मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने शहरी सदर पहाड़गंज जोन के पार्षदों के साथ बैठक कर की विकास कार्यों की समीक्षा
- अधिकारियों व पार्षदों को संवाद की कमी को खत्म करने और एक-दूसरे का सहयोग करने का निर्देश दिया
- पार्षदों के साथ उपायुक्त वार्डों का दौरा करें, इसके बाद क्षेत्र की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करें- डॉ शैली ओबरॉय
मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने शहरी सदर पहाड़गंज जोन के पार्षदों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा करने के लिए बैठक की। उन्होंने अधिकारियों व पार्षदों को संवाद की कमी को खत्म करने और एक-दूसरे का सहयोग करने का निर्देश दिया। मेयर ने कहा कि पार्षदों के साथ उपायुक्त वार्डों का दौरा करें। इसके बाद क्षेत्र की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करें। कुछ अधिकारियों की शिकायतें हर वार्ड से आ रही हैं। अगर उनकी कार्यशैली में तत्काल सुधार नहीं हुआ तो कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली नगर निगम की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने आज विकास कार्यों की समीक्षा के लिए शहरी सदर पहाड़गंज जोन के पार्षदों और अधिकारियों के साथ एक विशेष बैठक की। बैठक का उद्देश्य संबंधित वार्डों के स्थानीय मुद्दों से अवगत होना था ताकि उन मुद्दों का पार्षदों व अधिकारियों के बेहतर समन्वय से हल किया जा सके। बैठक में नेता सदन मुकेश सहित निगम के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
बैठक के दौरान मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने जोन की नागरिक समस्याओं और विकास कार्यों के मुद्दों का जायजा लिया। मेयर ने जोन की स्वच्छता व्यवस्था, बुनियादी ढांचे और स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए सुविधाएं, सामुदायिक केंद्रों, पार्कों, एफसीटीएस, नालों की सफाई की स्थिति की समीक्षा की।
बैठक में पार्षदों ने कुछ पार्कों की चारदीवारी व मरम्मत की आवश्यकता, बाजारों में अवैध अतिक्रमण, कचरा संग्रहण वाहनों (ऑटो टिपर्स) की भारी कमी, अवैध पार्किंग, आवारा पशुओं की समस्या आदि के बारे में भी अवगत कराया गया। इसके साथ ही पार्षदों ने शिक्षकों, पशु पकड़ने वालों, पर्यावरण सहायकों और मालियों सहित अन्य कर्मचारियों की कमी से भी अवगत कराया गया।
बैठक में मेयर ने अधिकारियों व पार्षदों को संवाद की कमी को खत्म करने और एक-दूसरे का सहयोग करने का निर्देश दिया, ताकि नागरिकों को अधिक से अधिक सुविधाएं प्रदान की जा सके। मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने कहा कि पार्षदों के साथ उनके वार्डों में उपायुक्त दौरा करें। इसके बाद क्षेत्र की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करें। बैठक में चर्चा किए गए मुद्दों पर त्वरित कार्रवाई की जाए। इसके अलावा उपायुक्त को क्षेत्र के पार्षदों के साथ नियमित रूप से बैठक करें।
उन्होंने कहा कि वार्डों से लगातार शिकायत मिल रही हैं कि अधिकारी काम नहीं कर रहे हैं। लोगों के फोन नहीं उठा रहे हैं। अगर उनकी कार्यशैली में तत्काल सुधार नहीं हुआ तो कार्रवाई की जाएगी