भारत के क्रिटिकल केयर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के लिए समर्पित स्वयंसेवी आधारित गैर लाभकारी संस्था मिशन आईसीयू ने कम्पैशनेट पेशेंट रिस्पॉन्स, इंक. (सीपीआर) के सहयोग से गुरुवार को नई दिल्ली के हॉलिडे इन, एरोसिटी में एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन ‘मिशन क्रिटिकल: 2047 तक महामारी-प्रतिरोधी भारत की परिकल्पना’ का सफल आयोजन किया। इस सम्मेलन में सरकार, स्वास्थ्य सेवा, सीएसआर, अनुसंधान आदि क्षेत्रों के अग्रणी प्रतिनिधियों ने भाग लिया और भारत की दीर्घकालिक महामारी तैयारी एवं स्वास्थ्य प्रणाली की सुदृढ़ता के लिए एक सामूहिक रोडमैप तैयार करने पर विचार विमर्श किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी थे। अपने संबोधन में उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि स्वास्थ्य सुरक्षा और महामारी तैयारी राष्ट्रीय प्राथमिकताएं हैं, जिनके लिए सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों के सहयोग की आवश्यकता है। कार्यक्रम की शुरुआत सीपीआर के सह संस्थापक कृष्णा कोट्टापल्ली के स्वागत संबोधन से हुई, जिसके बाद मिशन आईसीयू के सह संस्थापक डॉ. अश्विन नाइक ने सभा को संबोधित किया। डॉ. के. मदन गोपाल, वरिष्ठ सलाहकार, एनएचएसआरसी, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, और डॉ. जितेन्द्र शर्मा, प्रबंध निदेशक एवं संस्थापक सीईओ, एएमटीजेड के मुख्य संबोधन शामिल थे। आइए देखते हैं टोटल ख़बरें के वरिष्ठ संवाददाता राजेश खन्ना कि इस विशेष रिपोर्ट में।
2025-10-09