* पाँच आरोपी गिरफ्तार
* आरोपियों ने खुद को एक्सिस बैंक का कर्मचारी बताकर पीड़ितों से संपर्क किया और धोखे से उनके क्रेडिट कार्ड की जानकारी और ओटीपी हासिल कर लिया। इसके बाद, उन्होंने नोब्रोकर ऐप के ज़रिए पैसे ट्रांसफर कर लिए।
*आरोपी कौशल कुमार पूर्व बैंक कर्मचारी है और म्यूल बैंक खाते खोलने में शामिल है।
* 10 स्मार्टफोन, 1 सिम कार्ड, 1 ब्रॉडबैंड, 7 बैंक खाता किट, विभिन्न फर्मों के 10 स्टाम्प, 1 पीओएस मशीन, 7 भुगतान क्यूआर कोड स्कैनर बरामद किए गए।
* रिवॉर्ड पॉइंट रिडेम्पशन के नाम पर शिकायतकर्ता से ₹96,000/- की ठगी की गई।
दक्षिण पश्चिम जिले के साइबर पुलिस स्टेशन के कर्मचारियों ने नोब्रोकर प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग करके और एक्सिस बैंक के अधिकारियों का रूप धारण करके साइबर धोखाधड़ी में शामिल एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड पॉइंट्स को धोखाधड़ी से भुनाने का एक जटिल घोटाला चला रहा था। इस गिरोह के पाँच सदस्यों मोहम्मद अहमद, कौशल कुमार, अतुल कुमार, सनी कुमार सिंह और ए को रिवॉर्ड पॉइंट रिडेम्पशन के बहाने लोगों को ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उनकी गिरफ्तारी के साथ, कुल 10 स्मार्टफोन, 1 सिम कार्ड, 1 ब्रॉडबैंड, 7 बैंक खाता किट, विभिन्न फर्मों के 10 स्टाम्प, 1 पीओएस मशीन, 7 भुगतान क्यूआर कोड स्कैनर बरामद किए गए।
घटना:
20.06.2025 को, दक्षिण पश्चिम दिल्ली के पालम कॉलोनी में रहने वाले एक शिकायतकर्ता से एनसीआरपी पोर्टल पर एक शिकायत प्राप्त हुई, जिसमें कहा गया था कि एक्सिस बैंक का कर्मचारी होने का दावा करने वाले एक कॉलर ने उनसे संपर्क किया था। उसने शिकायतकर्ता को उसके क्रेडिट कार्ड के अंतिम 4 अंकों सहित उसके खाते की बुनियादी जानकारी दी। इसके बाद, रिवॉर्ड पॉइंट्स भुनाने के बहाने उनसे 96,000 रुपये की ठगी की गई। तदनुसार, साइबर पुलिस स्टेशन/दक्षिण पश्चिम में धारा 318(4)/319(2)/61(2)/3(5) बीएनएस के तहत एफआईआर संख्या 46/2025 दर्ज की गई और जाँच शुरू की गई।
जांच की गई:
मामले की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए, इंस्पेक्टर प्रवेश कौशिक एसएचओ/साइबर, दक्षिण पश्चिम और एसीपी/ऑप्स के समग्र पर्यवेक्षण में एसआई जगदीप नारा, एचसी विनोद कुमार, एचसी हरेंद्र, डब्ल्यू/एचसी निशु यादव और सीटी विकास की एक टीम गठित की गई थी। जांच के दौरान, तकनीकी निगरानी बढ़ाई गई और सभी मध्यस्थों से विवरण प्राप्त किए गए। इसमें पता चला कि 18/06/2025 को शिकायतकर्ता को कथित नंबर से फोन आया, जिसमें एक्सिस बैंक क्रेडिट कार्ड के रिवॉर्ड पॉइंट्स को भुनाने के बारे में बताया गया, जिससे उसके एक्सिस बैंक क्रेडिट कार्ड से 82,454/- रुपये और 12,254/- रुपये की राशि की धोखाधड़ी हुई। 20/06/2025 को, धोखाधड़ी की गई राशि नोब्रोकर मर्चेंट रेमिटर के माध्यम से यस बैंक खाते में जमा कर दी गई इसके बाद, धोखाधड़ी की गई राशि अलग-अलग एटीएम से निकाल ली गई।
