नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने आज एनडीसीसी कन्वेंशन सेंटर, नई दिल्ली में “एकजुट होकर जगाए, अग्नि सुरक्षित भारत” थीम के तहत चल रहे ‘अग्निशमन सेवा सप्ताह 2025’ के दौरान ऊंची इमारतों में अग्नि सुरक्षा पर एक सेमिनार का आयोजन किया और अग्नि सुरक्षा उपायों प्रदर्शन भी किया।
अग्निशमन सेवा सप्ताह में अग्नि सुरक्षा में सामुदायिक भागीदारी, शिक्षा, तैयारी और नवाचारों के महत्व पर जोर दिया जाता है। कर्मचारियों और नागरिकों के बीच अग्नि सुरक्षा जागरूकता को बढ़ावा देने और तैयारियों को बढ़ाने के लिए शुरू किए गए एक सक्रिय कदम में, दिल्ली अग्निशमन सेवा के सहयोग से एनडीएमसी के अग्निशमन विभाग द्वारा अग्निशमन उपकरणों, अन्य उपकरणों, कौशल और तकनीकों के लाइव प्रदर्शन के साथ-साथ ऊंची इमारतों में अग्नि सुरक्षा पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर एनडीएमसी की निदेशक (अग्निशमन सेवा) – अलका बिजलानी ने कहा कि अग्नि सुरक्षा केवल एक सप्ताह तक की निगरानी का विषय नहीं है, यह दैनिक दिनचर्या में सजग रहने का विषय है। उन्होंने बताया कि एनडीएमसी अग्निशमन विभाग नियमित रूप से स्कूलों, अस्पतालों, बिजली सब स्टेशनों, वृद्धाश्रमों, कार्यालयों और बाजार क्षेत्रों में अग्नि सुरक्षा प्रशिक्षण शिविर आयोजित करता है। सामान्य जागरूकता के माध्यम से हम अग्नि सुरक्षा के बारे में निवारक उपाय करने का प्रयास करते रहते हैं।
दिल्ली अग्निशमन सेवा के प्रमुख – अतुल गर्ग ने एनडीएमसी के अग्निशमन कर्मियों को प्रेरित करते हुए कहा कि प्रत्येक अग्निशमन कर्मी की यह बड़ी जिम्मेदारी है कि वह हर आग लगने की घटना या आपदा के बारे में सभी को सचेत करे। हमारी ड्यूटी बहुत कठिन है और हमारा कार्य क्षेत्र बहुत असुविधाजनक और खतरनाक है। हमें हर स्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, इसलिए हमें अपना कर्तव्य निभाने में कोई चूक नहीं करनी चाहिए। उन्होंने सेमिनार में उपस्थित छात्रों से मित्रों, परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों और पड़ोसियों के बीच अग्नि सुरक्षा और निवारक उपायों के बारे में जागरूकता फैलाने का भी आग्रह किया।
एनडीएमसी अग्निशमन अधिकारी – सोमवीर सिंह ने उपस्थित लोगों को अग्निशमन सेवा सप्ताह के उद्देश्य से अवगत कराते हुए कहा कि यह सप्ताह विशेष रूप से 14 से 20 अप्रैल तक, 14 अप्रैल, 1944 को बॉम्बे डॉकयार्ड अग्निकांड में अपनी जान गंवाने वाले 66 अग्निशमन कर्मियों की याद में मनाया जाता है। इस सप्ताह में अग्नि सुरक्षा और रोकथाम के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक सप्ताह तक चलने वाले अभियान के रूप में कार्य किया जाता है। अग्निशमन विभाग के मार्गदर्शन में सप्ताह भर चलने वाले इस आयोजन में लोगों को शिक्षित करने और अग्नि सुरक्षा उपायों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न गतिविधियां शामिल हैं। यह पहल एनडीएमसी की इमारतों में आग लगने की घटनाओं से जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एनडीएमसी की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
सेमिनार में ऊंची इमारतों में आग से सुरक्षा, रोकथाम और आपातकालीन प्रतिक्रिया रणनीतियों के महत्वपूर्ण पहलुओं और एनडीएमसी को इस संबंध में सक्षम बनाने के लिए आगे के रास्ते पर ध्यान केंद्रित किया गया। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की वरिष्ठ सलाहकार – मुक्ता गिरधर ने आपदाओं के प्रकारों और उनके खिलाफ निवारक कदमों के बारे में एक सार्थक प्रस्तुति दी। उन्होंने स्कूली छात्रों के साथ भी विभिन्न उपायों पर बातचीत की। छात्रों के ज्ञानवर्धन के लिए अग्नि सुरक्षा उपायों और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी वाली विवरणिका भी वितरित की गई।
दिल्ली अग्निशमन सेवा के अधिकारी – श्री राजेश कुमार शुक्ला ने अपने प्रस्तुतीकरण में आग से आपदा की हाल की घटनाओं के वीडियो दिखाए तथा आपदा स्थल से सुरक्षित निकलने या दूसरों को उनकी जान बचाने के लिए सुरक्षित मार्ग बनाने के विचारों पर चर्चा की।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण दिल्ली अग्निशमन सेवा के मिनी रोबोट, एरियल वाटर टावर, टर्न टेबल लैडर का लाइव प्रदर्शन रहा। महिला अग्निशमन कर्मियों सहित एनडीएमसी के सभी अग्निशमन कर्मियों ने इस कार्यक्रम में बड़े जोश और उत्साह के साथ भाग लिया। सोमवीर सिंह, साजिद अली द्वारा कविता पाठ तथा स्टेशन ऑफिसर नितिन और उनकी टीम द्वारा अग्निशमन कौशल का प्रदर्शन कार्यक्रम के अन्य आकर्षण थे।