*भाजपा चाहती है अरविंद केजरीवाल जी लोकसभा में प्रचार न कर पाए यही कारण है कि लोकसभा चुनावों से ठीक पहले उन्हें समन भेजा जा रहा है-आतिशी
*इस तथाकथित घोटाले में 1.5 साल की जाँच के बाद भी ईडी-सीबीआई एक रुपये के भी भ्रष्टाचार का सबूत देश के सामने नहीं रख पाई-आतिशी
*1.5 साल की जाँच के बाद भी इस केस में ईडी अबतक ट्रायल तक शुरू नहीं कर पाई है क्योंकि ये पूरा केस सिर्फ़ और सिर्फ़ एक राजनैतिक षड्यंत्र है-आतिशी
*केजरीवाल जी को ईडी का समन और उन्हें गिरफ़्तार करने की साज़िश का किसी भी जाँच से कोई लेना देना नहीं है-आतिशी
*पीएमएलए देश का इकलौता ऐसा क़ानून जिसके प्रावधानों के तहत बेल मिलना लगभग असंभव, इसलिए भाजपा इसके तहत अपने सभी विपक्षियों पर झूठे केस कर रही है-आतिशी
*पीएमएलए और ईडी का इस्तेमाल सिर्फ़ और सिर्फ़ विपक्ष के नेताओं को डराने-धमकाने और विपक्षी पार्टियों को तोड़ने के लिए किया जा रहा है-आतिशी
*अगर विपक्ष का कोई भी नेता भाजपा में शामिल हो जाता है तो समन-गिरफ़्तारियाँ बंद हो जाती है, ईडी कोर्ट में जाकर केस वापिस ले लेती है-आतिशी
*अरविंद केजरीवाल जी भाजपा की इन धमकियों से डरने वाले नहीं है, ये कितने भी रेड-गिरफ़्तारियाँ कर ले पर वो इस देश और संविधान को बचाने के लिए भाजपा के ख़िलाफ़ लड़ते रहेंगे-आतिशी
भाजपा 2024 के लोकसभा चुनावों में अरविंद केजरीवाल जी को प्रचार करने से रोकना चाहती है इसलिए उन्हें लगातार ईडी के समन भेजे जा रहे है। ईडी का लगातार समन, लोकसभा चुनावों में अरविंद केजरीवाल जी को प्रचार करने से रोकने की भाजपा की साज़िश है। ईडी का ये समन और केजरीवाल जी को गिरफ़्तार करने की साज़िश का किसी भी जाँच से कोई लेना देना नहीं है। आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता व दिल्ली कैबिनेट मंत्री आतिशी ने गुरुवार को प्रेस-कॉन्फ़्रेंस के दौरान ये बातें कही।
उन्होंने कहा कि पीएमएलए देश का इकलौता ऐसा क़ानून है जिसके प्रावधानों के तहत बेल मिलना लगभग असंभव है। इसलिए भाजपा ने इसके तहत अपने सभी विपक्षियों पर झूठे केस कर रही है। आज पीएमएलए और ईडी का इस्तेमाल सिर्फ़ और सिर्फ़ विपक्ष के नेताओं को डराने-धमकाने और विपक्षी पार्टियों को तोड़ने के लिए किया जा रहा है। अगर विपक्ष का कोई भी नेता भाजपा में शामिल हो जाता है तो समन-गिरफ़्तारियाँ बंद हो जाती है, ईडी कोर्ट में जाकर केस वापिस ले लेती है।
आतिशी ने कहा कि, इस तथाकथित घोटाले में 1.5 साल की जाँच के बाद भी ईडी-सीबीआई एक रुपये के भी भ्रष्टाचार का सबूत देश के सामने नहीं रख पाई है। 1.5 साल की जाँच के बाद भी इस केस में ईडी अबतक ट्रायल तक शुरू नहीं कर पाई है क्योंकि ये पूरा केस सिर्फ़ और सिर्फ़ एक राजनैतिक षड्यंत्र है। लेकिन अरविंद केजरीवाल जी भाजपा की धमकियों से डरने वाले नहीं है, ये कितने भी रेड-गिरफ़्तारियाँ कर ले पर वो इस देश और संविधान को बचाने के लिए भाजपा के ख़िलाफ़ लड़ते रहेंगे।
आप नेता आतिशी ने कहा कि, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी को तथाकथित शराब घोटाले में केंद्र सरकार की एजेंसी ईडी कई समन भेज चुकी है। इस तथाकथित घोटाले पर पिछले 1.5 साल से जाँच चल रही है, इसपर केंद्र सरकार ने अपनी सारी एजेंसी लगा दी, सारे अफ़सर लगा दिए। इसकी जाँच में पिछले 1.5 साल से 500 से ज़्यादा अफ़सर लगे हुए है लेकिन किसी भी एजेंसी को भ्रष्टाचार के 1 रुपये भी बरामद नहीं हुए।
