- मिशन एमसीडी के तहत “आप” के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने सभी पार्षदों से मुलाकात कर तैयारी में जुटने के दिए निर्देश
- सभी पार्षद जनता के बीच में रहें, उनकी समस्याएं सुनें और तत्काल उसका समाधान कराएं – मनीष सिसोदिया
- आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल की काम की वैकल्पिक राजनीति को जन-जन तक पहुंचाएगी- मनीष सिसोदिया
- दिल्ली में भाजपा की चार इंजन की सरकार की नाकामियों को जनता के बीच लेकर जाएं- मनीष सिसोदिया
- “आप” पार्षद भाजपा के कुशासन से त्रस्त जनता के साथ खड़ा रहें और उनकी मजबूत आवाज बनें- सौरभ भारद्वाज
- हम “आप” सरकार में किए गए कामों को जनता तक पहुंचाएंगे और भाजपा की गलत नीतियों को उजागर करेंगे – अंकुश नारंग
आम आदमी पार्टी 2027 में होने वाले दिल्ली नगर निगम चुनाव की तैयारियों में अभी से मिशन मोड में जुट गई है। “आप” ने 2027 में एमसीडी में प्रचंड बहुमत की सरकार बनाने का लक्ष्य रखा है। इस बाबत शुक्रवार को आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज और एमसीडी में नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने पार्टी के सभी पार्षदों के साथ बड़ी बैठक की। बैठक में मनीष सिसोदिया ने एक – एक पार्षद से उनके क्षेत्र की समस्याओं को जाना और उसका निवारण कराने का निर्देश दिया। मनीष सिसोदिया ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल ने देश में काम की वैकल्पिक राजनीति को बढ़ाया है। हम इस वैकल्पिक राजनीति को न सिर्फ जन-जन तक पहुंचाएंगे, बल्कि इसे और मजबूत करने पर काम करेंगे।
इस अहम बैठक में मनीष सिसोदिया समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने दिल्ली नगर निगम 2027 चुनाव की तैयारियों का मंत्र दिया। साथ ही, उन्हें एक जुट रहकर भाजपा की हर जन विरोधी और गलत नीतियों का डटकर सामना करने व दिल्ली की जनता को राहत पहुँचाने का भी निर्देश दिया। मनीष सिसोदिया ने सभी पार्षदों को अपने क्षेत्र मे सक्रिय रहने और जनता के बीच मे रह कर उनकी समस्याएं सुनने और उनका समाधान करने का निर्देश दिया। उन्होंने पार्षदों से कहा कि अपने क्षेत्र में विकास कार्यों को तेजी से कराएं और भाजपा सरकार की असफलताओं को भी जनता के बीच लेकर जाएं। ताकि दिल्ली की जनता निगम में आम आदमी पार्टी की प्रचंड बहुमत की सरकार बनाए।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने परम्परागत राजनीति से अलग हटकर काम की वैकल्पिक राजनीति स्थापित करके दिखाया है। परम्परागत राजनीति करने वाली पार्टियां जाति धर्म मे लोगों को बांट कर सत्ता का सुख भोगती हैं, लेकिन इससे जनता का भला नहीं होता है। जबकि काम की राजनीति में जनता का हित सर्वोपरि है। इसी का नतीजा है कि आज केजरीवाल सरकार में फ्री शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, महिलाओं की बस यात्रा समेत अन्य जनहितकारी योजनाओं की चर्चा पूरे देश में हो रही है। हमें काम की वैकल्पिक राजनीति को जन जन तक पहुंचाना है ताकि दूसरी पार्टियां भी जाति धर्म की राजनीति को छोड़ काम की राजनीति करने के लिए बाध्य हो।
इस दौरान, मनीष सिसोदिया ने पार्षदों से कहा कि भाजपा बड़े बड़े वादे और दावे करके दिल्ली की सत्ता में आईं, जनता को झूठे वादों और बातों में गुमराह किया। अब इस चार इंजन वाली भाजपा सरकार की हकीकत जनता के सामने आने लगी है। महज तीन महीने में ही भाजपा सरकार के कुशासन से दिल्ली की जनता त्रस्त है। चार इंजन की सरकार के बाद भी बिजली, साफ पानी, शिक्षा माफिया से दिल्ली के लोग परेशान हैं। भाजपा की हर जनविरोधी गतिविधियों का हमें पुरजोर विरोध करना है और जनता के बीच लेकर जाना है। जनता को भाजपा की असल सच्चाई से रूबरू करना है ताकि आगामी दिल्ली नगर निगम चुनाव में उसके झूठे वादों और बातों से लोग गुमराह न हों और आम आदमी पार्टी की प्रचंड बहुमत से नगर निगम में सरकार बनाएं।
दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने पार्षदों को अपने काम से दिल्ली की जनता का दिल जीतने का मंत्र दिया। उन्होंने पार्षदों से कहा कि जनता की सेवा में कोई कमी नहीं छोड़ें। जनता सिर्फ आपके काम और प्यार की भूखी है। अगर जनता के बीच में रहते हैं और उनकी समस्याओं को गंभीरता से लेकर समाधान कराते है तो जनता भी आपको सिर माथे पर रखती है। भाजपा ने दिल्ली की जनता से झूठे वादे करके सत्ता में आईं है लेकिन अब जनता को सब समझ में आ रहा है कि उसके साथ धोखा हुआ है। जनता ठगा महसूस कर रही है। ऐसे में हमरी जिम्मेदारी और बड़ी हो जाती है कि हम जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहें और उनकी समस्याओं का समाधान कराएं।
वहीं, दिल्ली नगर निगम में “आप” के नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने कहा कि निगम की सत्ता में रहने के दौरान “आप” की सरकार ने ढेरों जनहित के काम किए। बड़ी संख्या में कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया गया। कुछ माह पहले 12 हजार कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने का सदन में प्रस्ताव पास किया गया था लेकिन अभी तक उसे लागू नहीं किया गया है। इसी तरह प्रॉपर्टी टैक्स में छूट का भी पास प्रस्ताव लागू नहीं हुआ है। लेकिन इसके लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा। हमें “आप” सरकार में जनहित के किए गए कामों को जनता तक पहुंचाना है और भाजपा की गलत नीतियों को उजागर करना है।
दरअसल, आम आदमी पार्टी आगामी नगर निगम चुनाव में प्रचंड बहुमत से जीत हासिल करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। पिछले चुनाव में दिल्ली की जनता ने आम आदमी पार्टी को बहुमत तो दिया, लेकिन थोड़ी सी कसर रह गई थी। इसका परिणाम यह रहा कि भाजपा अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल करके एमसीडी का काम रोकती रही।