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दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में शनिवार को XLRI जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट ने फ्रेंच डेनिश शैक्षणिक सहयोग की घोषणा करी है। XLRI जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, यूनिवर्सिटी आफ़ पेरिस पैंथियन सोरबोन, यूनिवर्सिटी डी बोर्डो और डेनिश कंसोर्टियम फॉर एकेडमिक क्राफ्ट्समैनशिप (DCAC) के सहयोग से, और iiECO इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ यूनिवर्सिटी के सहयोग से, एक फ्रेंच डेनिश सहयोग के आधिकारिक शुभारंभ किया गया है। शिक्षा के क्षेत्र में एक वैश्विक प्रबंधन और अनुसंधान में इस समझौते के द्वारा एक नया मानक स्थापित करेगा। भारत, फ्रांस और डेनमार्क के संस्थानों के बीच प्रेस वार्ता में एक अधिकारी घोषणा करते हुए। बताया जाता है कि यह तीनों देशों के आपसी समझौते। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 विकसित भारत के सपने को भी बल मिलेगा। युवाओं में एक नया टैलेंट उभरेगा । इस यूनिवर्सिटी के कोर्स छात्रों के लिए काफ़ी मददगार साबित होंगे। छात्रों के लिए वरदान साबित होगा। स्किल डिवैल्पमैंट के उद्देश्य से किया गया यह समझौता ऐसे युवाओं के लिए बहुत अच्छा साबित होगा जो की विदेश जाकर पड़ना चाहते थे। उन्हें भारत में ही यह सब पढ़ने का मौक़ा मिलेगा। बताया जाता है कि यूनिवर्सिटी ग्लोबल स्तर पर मास्टर डिग्री के कोर्स भी कराए जाएंगे जो कि विश्व स्तर ये कोर्स होंगे। इस अग्रणी साझेदारी का उद्देश्य शैक्षणिक आदान प्रदान, संयुक्त अनुसंधान, संकाय विकास और अंतर्राष्ट्रीय छात्र अवसरों को मजबूत करना है। इस शुभारंभ समारोह में सभी सहयोगी संस्थानों के वरिष्ठ प्रतिनिधि सहयोगात्मक शिक्षा के भविष्य के लिए अपने दृष्टिकोण को साँझा किया
प्रबंधन शिक्षा में अपनी तरह का पहला भारत फ्रांसीसी डेनमार्क के बीच गठबंधन हुआ है। वैश्विक शैक्षणिक सहयोग में भारत की भूमिका को मज़बूत करना
संकाय विकास, छात्र विनिमय और संयुक्त अनुसंधान के लिए नए रास्ते
सभी सहयोगी संस्थानों के वरिष्ठ प्रतिनिधि उपस्थित रहे। आइए देखते हैं टोटल ख़बरें के वरिष्ठ संवाददाता राजेश खन्ना की इस विशेष रिपोर्ट में।

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