जांच के दौरान, तकनीकी निगरानी बढ़ाई गई और एटीएम के सीसीटीवी फुटेज प्राप्त किए गए, जिसमें एक आरोपी का चेहरा ढके हुए, धोखाधड़ी की गई राशि निकालते हुए दिखाई दे रहा था।
तकनीकी निगरानी और इलाके की टोह के आधार पर, मोहन गार्डन, राहुल चौक के पास, उत्तम नगर, दिल्ली में छापा मारा गया और एक आरोपी अतुल कुमार निवासी जहाँगीर पुरी, एनएस मंडी उत्तर पश्चिम, दिल्ली को उसके साथियों सनी कुमार सिंह निवासी जहाँगीर पुरी, उत्तर पश्चिम दिल्ली और कौशल कुमार निवासी नांगलोई, दिल्ली के साथ गिरफ्तार किया गया। उक्त परिसर से कई संदिग्ध बैंक किट, स्टाम्प, दस्तावेज़ और डिजिटल गैजेट बरामद किए गए।
पूछताछ करने पर, आरोपी अतुल ने खुलासा किया कि उसके परिचित सनी कुमार सिंह ने उसे कौशल कुमार से मिलवाया, जो कई बैंकों में काम कर चुका था और विभिन्न प्रकार के बैंक खाते खोलने की प्रक्रियाओं से अच्छी तरह वाकिफ था। कौशल कुमार ने उसे अपने विभिन्न चालू और बचत बैंक खाते खोलने का प्रस्ताव दिया और अच्छे कमीशन पर उन खातों के लिए खरीदार की व्यवस्था की। इसके अलावा, सनी कुमार सिंह ने यस बैंक खाते के लिए पंजीकृत जीमेल आईडी बनाई और अतुल कुमार के लिए फर्म पंजीकरण (अतुल्य एंटरप्राइजेज) के दस्तावेज़ (उद्यम प्रमाणपत्र, जीएसटी प्रमाणपत्र) तैयार किए।
इसके अलावा, आरोपी कौशल जो एक निजी बैंक में कर्मचारी है, ने मोहन गार्डन, राहुल चौक, उत्तम नगर, दिल्ली के पास एक परिसर किराए पर लिया और बचत तथा चालू खाते खुलवाए तथा उन्हें एक महिला ए.
जांच के दौरान, आरोपी कौशल के मोबाइल फोन की जांच की गई, जिसमें तथ्यों की पुष्टि हुई, जैसे कि बैंक खाता खोलना, सह-आरोपियों को आपूर्ति करना और मौके पर बड़ी संख्या में बैंक खाता किट, डिजिटल गैजेट, फर्म स्टाम्प, भुगतान क्यूआर कोड, पीओएस मशीन, डेबिट कार्ड आदि मिले। आरोपी व्यक्ति उद्यम प्रमाण पत्र और जीएसटी प्रमाण पत्र के साथ अतुल कुमार के नाम से फर्म (अतुल्य एंटरप्राइजेज) खोलने की प्रक्रिया में भी थे। इसके अलावा, अतुल कुमार, सनी कुमार सिंह और कौशल कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद, कई स्थानों पर छापे मारे गए और गुप्त सूचना के आधार पर, खातों की आपूर्ति में शामिल महिला को भी गिरफ्तार कर लिया गया। आगे की पूछताछ में, महिला ने आरोपी की पहचान की, जो राशि निकालते हुए दिखाई दे रहा था। इन आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज अन्य शिकायतों की जांच के लिए आगे की जांच जारी है।
