शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य पर Institute for Social Reforms and Higher Education Charitable Trust यानी ISRHE शिक्षा और समाज सुधार के क्षेत्र में एक अग्रणी संस्था है। यह संस्था न केवल शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए कार्य करती है, बल्कि सामाजिक उत्थान और राष्ट्र निर्माण में भी अग्रणी भूमिका निभाती है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जन्मदिवस के उपलक्ष्य पर यानी शिक्षक दिवस पर संस्था के द्वारा शिक्षकों को डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस मौक़े पर मुख्य अतिथि दिल्ली विधानसभा के उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट, पूर्व अध्यक्ष, पीएससी, रेलवे बोर्ड, अध्यक्ष रमेश चन्द्र रतन , उपस्थित थे। विशिष्ट अतिथि डॉ. परविंदर सिंह, एम्बेसडर, वर्ल्ड पीस, यूनाइटेड नेशन्स जिन्होंने शांति और वैश्विक सद्भाव का संदेश दिया। सुधीर गुप्ता, उपाध्यक्ष, दधीची देह दान समिति जिन्होंने समाज सेवा और मानवता के प्रति प्रेरित किया।
शिखा जोशी, समाजसेवी एवं महिला कार्यकर्ता जिनकी प्रेरक उपस्थिति ने सभी को गौरवान्वित किया। Institute for Social Reforms and Higher Education Charitable Trust) यानी ISRHE संस्था के अध्यक्ष डॉ. अतुल शर्मा, सचिव रेशु गुप्ता, ने यहाँ आए अतिथियों का स्वागत किया और अवार्ड पाने वाले शिक्षकों को बधाई दी। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि आज तकनीकी प्रगति तेज़ी से बढ़ रही है, ISRHE यह सुनिश्चित करता है कि शिक्षा केवल तकनीकी दक्षता तक सीमित न रहकर मानवीय मूल्यों, नैतिकता और संस्कारों से भी जुड़ी रहे।समारोह में अतिथियों ने डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर उनको याद करते हुए उनके जीवन के बारे में बताया और उनके सामाजिक सुधार कार्यों को याद किया। वह एक महान शिक्षक थे जिनके प्रयासों से काफ़ी समाज में बदलाव आया और उन के जन्मदिवस के उपलक्ष्य पर इस अवार्ड का आयोजन किया गया। बताया जाता है कि कुल 95 लोगों को अवार्ड से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन गौरी शर्मा और गीत शर्मा ने किया, जिन्होंने हर क्षण को सौंदर्य और गरिमा के साथ प्रस्तुत किया। आइए देखते हैं टोटल ख़बरें के संवाददाता किए हैं रिपोर्ट में।
2025-09-09