24 घंटे के भीतर थाना राज पार्क के अलर्ट स्टाफ द्वारा 04 वर्षीय अपहृत बच्ची को किया गया ट्रेस

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उपायुक्त बाहरी जिला के पर्यवेक्षण और मार्गदर्शन में, थाना राज पार्क के सतर्क स्टाफ ने घटना के 24 घंटे के अंदर एक अपहृत नाबालिग लड़की को ट्रेस किया जिसका नाम फुलवी पुत्री रौनक अली निवासी बी-20, राज पार्क, दिल्ली, उम्र 04 वर्ष है और कथित अपहरणकर्ता को भी गिरफ्तार कर लिया है।

घटना का संक्षिप्त विवरण दिनांक 09.09.22 को थाना राज पार्क में एक बच्ची के अपहरण के संबंध में सूचना प्राप्त हुई, जिसका नाम फुलवी पुत्री रौनक अली निवासी बी-20, राज पार्क, दिल्ली आयु-4 वर्ष है। सूचना मिलने पर, पुलिस स्टाफ बच्चे के माता-पिता से मिले, जिन्होंने आरोप लगाया कि उनकी 04 साल की बच्ची गायब है और उसका पता नहीं लगाया जा सका है। उनकी शिकायत पर थाना राज पार्क में प्राथमिकी संख्या 605/22 धारा 363 आईपीसी, दिनांक 09/09/22 के तहत अपहरण का मामला दर्ज किया गया था और जांच शुरू की गई ।

टीम का गठन और जांच मामले की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए नाबालिग पीड़िता के उक्त मामले में शामिल होने के कारण उपायुक्त बाहरी जिला की कड़ी निगरानी में और एसीपी सुल्तानपुरी मिहिर सकारिया, एसएचओ/राज पार्क इंस्पेक्टर ललित कुमार के नेतृत्व में एक समर्पित टीम का गठन किया गया जिसमें SI जतिन कौशिक, ASI राजेश, HC जुबेर, HC घनश्याम, HC परवीन, HC दानवीर, CT योगेश और W/CT निशि शामिल थे।

ऑपरेशन “क्लीन स्वीप” के तहत, समर्पित टीम ने अपहृत बच्चे के लिए सभी संबंधित दस्तावेज तैयार किए जैसे कि WT संदेश, समाचार पत्र के लिए और विवरण एससीआरबी, एनसीआरबी, दूरदर्शन को भेजा और जानकारी को ज़िपनेट पर भी अपलोड किया गया। लापता बच्चे के विवरण के साथ संदेश को आसपास के सभी पुलिस थानों और आसपास के जिलों में प्रसारित किया गया। एसएचओ राज पार्क द्वारा टीम को विशिष्ट कार्य भी दिए गए और निर्देशों का पालन करते हुए, इस कार्य के लिए गश्त करने वाले वाहनों को लाउड-हेलर्स के साथ तैनात किया गया । हर गली में घोषणा की गई और लापता बच्चे के बारे में पता लगाने के लिए सभी बीट स्टाफ को सूचित किया गया। सीसीटीवी फुटेज की जांच के लिए भी स्टाफ तैनात किया गया था, ताकि लापता बच्चे के संबंध में कोई सुराग मिल सके। बीट वार क्षेत्रों में डोर टू डोर पूछताछ की गई l CCTV फुटेज की जांच से और लोकल जांच से पता चला कि एक अज्ञात व्यक्ति बालिका फुलवी को जबरदस्ती अपने साथ ले गया। डोर टू डोर अभियान में आरोपी की पहचान सुनील उर्फ भूरा के रूप में हुई, जो पहले राज पार्क के इलाके में रहता था। इसके बाद, अपहृत बच्चे फुलवी को बरामद करने के लिए पार्कों और आस-पास के आश्रय गृहों की जाँच की गई लेकिन कुछ पता नहीं चल सका । इसी बीच दिनांक 10.09.22 को SI जतिन को गुप्त मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी अपने घर नगर गांव धनोरा, तहसील बड़ौत, जिला बागपत, यूपी में हो सकता है और आगे के प्रयासों से ग्राम दाहा के प्रधान के माध्यम से एक सूचना प्राप्त हुई कि एक करीब 04 साल की बच्ची को बरामद कर थाना डोघाट, यूपी को सौंप दिया गया है। इसके बाद एसीपी सुल्तानपुरी मिहिर सकारिया के निर्देश पर थाना प्रभारी राज पार्क Inspr. ललित कुमार, ASI राजेश, HC जुबेर, W/CT निशी की टीम बच्ची फुलवी का पता लगाने व बरामद करने के लिए तथा एक अन्य टीम SI जतिन, HC घनश्याम, HC परवीन, HC दानवीर, CT योगेश सहित आरोपी सुनील @ भूरा की तलाश में धनोरा गांव की ओर निकले। कठोर प्रयासों के बाद, अपहृत बालिका फुलवी, उम्र 04 वर्ष, थाना डोघाट, यूपी से बरामद की गई और बाद में आरोपी सुनील उर्फ भूरा पुत्र राजपाल निवासी ग्राम धनोरा, जिला बागपत, यूपी को भी उसके गाँव धनोरा, तहसील बड़ौत, उ.प्र से गिरफ्तार कर लिया गया।

