- एमसीडी की स्थायी समितियों के चुनाव में आम आदमी पार्टी के पास 133 वोट थे, मगर 138 वोट मिले- सौरभ भारद्वाज
- भाजपा रोज कहती थी कि आम आदमी पार्टी टूट जाएगी, मगर आज पूरा देश देख रहा है कि भाजपा ही टूट रही है- सौरभ भारद्वाज
- भाजपा एमसीडी में अपनी सरकार बनाने का भी दावा कर रही थी, लेकिन आम आदमी पार्टी का मेयर और डिप्टी मेयर चुना गया- सौरभ भारद्वाज
- भाजपा के पार्षद स्थायी समिति के चुनाव में पड़े वोटों की दोबारा गिनती कराने से भी डर रहे हैं और सदन में हंगामा कर रहे हैं- सौरभ भारद्वाज
दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति के चुनाव में भाजपा के कुछ पार्षदों ने अरविंद केजरीवाल की ईमानदार राजनीति से प्रभावित होकर आम आदमी पार्टी को वोट दिया है। स्थायी समिति के चुनाव में पड़े वोटों की गिनती के बाद ‘‘आप’’ के मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा के पांच पार्षदों ने आम आदमी पार्टी को वोट दिया है। यह अरविंद केजरीवाल की ईमानदार राजनीति की बड़ी जीत है। स्थायी समिति के चुनाव में आम आदमी पार्टी के पास 133 वोट थे, मगर हमें 138 वोट मिले। उन्होंने कहा, भाजपा रोज यह कहती थी कि आम आदमी पार्टी टूट जाएगी और ‘‘आप’’ के पार्षद भाजपा में आ जाएंगे, मगर आज पूरा देश देख रहा है कि भाजपा ही टूट रही है। भाजपा एमसीडी में अपनी सरकार बनाने का भी दावा कर रही थी, लेकिन आम आदमी पार्टी का मेयर और डिप्टी मेयर चुना गया।
दिल्ली नगर निगम की स्थायी समितियों के चुनाव को लेकर आज सदन में मतदान हुआ। इस दौरान आम आदमी पार्टी के पक्ष में 138 वोट पड़े, जबकि ‘‘आप’’ के पास 133 ही वोट थे। इस संबंध में आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि स्थायी समिति के चुनाव में आम आदमी पार्टी को 138 वोट मिले हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी को कम वोट मिले हैं। आम आदमी पार्टी के एमसीडी चुनाव में 134 पार्षद चुनाव जीत कर आए थे। जिसमें एक पार्षद पवन सेहरावत आज सुबह भाजपा में शामिल हो गए। अब आम आदमी पार्टी के पास 133 पार्षदों के वोट होने चाहिए थे। लेकिन जब स्थायी समिति के चुनाव में पड़े मतों की गिनती हुई, तो पता चला कि आम आदमी पार्टी के पक्ष में 138 वोट मिले हैं। अर्थात 5 वोट ऐसे हैं, जो आम आदमी पार्टी के नहीं थे, लेकिन पार्षदों ने आम आदमी पार्टी को दिया है। चूंकि कांग्रेस ने स्थायी समिति के चुनाव में हिस्सा नहीं लिया है। इससे साफ है कि कई ऐसे पार्षद हैं, जो भाजपा से चुनाव जीते और अभी भी भाजपा में हैं, मगर उन्हें अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी पसंद आई और उन्होंने आम आदमी पार्टी को वोट दिया। यह अरविंद केजरीवाल की ईमानदार राजनीति की बड़ी जीत है। भाजपा रोज दावा करती थी कि आम आदमी पार्टी टूट जाएगी और ‘‘आप’’ के पार्षद भाजपा में आ जाएंगे, लेकिन आज उसका उलट हुआ। भाजपा के कई पार्षदों ने आज स्थायी समिति के चुनाव में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को वोट दिया।
स्थायी समिति के चुनाव में पड़े मतों की दोबारा गिनती शुरू होने पर विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि कुछ लोगों ने गिनती पर आपत्ति उठाई थी। इसलिए मेयर शैली आबेरॉय ने दोबारा से गिनती कराने के लिए कहा है। लेकिन, अब भारतीय जनता पार्टी के पार्षद सदन में हंगामा कर रहे हैं, क्योंकि वे अब दोबारा गिनती कराने से भी डर रहे हैं और भाजपा के पार्षद संवैधानिक कार्य को करने में अड़चन डाल रहे हैं। आज यह सारे देश के सामने है कि भारतीय जनता पार्टी ही टूट रही है। भाजपा के लोग कहते थे कि आम आदमी पार्टी के पार्षद भाजपा के संपर्क में है। भाजपा के लोग पहले दिन से ही कह रहे थे कि एमसीडी में भाजपा का मेयर और डिप्टी मेयर बन जाएगा, लेकिन एमसीडी में मेयर भी आम आदमी पार्टी का बना और डिप्टी मेयर भी आम आदमी पार्टी का बना। आज जब पार्षदों के टूटने की बात हो रही है तो भाजपा के पार्षदों ने क्रास वोटिंग करके आम आदमी पार्टी को वोट दिया। एक अवैध वोट को लेकर सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अक्सर देखा गया है कि कुछ वोट अवैध भी हो जाते हैं। जो लोग वोटिंग के पूरे सिस्टम को देखते हैं, वे तय करते हैं कि कौन सा वोट अवैध है। हमें जानकारी मिली है कि एक वोट अवैध घोषित किया गया है। अभी दोबारा गिनती हो रही है। अब जो नतीजे आएंगे, वो सबके सामने होंगे