उन्होंने कहा कि, इस देश में जब भी घोटाले की बात हुई, सीबीआई-ईडी ने रेड की तो कभी किसी के घर से कैश मिलता है, सोना मिलता है, संपत्ति के काग़ज़ात मिलते है। लेकिन पिछले 1.5 साल में आम आदमी पार्टी के कई नेताओं के घरों,ऑफिस, लॉकर यहाँ तक की गाँव में भी रेड हो गई पर कही भी एक रुपया बरामद नहीं हुआ। 1.5 साल की जाँच के बाद भी ईडी और सीबीआई एक रुपये के भी भ्रष्टाचार का सबूत कोर्ट या देश के सामने नहीं रख पाई है और ट्रायल तक शुरू नहीं कर पाई है क्योंकि ये पूरा केस सिर्फ़ और सिर्फ़ एक राजनैतिक षड्यंत्र है।
आतिशी ने कहा कि, अब इस षड्यंत्र के तहत ये कोशिश की जा रही है कि अरविंद केजरीवाल जी को लोकसभा के चुनाव से पहले गिरफ़्तार कर लिया जाये। भाजपा ये चाहती है कि लोकसभा के चुनाव में अरविंद केजरीवाल जी प्रचार न कर पाए यही कारण है कि लोकसभा चुनावों से ठीक पहले समन पर समन भेजा जा रहा है। लेकिन ये नहीं बताया जा रहा कि उन्हें समन क्यों किया जा रहा है? गवाह के तौर पर, सस्पेक्ट के तौर पर, दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर या फिर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक के रूप में।
ईडी इस विषय में कुछ भी बताने को तैयार नहीं है क्योंकि ये समन और अरविंद केजरीवाल जी को गिरफ़्तार करने की साज़िश का किसी भी जाँच से कोई लेना देना नहीं है। ये सिर्फ़ और सिर्फ़ लोकसभा के चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल जी को गिरफ़्तार करने की साज़िश है।
आतिशी ने कहा कि, देश में पीएमएलए क़ानून बना है। इस क़ानून को इस लिए बनाया गया था ताकि मनी लाउंड्रिंग के ज़रिए आतंकवादियों को, नार्कोटिक्स ट्रेडर्स को पैसा न दिया जा सके। ये देश का इकलौता ऐसा क़ानून है जिसमें इसके प्रावधानों के तहत बेल मिलना लगभग असंभव है। लेकिन भाजपा ने इस क़ानून के तहत अपने सभी विपक्षियों पर केस कर दिए क्योंकि इस क़ानून में बेल मिलना लगभग असंभव है। इस क़ानून के तहत ये ईडी के ज़रिए विपक्षी नेताओं पर रेड कर सकती है, समन कर सकती है, एक बार गिरफ़्तार कर लिया तो उन्हें बिना बेल के जेल में रख सकती है।
उन्होंने कहा कि, आज पीएमएलए का प्रयोग, ईडी का प्रयोग सिर्फ़ और सिर्फ़ राजनैतिक षड्यंत्र के तहत हो रहा है। जो पार्टियाँ भाजपा का विरोध कर रही है, उन्हें तोड़ने के लिए किया जा रहा है। जो नेता भाजपा में शामिल हो जाते है उनके केस ख़त्म हो जाते है। ऐसा क्या है कि सुबेंदु अधिकारी पर इतने केस हुए लेकिन जैसे ही वो भाजपा में शामिल हुए उनके सारे केस ख़त्म हो गए, हेमंत विश्वा सरमा पर सीबीआई-ईडी के इतने केस हुए लेकिन जैसे ही वो भाजपा में शामिल हुए उनके सारे केस ख़त्म हो गए। छगन भुजबल भाजपा में शामिल हुए और उसके कुछ दिन बाद ईडी ने कोर्ट में जाकर अपना केस वापिस ले लिया।
आतिशी ने कहा कि, ये दिखाता है कि आज पीएमएलए और ईडी का इस्तेमाल सिर्फ़ विपक्ष के नेताओं को डराने-धमकाने और विपक्षी पार्टियों को तोड़ने के लिए किया जा रहा है।
पर मैं भाजपा को ये बता दूँ कि, आम आदमी पार्टी के सारे नेता, कार्यकर्ता और दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल जी आपकी इन धमकियों से डरने वाले नहीं है। ये कितने भी रेड कर के, गिरफ़्तारियाँ कर ले लेकिन हम भाजपा के ख़िलाफ़ इस देश को बचाने के लिए संविधान को बचाने के लिए लड़ते रहेंगे।