- भाजपा के लोग विधानसभा-लोकसभा चुनाव में हारने के बाद गुंडागर्दी कर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री नहीं बनने देंगे- संजय सिंह
- संविधान और डीएमसी में लिखा है कि एल्डरमैन वोट नहीं करेंगे, पीठासीन अधिकारी ने इसको दरकिनार कर एक साथ तीनों चुनाव करने को कहा, क्या भारत का संविधान एलजी-बीजेपी तय करेगी?- संजय सिंह
- एलजी की पीठासीन अधिकारी को मेयर का चुनाव करवाना था, इसके बाद चुना गया मेयर ही डिप्टी मेयर और स्थायी समिति का चुनाव करवाता- संजय सिंह
- यह भाजपा और उपराज्यपाल का मिलाजुला खेल है, एलजी ने ही परंपराओं के विपरीत जाकर भाजपा का पीठासीन अधिकारी बनाया- संजय सिंह
- उपराज्यपाल ही बैठक का एजेंडा तैयार करते हैं, फ़िर इनकी पीठासीन अधिकारी एजेंडा को तार-तार कर कहती है कि अपने हिसाब से चुनाव करवाएंगे- संजय सिंह
- आम आदमी पार्टी पहले दिन से कह रही थी कि यह एल्डरमैन से वोटिंग करवाएंगे, आज हमारा अंदेशा सही साबित हुआ- संजय सिंह
- एमसीडी के सदन में भाजपा के 4 सांसद मौजूद ही नहीं थे, उन्हें पता था कि मेयर चुनाव के लिए वोटिंग होनी ही नहीं है- संजय सिंह
- सदन में आप के सभी सांसद, विधायक और पार्षदों ने सहनशीलता के साथ संविधान में भरोसा रखा, अब सभी तथ्य लेकर सुप्रीम कोर्ट जाएंगे- संजय सिंह
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली के लोगों ने आम आदमी पार्टी को एमसीडी में बहुमत दिया लेकिन भाजपा सरकार नहीं बनाने दे रही है। भाजपा के लोग विधानसभा-लोकसभा चुनाव में हारने के बाद गुंडागर्दी कर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री नहीं बनने देंगे। संविधान और डीएमसी में लिखा है कि एल्डरमैन वोट नहीं करेंगे। लेकिन पीठासीन अधिकारी ने इसको दरकिनार कर एक साथ तीनों चुनाव करने को कहा। क्या भारत का संविधान एलजी-बीजेपी तय करेगी? एलजी की पीठासीन अधिकारी को मेयर का चुनाव करवाना था। इसके बाद चुना गया मेयर ही डिप्टी मेयर और स्थायी समिति का चुनाव करवाता। यह भाजपा और उपराज्यपाल का मिलाजुला खेल है। एलजी ने ही परंपराओं के विपरीत जाकर भाजपा का पीठासीन अधिकारी बनाया। उपराज्यपाल ही बैठक का एजेंडा तैयार करते हैं। इसके बाद इनकी पीठासीन अधिकारी एजेंडा को तार-तार कर कहती है कि अपने हिसाब से चुनाव करवाएंगे। आम आदमी पार्टी पहले दिन से कह रही थी कि ये एल्डरमैन से वोटिंग करवाएंगे, आज हमारा अंदेशा सही साबित हुआ। एमसीडी के सदन में भाजपा के 4 सांसद मौजूद ही नहीं थे। उन्हें पता था कि मेयर चुनाव के लिए वोटिंग होनी ही नहीं है। सदन में आप के सभी सांसद, विधायक और पार्षदों ने सहनशीलता के साथ संविधान में भरोसा रखा। अब सभी तथ्य लेकर सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय सिंह ने पार्टी मुख्यालय में महत्वपूर्ण प्रेसवार्ता को संबोधित किया। राज्य सभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि सभी लोगों ने आज देखा कि एमसीडी मेयर चुनाव के लिए भाजपा की जो पीठासीन अधिकारी बनाई गई हैं, उन्होंने कानून-संविधान-डीएमएसी एक्ट का गला घोंट कर फिर से एक बार मेयर की वोटिंग नहीं होने दी। पार्षदों के पास जो एजेंडा गया था, उसमें साफ तौर पर लिखा था कि पीठासीन अधिकारी को सिर्फ और सिर्फ मेयर के चुनाव कराने हैं। उसके बाद स्टैंडिंग कमेटी और डिप्टी मेयर के चुनाव मेयर कराएगी। दिल्ली के एलजी की स्वीकृति से यह एजेंडा तय हुआ था। इसके बावजूद जो बात संविधान में नहीं लिखी है कि एल्डरमैन को वोटिंग राइट है, उसके संबंध में सदन में आते ही पीठासीन अधिकारी कहती है कि एल्डरमैन वोट करेंगे। वह मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव में भी वोट करेंगे। यह ना तो भारत के संविधान और ना ही डीएमसी एक्ट में लिखा है। एमसीडी का गठन होने से बाद से लेकर आज तक कभी भी एल्डरमैन ने मेयर, डिप्टी मेयर, स्टैंडिंग कमेटी में वोट नहीं दिया है। भाजपा और एलजी द्वारा नियुक्त पीठासीन अधिकारी अब कहां से यह कानून लेकर आ गईं और कहां से नई शुरुआत कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि क्या भारत का संविधान भारतीय