KILL Movie Review: लक्ष्य-राघव जुयाल ने बिना कोई रुकावट छोड़े साल की सबसे खूनी फिल्म पेश की

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*धर्मा प्रोडक्शंस की नई एक्शन फिल्म ‘किल’ में लक्ष्य, राघव जुयाल और तान्या मानिकतला लीड रोल में हैं। इस फिल्म का प्रीमियर TIFF 2023 में हुआ और इसे हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की सबसे बेहतरीन और हिंसक एक्शन फिल्म माना जा रहा है।

लक्ष्य लालवानी स्टारर ‘किल’ की कहानी दिल्ली जा रही एक ट्रेन में हुए एक भयानक घटनाक्रम को दिखाती है। फिल्म की कहानी एक कपल अमृत (लक्ष्य लालवानी) और तूलिका (तान्या मानितचसा) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक-दूसरे से बेतहाशा प्यार करते हैं। अमृत एक मिशन से लौटता है, जिसे पता चलता है कि उसकी गर्लफ्रेंड तूलिका की किसी और से सगाई हो गई है। तूलिका को सरप्राइज करने के लिए अमृत अपने एक आर्मी फ्रेंड वीरेश के साथ उस ट्रेन में चढ़ता है, जिसमें तूलिका और उसका परिवार सफर कर रहे हैं। ये जर्नी तब परेशानियों से भर जाती है, जब फानी और उसका गिरोह तूलिका को किडनैप कर लेता है। इसके बाद अमृत तूलिका को बचाने के लिए जो मार-काट मचाता है कि इसे देखकर अच्छे-अच्छों के हाथ-पैर ठंडे पड़ जाएं। तूलिका को बचाने और साथ ही साथ सह-यात्रियों की सुरक्षा के लिए अमृत क्या करता है? अमृत और तूलिका का प्यार अपनी अंतिम मंजिल तक पहुंचेगा या नहीं? फिल्म के अंत तक आपके सभी सवालों का जवाब मिल जाएंगे।

‘किल’ की खासियत है कि यह किसी बैकड्रॉप पर समय बर्बाद नहीं करती। यह तुरंत काम में लग जाती है और दर्शकों को सर्वाइवल की एक लड़ाई में धकेल देती है। एक्शन कोरियोग्राफी क्रूर और बैलेस्टिक है, जिसमें जॉन विक से लेकर द रेड: रिडेम्पशन तक का प्रभाव है। अमृत ट्रेन के तंग डिब्बों और यहां तक ​​कि तेज रफ्तार ट्रेन के ऊपर भी झगड़े करता है, जिससे क्लौस्ट्रफ़ोबिया और तनाव बढ़ जाता है। स्टंट का काम प्रभावशाली है, जिसमें एक्टर कुछ ऐसे सीन करते दिखाई दे रहे हैं, जिसे देखकर लगता है कि शरीर से हड्डियां बाहर आ जाएंगी। लेकिन, सावधान रहें, ‘किल’ कमजोर दिल वालों के लिए नहीं है। इसमें कोई शक नहीं कि ‘किल’ शानदार है और इसमें खून जमा देने वाले बेहद खतरनाक सीन हैं, लेकिन यह सबके देखने के बस की फिल्म नहीं है।

किल सिर्फ एक गोरफेस्ट से कहीं अधिक है। फिल्म के पहले दस मिनट, जहां हीरो अपनी गर्लफ्रेंड की सगाई में पहुंच जाता है, उसके बाद आने वाले खूनी सीनों से इतने अलग हैं कि यदि आप कहानी से अनजान होते तो आपके लिए यह विश्वास करना मुश्किल होगा कि वे उसी फिल्म का हिस्सा हैं। भले ही ड्रामा और इमोशनल एलिमेंट्स किल का प्राइमरी फोकस नहीं हैं, लेकिन हर एक्शन सीक्वेंस उचित है। आप अपने आप को हर एक हेडशॉट के लिए चीयर करने से नहीं रोक पाएंगे। फिल्म में केवल एक गाना है, जो अंत में दिखाई देता है।

अमृत के रोल में लक्ष्य ने बेहद शानदार परफॉर्मेस दी है। अमृत, एक सोल्जर की शांत शक्ति का प्रतीक है, जिसका आत्मसंयम स्थिति के गंभीर होने के साथ-साथ बढ़ता जाता है। उनके किरदार की फइजिकल डिमांड साफ है और लक्ष्य ने इसे पूरे लगाव के साथ किया है। उनका कैरेक्टर विशेष रूप से उन सीन में सम्मोहक है, जहां वह शांत हैं क्योंकि उनकी आंखें उनके इमोशन्स की एक सीरीज को व्यक्त करती हैं। एक्शन सीक्वेंस कहीं भी ओवर नहीं लगते। उनका किरदार एक कमांडो का है, जो इस कहानी और 40 गुंडों के साथ अकेले लड़ने में सक्षम है।

फानी के रूप में राघव जुयाल शानदार हैं। उन्होंने अपने सामान्य कॉमेडी परसोना को छोड़कर एक ऐसा किरदार निभाया है जो रोमांचकारी है। उनका अनप्रिडिक्टेबल व्यवहार, डार्क ह्यूमर और मोनोलॉग उन्हें एक शानदार विलेन बनाते हैं। राघव जुयाल ने इस किरदार में इतनी ऊर्जा भर दी है कि यह दर्शको को बांधे रखने में कामयाब हो जाता है। आशीष विद्यार्थी द्वारा अभिनीत उनके पिता के साथ उनके दृश्य उनके व्यक्तित्व पर एक नजर डालता है और उनके चरित्र में गहराई जोड़ते हैं।

तूलिका के रूप में तान्या मानिकतला, लक्ष्य और जुयाल के शक्तिशाली प्रदर्शन के बीच उभरकर सामने आती हैं। तान्या, तूलिका के किरदार को एक ताकत और डिटरमिनेशन से भर देती है, जिससे उनका चरित्र अमृत के गुस्से का उत्प्रेरक बन जाता है। लक्ष्य के साथ स्क्रीन पर उनकी उपस्थिति अराजकता के बीच शांति की भावना लाती है। लगातार एक्शन के बीच भी मुख्य अभिनेताओं के बीच की केमिस्ट्री स्पष्ट है।

किल के सपोर्टिंग कलाकार भी तारीफ के काबिल हैं। आशीष विद्यार्थी, हर्ष छाया, अभिषेक चौहान, और अन्य लोग अपने शानदार प्रदर्शन के साथ कहानी को बढ़ाते हुए, मुख्य किरदारों को मजबूत समर्थन देते हैं।

फिल्म की रेटिंग की बात करें तो हम इसे 5 में से 4 स्टार देंगे

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