पूछताछ पूछताछ के दौरान आरोपी व्यक्ति ने खुलासा किया कि वह एफ-2/414, सुल्तान पुरी, दिल्ली में किराए पर रहता है और अपने भाई और मां के साथ रहता है। वह 5वीं कक्षा पास है और ग्रामीण सेवा के ड्राइवर के रूप में काम करता है। साल 2006 में उसकी शादी हुई और उसकी पत्नी ने एक बच्चे को जन्म दिया लेकिन उनके बच्चे की मृत्यु 03 दिनों के भीतर हो गई। कुछ वर्षों के बाद उन्हें एक और लड़की और बाद में एक लड़का हुआ, लेकिन उसके लड़के की भी जन्म के कुछ दिनों के भीतर ही मृत्यु हो गई। साल 2016 में उसका उसकी पत्नी के साथ तलाख हो और उसकी बेटी भी उसकी पत्नी के साथ रहती है। वह बच्चों से प्यार करता था और बच्चों को बहुत चाहता था। दिनांक 09.09.2022 को जब वह अपने काम के बाद वापस आ रहा था, तो उसने बी ब्लॉक राज पार्क की दूसरी मंजिल पर खेलती हुई उपरोक्त लड़की को देखा, उसने उसका अपहरण करने की साजिश रची और दूसरी मंजिल पर जाकर लड़की का जबरन अपहरण कर लिया। इसके बाद वह बच्ची को लेकर यूपी में अपने पैतृक गांव ले गया। लेकिन उसे पुलिस के पकड़े जाने का भी डर था इसलिए उसने रात में बच्ची को यूपी के बागपत स्थित अपने पैतृक घर में बंद कर दिया l आगे वह बच्चे को गांव दाहा ले गया और डर के मारे बच्चे को वहीं छोड़ कर गांव धनोरा, जिला बागपत, यूपी में अपने घर वापस आ गया l लेकिन दिल्ली पुलिस की सक्रियता के कारण सूचना प्राप्त हुई और बच्चे को स्वस्थ ट्रेस किया गया और उक्त आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया।

आरोपी व्यक्ति की रूपरेखा सुनील @ भूरा पुत्र राजपाल निवासी स्थायी पता – ग्राम धनोरा, जिला बागपत, उत्तर प्रदेश, वर्तमान पता – एफ-2/414, सुल्तान पुरी, दिल्ली उम्र 39 वर्ष। वह अपने भाई और मां के साथ रहता है। वह 5वीं कक्षा पास है और ग्रामीण सेवा के ड्राइवर के रूप में काम करता है। उसकी 2006 में शादी हुई लेकिन आपसी परेशानी के चलते साल 2016 में उनका तलाक हो गया। मामले की आगे की जांच जारी है।

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