केंद्र शासित प्रदेश है। इसलिए वहां का स्थानीय कानून-व्यवस्था भी पिछले कई सालों से भाजपा के पास है। साथ ही, देश की आंतरिक सुरक्षा भी भाजपा की केंद्र सरकार के पास है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह एक बड़ा हमला है। भाजपा और केंद्र सरकार को यह जिम्मेदारी तय करना चाहिए कि इसके लिए कौन लोग जिम्मेदार है। हर बार इतने बड़े आतंकी हमले हो जाते हैं, लेकिन किसी की जिम्मेदारी तय नहीं होती। यह ठीक नहीं है। अगर आतंकवादी पाकिस्तान से आए थे, तो पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। यदि पाकिस्तान को करारा जवाब देना है, तो पूरा विपक्ष भारत सरकार के साथ है। हम सब साथ हैं। इस आतंकी हमले के जवाब में कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि चाहे भाजपा के लोग हों या फिर अन्य लोग हों, इस आतंकी हमले में हिंदू-मुस्लिम का चश्मा उतार देना चाहिए। मरने वालों में हिंदू और मुसलमान दोनों हैं। तो फिर हिंदू और मुस्लिम का सवाल कहां से आता है? देश की सेना में हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई, बौद्ध और जैन सभी हैं। इसलिए हिंदू-मुस्लिम के चश्मे को उतारकर भारत का चश्मा पहनना चाहिए। जो भारत का दुश्मन है, चाहे वह पाकिस्तान हो या चीन, उसके साथ लड़ने के लिए हिंदू, मुसलमान, बौद्ध, सिख सभी साथ हैं। हम तभी लड़ पाएंगे, जब हम सब एक साथ रहेंगे।