गाजियाबाद/Delhi NCR : जिस तरीके से फैशन बदल रहे है उसके हिसाब से सभी चीजें भी बदल रही है। फैशन के हिसाब से लोग कपड़े तो खरीद लेते है लेकिन उन्हें धोने और क़्वालिटी को बरक़रार रखने हेतु उनके लिए चुनौती बनी रहती है क्योंकि ज्यादातर लोग या तो अपने से या तो ड्राई क्लिनर्स से कपड़े धुलवाते है, लेकिन कई बार उनको वह सर्विस नही मिल पाती जिससे वे संतुष्ट हो सके। लेकिन अब दिल्ली एनसीआर के लोगों को इस तरह की परेशानियों से मुक्ति मिल रही है। जी हा, ड्राई-क्लीनिंग के क्षेत्र में दिल्ली एनसीआर के लोगो की पहली पसंद अब वॉशक्राफ्ट बन रहा है, क्योंकि यहां अत्याधुनिक गुणवत्ता के साथ किफायती दामों में कपड़े ड्राई- क्लीन हो रहे है।
कहते है की कपड़े की रखवाली सबसे अच्छे से महिलाए ही करती है। और बता दे कि वाशक्राफ्ट में ज्यादातर काम करने वाली महिलाएं ही है और जो बखूबी अच्छे तरीके से इस सेवा को अंजाम दे रही है। कोरोना महामारी के बाद जिस तरीके से वाशक्राफ्ट अपनी संस्था में महिलाओं को इस क्षेत्र में ट्रेनिंग देकर उन्हें आत्मनिर्भर बना रहे है वो कबीले-तारीफ है। कुछ ऐसी बच्चियां है जो शुरू में काम करने में हिचकिचा रही थी और आज काम को अच्छे से कर रही है और यहा अनुभव साझा कर रही है।
वाशक्राफ्ट की कस्टमर केयर एक्सीक्यूटिव प्रीति और आकांशा ने बताया कि, “वो कस्टमर्स को एक किफायती आर्डर और अच्छी कीमत में हेल्प करती है और उन्हे बैक एंड और क़्वालिटी में अगर कोई भी प्रोब्लम हो तो वहा भी हेल्प करती हूं। एक ने बताया की मुझे यहा का माहौल बहुत अच्छा लगता है क्योंकि यहा सब फीमेल कर्मचारी है और उनके साथ काम करना बहुत अच्छा लगता है। मैनेजमेंट का भी बहुत सपोर्ट मिलता है जिससे और अच्छा काम करने में हमे प्रेरणा मिलती है। साथ मैं उन सब महिलाओं को प्रोत्साहित करना चाहूंगी जो एक रिस्क फ्री महिला एंटरप्रेन्योर बनने का ख्वाब देख रही है, वाशक्राफ्ट उनको एक कम इन्वेस्टमेंट मे एक सुरक्षित और फायदेमंद प्लेटफार्म प्रदान करेगा और उन सभी के सपने को पूरा करने में पूरी मदद करेगा।”
एक और सीनियर महिला कर्मचारी गीतांजलि, जो पैकिंग का काम करती है, बताया की कपड़े की क़्वालिटी, कपड़े में कही दाग हो, कही कट लगा हो आदि, ये सब का ध्यान रखा जाता है और सुनिश्चित किया जाता है की ग्राहकों को किसी प्रकार भी असंतुष्टि न हो। मै यहां कई सालों से हूं यहां मुझे काम करने में अच्छा लगता है और मुझे नई महिला कर्मचारियों को सपोर्ट करने में खुशी होती है। इसके लिए मैं शिल्पी मैम का भी धन्यवाद करती हूं कि वो नए लोगो को हमेशा अपनी प्रतिभा को दिखाना के लिए भरोसा करती हैं और नए हुनर को सीखने का मौका भी देती हैं।
इस पर बात करते हुए शिल्पी गुप्ता, को-फाउंडर, वॉशक्राफ्ट (ड्राई-क्लीनिंग) ने बताया कि, “जैसा की हम जानते है की यह एक ऐसा सेक्टर है जो अभी 92% अनऑर्गेनाइज्ड सेक्टर में है वो भी जो पुरुष प्रधान ही है। अभी तक महिलाओं का कोई बड़ा रोल नहीं रहा है। अक्टूबर 2019 में मैने वाशक्राफ्ट को शुरू किया जिसमें मेरे पति का काफी सपोर्ट मिला और आगे ग्राहकों ने हमपे भरोसा किया। बता दे की हमारे पास जो भी सेगमेंट है वो प्रीमियम, लेकिन किफायती है। लॉकडाउन में मैने महसूस किया कि कोरोना की भरपाई के लिए पुरुष और महिलाओं को एक साथ कन्धा से कन्धा मिलाने की जरूरत है वो चाहें व्यवसाय में हो या फिर जॉब हो। जो महिलाएं ज्यादा पढ़ी लिखी है उनके लिए तो उतनी दिक्कत नही है लेकिन मैने उन महिलाओं को ट्रेनिंग देकर वाशक्राफ्ट से जोड़ा जो कम पढ़ी लिखी है या फिर जिनके घर में और कोई कमाने वाला नही है। आज मुझे बताते हुए बेहद खुशी है की मैं इस परंपरा को आगे बढ़ा रही हूं और ऐसी महिलाओं को स्पोर्ट कर के खुद भी काफी सपोर्ट पा रही हूँ।”
ज्ञात हो की एक छोटी सी कंपनी से शुरूआत कर आज शिल्पी गुप्ता दिल्ली एनसीआर में 15 फ्रेंचाईज शुरू कर चुकी है जिनमे ज़्यादातर महिलाए है।
वॉशक्राफ्ट (ड्राई-क्लीनिंग) के बहुत ही सस्ते रेट में अच्छी गुणवत्ता के साथ सर्विस प्रदान कर रहा है जिसे ग्राहको का भरपूर प्यार मिल रहा है। वॉशक्राफ्ट (ड्राई-क्लीनिंग) इस क्षेत्र में अपनी एक पहचान बना रहा है और नई उचाई की ओर अग्रसर है।
वॉशक्राफ्ट एक प्रमुख ड्राई-क्लीनिंग और लॉन्ड्री सेवा प्रदाता है जो आपके पसंदीदा कपड़ों और वस्तुओं की असाधारण देखभाल करने के लिए प्रतिबद्ध है। अत्याधुनिक सुविधाओं, कुशल पेशेवरों और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ, वॉशक्राफ्ट का लक्ष्य आपके सफाई सेवाओं के अनुभव के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव लाना है।