जनता पार्टी के दफ्तर में लिखा जाएगा। क्या भारत का संविधान दिल्ली के एलजी अपने हिसाब से तय करेंगे। क्या भारत का संविधान भारतीय जनता पार्टी की पीठासीन अधिकारी तय करेंगी। क्या डीएमसी एक्ट में लिखी हुई बातों को दरकिनार करके अपने हिसाब से वोटिंग कराई जाएगी। आपको सिर्फ मेयर का चुनाव कराना है और आप मेयर का चुनाव कराने के बजाय डिप्टी मेयर, स्टैंडिंग कमेटी सहित सभी चुनाव करा रही हैं। एल्डरमैन को वोटिंग राइट दे रही हैं। इसके बाद बीजेपी की एक नेता खड़ी हुईं और कहा कि इनके 2 विधायकों को सजा हो गई है, उनको सदन से बाहर कीजिए।
राज्य सभा सांसद संजय सिंह ने बताया कि कोई भी विधायक-सांसद को जब 2 साल की सजा होती है तो वह डिसक्वालीफाई होता है। संजीव झा और अखिलेश पति त्रिपाठी को 2 साल की सजा नहीं हुई है। दोनों को 3 महीने की सजा हुई थी, उसमें भी कोर्ट से स्टे है। भाजपा के लोग कोर्ट, संविधान और डीएमसी एक्ट को नहीं मानते हैं। एक व्यक्ति विधायक और सांसद के तौर पर किसी सदन में नॉमिनेट किया जा रहा है तो वह सांसद-विधायक है या नहीं, इसका फैसला विधानसभा-लोकसभा के अध्यक्ष करते हैं। दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष ने इन दोनों को नॉमिनेट किया है कि यह विधायक हैं। ऐसे में इनको विधायक के तौर पर मिलने वाली तमाम सुविधाएं, नॉमिनेशन और अधिकार वैलिड हैं।
उन्होंने कहा कि मेयर चुनाव के लिए एमसीडी के अधिकारी के द्वारा दोनों विधायकों के पास प्रवेश पत्र भेजा गया कि आप आइए और वोटिंग करिए। उसके बाद कह रहे हैं कि इन दोनों को बाहर करो। यह क्या है और किस प्रकार का मजाक है। भारत में आज की घटना से यह साफ हो गया कि चुनाव का कोई मतलब नहीं रह गया है। दो करोड़ की आबादी वाले दिल्ली के लोगों ने अपनी एमसीडी में आम आदमी पार्टी को प्रचंड बहुमत से जिताया। भारतीय जनता पार्टी के 15 साल के कुशासन को एमसीडी में से उखाड़ कर फेंक दिया। उसके बाद भी भाजपा के लोग मेयर नहीं बनने दे रहे हैं।
सांसद संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली एमसीडी के बराबर और छोटी कई राज्यों की विधानसभाएं हैं। भाजपा ने बहुत ही बुरी परंपरा भारतीय जनता पार्टी ने शुरू की है। मैं देश के तमाम विपक्षी दलों से अपील करूंगा कि जाग जाइए, आगे यही आपके साथ होने वाला है। विधानसभा में बीजेपी हारेगी तो कहेगी सीएम नहीं बनने देंगे। इसके लिए दंगा, हंगामा और तोड़फोड़ भी करेंगे लेकिन सीएम नहीं बनने देंगे। इसी तरह लोकसभा में बीजेपी हारेगी तो कहेगी की प्रधानमंत्री मत बनने दो। ऐसे में चुनाव का कोई मतलब ही नहीं है।
उन्होंने कहा कि आज की घटना से आम आदमी पार्टी का शक 100 फीसदी सही साबित हुआ। हमारा शक था कि भारतीय जनता पार्टी एल्डरमैन को वोट कराना चाहती है। पहले दिन से यह बात मैं कह रहा हूं। भाजपाई कल कह रहे थे कि वह वोट नहीं कराएंगे, लेकिन आज खुलकर सबके सामने आ गया। मेयर चुनाव के साथ ही स्टैंडिंग कमेटी का भी वोट एक साथ कराना चाहते हैं। वहीं बीजेपी के चार सांसद आज सदन में मौजूद ही नहीं थे, यानी कि उन सांसदों को पहले से ही पता था कि वोटिंग होनी नहीं है। हाउस में हंगामा होगा तो सदन में मत जाओ। चारों सांसद बीजेपी के आज वोटिंग में हिस्सा लेने के लिए नहीं पहुंचे।
सांसद संजय सिंह ने कहा कि इसलिए इस पूरे घटनाक्रम में आम आदमी पार्टी ने सहनशीलता, संविधान और डीएमसी एक्ट में भरोसे का आचरण प्रस्तुत किया। हमारे सभी सांसद-विधायक और पार्षद खामोशी के साथ भारतीय जनता पार्टी की तमाम बदतमीजी को बर्दाश्त करते रहे। उन्होंने अपनी तरफ से कोई भी हल्ला नहीं किया। अब सारे तथ्य सर्वोच्च न्यायालय के सामने रखे जाएंगे। सर्वोच्च न्यायालय से हस्तक्षेप की अपील करेंगे कि हम लोगों को आप वोटर लिस्ट दिलवाइए। डीएमसी एक्ट और संविधान में जिन एल्डरमैन को वोटिंग राइट नहीं है, उनके वोटिंग राइट को रोकिए। इसके अलावा अपनी निगरानी में मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव कराइए। डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव जो मेयर के अधिकार क्षेत्र का है, उसको उसी हिसाब से करवाइए।