कार्यप्रणाली:
पूछताछ में पता चला कि आरोपी मोहम्मद अहमद पहले कॉल सेंटरों में काम कर चुका था और शिकायतकर्ताओं से बात करने की कला में पारंगत था। इसके बाद, उसने एक्सिस बैंक का कर्मचारी बनकर भोले-भाले लोगों को ठगना शुरू कर दिया। वह क्रेडिट कार्ड की जानकारी और ओटीपी नंबर हासिल करता था और फिर नोब्रोकर पेमेंट ऐप का इस्तेमाल करके पैसे को नकली खातों में ट्रांसफर करता था। इसके बाद, वह एटीएम के ज़रिए पैसे निकाल लेता था। ठगी की गई रकम ट्रांसफर करने के लिए, वह एक महिला ‘ए’ के ज़रिए नकली रकम हासिल करता था, जो पहले उसके साथ एक कॉल सेंटर में काम कर चुकी थी।
आरोपी कौशल कुमार कई बैंकों में काम कर चुका था और विभिन्न प्रकार के बैंक खाते खोलने की प्रक्रिया से अच्छी तरह वाकिफ था। उसने इसी काम के लिए मोहन गार्डन में एक जगह किराए पर ले रखी थी। सनी सिंह ने चालू खाते खोलने के लिए उद्यम नंबर और जीएसटी नंबर की व्यवस्था की थी। अभियुक्त अतुल खाताधारक था और इस मामले में उसके नाम पर 03 खाते खोले गए थे, अतुलया एंटरप्राइजेज के नाम से 01 फर्म भी उसके नाम पर खोली गई थी ताकि चालू खाता खोला जा सके।
गिरफ्तार व्यक्तियों का विवरण:
- मोहम्मद अहमद निवासी मदनपुर डबास, दिल्ली विभिन्न कॉल सेंटरों में काम कर चुका है और एक्सिस बैंक का कर्मचारी बनकर पीड़ितों को कॉल करता था और उनकी क्रेडिट सीमा बढ़ाने के बहाने उन्हें ठगता था। इसके बाद, वह एटीएम से पैसे निकाल लेता था।
- कौशल कुमार निवासी नांगलोई, दिल्ली विभिन्न निजी बैंकों में काम कर चुका है और फर्म और बैंक खाते खोलने की प्रक्रिया से अच्छी तरह वाकिफ था।
- अतुल कुमार निवासी जहाँगीर पुरी, एनएस मंडी के पास, उत्तर पश्चिम दिल्ली, तीन बचत बैंक खातों और अतुल्य एंटरप्राइजेज के नाम से पंजीकृत एक फर्म का खाताधारक है।
- सनी कुमार सिंह निवासी जहाँगीर पुरी, उत्तर पश्चिम दिल्ली सीए के अंतिम वर्ष का छात्र है, जो बचत और चालू बैंक खाते* खोलने के लिए मेल आईडी, जीएसटी प्रमाणपत्र और उद्यम प्रमाणपत्र बनाता था।
- निहाल विहार, दिल्ली निवासी, उम्र 32 वर्ष, गिरोह के लिए खच्चर खातों की व्यवस्था करता था।
बरामदगी:
- 10 स्मार्टफोन
- 1 सिम कार्ड
- 1 ब्रॉडबैंड
- 7 बैंक खाता किट
- 10 विभिन्न फर्मों के स्टैम्प
- 1 डाकघर मशीन
- 7 भुगतान क्यूआर कोड स्कैनर
- 1 फर्म पैम्पलेट
- 1 निजी बैंक कर्मचारी पहचान पत्र
निम्नलिखित मामले सुलझाए गए:
- एफआईआर संख्या 46/2025, धारा 318(4)/319(2)/61(2)/3(5) बीएनएस, पुलिस थाना साइबर/दक्षिण पश्चिम जिला, दिल्ली
आगे की जाँच जारी है।