दिनांक 27/12/2022 की प्रातः लगभग 08.00 बजे अंचल नियंत्रण कक्ष से सूचना प्राप्त हुई कि उक्त भवन गिर गया है। तत्काल, संबंधित अवर अभियंता अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ साइट पर पहुंचे और पाया कि संपत्ति के भूतल पर लाल पत्थर की परछट्टी, दीमक से बुरी तरह क्षतिग्रस्त लकड़ी के तख्तों द्वारा समर्थित, उनके नीचे सोने वाले व्यक्ति पर आत्म-भार के कारण गिर गई। मलबा हटाने और घटनास्थल पर बचाव कार्य करने के लिए तत्काल कर्मचारियों को तैनात कर दिया गया है। बाद में उनके साथ पुलिस थाना चांदनी महल का पुलिस बल और विभिन्न अन्य एजेंसियां यानी एन.डी.आर.एफ के कर्मचारी शामिल हो गए। और प्रभावी बचाव उपाय करने के लिए नागरिक सुरक्षा। यहां यह उल्लेख करना उचित होगा कि संपत्ति / भवन का कोई पतन नहीं हुआ था, लेकिन यह घटना लगभग 8X8 वर्गफुट के क्षेत्र में ग्राउंड फ्लोर पर कमरे के अंदर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त परछट्टी गिरने के कारण हुई थी।
ग्राउंड फ्लोर, फर्स्ट फ्लोर और सेकेंड फ्लोर के हिस्से वाली विवादित इमारत में आवासीय कब्जा है और इसका निर्माण लगभग 100 साल पहले किया गया था। स्थानीय पूछताछ से स्पष्ट रूप से यह देखा गया है कि परछट्टी के अंदर के हिस्से जीर्ण-शीर्ण स्थिति में थे और मरम्मत मालिक/अधिभोगी के स्तर पर की जानी है। इस मामले में एमसीडी की कोई भूमिका नहीं है।
इसके अतिरिक्त आक्षेपित संपत्ति के संबंध में संपत्ति की जर्जर स्थिति के संबंध में किसी भी स्रोत से कोई शिकायत इस विभाग को प्राप्त नहीं हुई है। यहां यह भी जोड़ा गया है कि उपरोक्त भवन के साथ-साथ बगल के भवन में कोई निर्माण गतिविधि नहीं चल रही थी