ईडी का बड़ा फर्जीवाड़ा बेनकाब, मनीष सिसोदिया पर जिन मोबाइलों को नष्ट करने का आरोप, वह ईडी-सीबीआई के पास जब्त

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  • ‘‘आप’’ ने सभी 14 मोबाइल का डिटेल किया पेश, 5 ईडी-सीबीआई के पास व अन्य मनीष सिसोदिया के घर काम करने वालों के पास अब भी मौजूद
  • ईडी ने कहा कि मनीष सिसोदिया ने अपने फोन तोड़ दिए, जबकि उनमें से कई फोन ईडी की ही कस्टडी में हैं, सारा मामला मनगढ़ंत है- अरविंद केजरीवाल
  • ईडी लोगों को टॉर्चर कर और दबाव डालकर झूठे बयान ले रही है, संजय सिंह के केस में बयान कुछ है और चार्जशीर्ट में कुछ और लिखा है- अरविंद केजरीवाल
  • ईडी ने कोर्ट में झूठ बोला कि मनीष सिसोदिया ने 14 फोन नष्ट कर दिया, जांच के नाम पर ईडी कर रही ड्रामा- संजय सिंह
  • प्रधानमंत्री और भाजपा को बताना चाहिए कि लाखों को बच्चों को अच्छी शिक्षा दे रहे मनीष सिसोदिया को क्यों बदनाम किया जा रहा है? – संजय सिंह
  • पीएम मोदी चाहते हैं कि ‘‘आप’’ बर्बाद हो जाए तो हम सभी को एक चौराहे पर बुलाएं और गोली मार कर कहानी खत्म कर दें- संजय सिंह

आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार को आबकारी मामले की जांच कर रही ईडी के एक बड़े फर्जीवाड़े का सनसनीखेज खुलासा किया। ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ईडी का कहना है कि पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अपने फोन तोड़ दिए, जबकि उनमें से कई फोन ईडी की ही कस्टडी में है। यह सारा मामला ही झूठा और मनगढ़ंत है। वहीं, पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने ईडी फर्जीवाड़े का सच देश के सामने रखा। उन्होंने कहा कि ईडी ने मनीष सिसोदिया को बदनाम करने के लिए फोन नष्ट करने की साजिश रची। ईडी ने जिन 14 मोबाइल को नष्ट करने की जानकारी दी, उसमें से 5 फोन तो ईडी और सीबीआई ने अपने कब्जे में ले रखे हैं। अन्य फोन मनीष सिसोदिया के घर काम करने वाले लोगों के हैं और अब भी मौजूद हैं। यह सच सामने आने के बाद अब भाजपा को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कोर्ट से भी अपील की है कि कोर्ट को गुमराह करने और गलत जानकारी देकर मनीष सिसोदिया की जमानत रद करवाने वाले ईडी के अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र में कार्रवाई की जाए।

ईडी सरासर झूठे सबूत देकर कोर्ट को गुमराह कर रही है- अरविंद केजरीवाल

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ईडी लोगों को टॉर्चर कर और दबाव डालकर झूठे बयान ले रही है। राज्यसभा सदस्य संजय सिंह के केस में निकल कर आया कि जो व्यक्ति था, उसने बयान कुछ दिया था और ईडी की चार्जशीट में कुछ और लिखा हुआ था। अब यह तथ्य निकल कर सामने आया है कि ईडी ने कहा कि मनीष सिसोदिया ने अपने कई फोन तोड़ दिए, जबकि उनमें से कई फोन तो ईडी की ही कस्टडी में हैं। ईडी सरासर झूठे सबूत देकर कोर्ट को गुमराह कर रही है और लोगों को टॉर्चर कर झूठे बयान ले रही है। इस पूरे मामले में कुछ भी नहीं है। सारा मामला मनगढ़ंत है। यह फर्जी सबूतों और झूठे बयान पर किया जा रहा है। यह अच्छी चीज नहीं है।

संजय सिंह ने ईडी की फर्जी जांच का सच देशवासियों के सामने रखा

पार्टी मुख्यालय में ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने प्रेस वार्ता कर ईडी की फर्जी जांच का एक और सच देशवासियों के सामने रखा और कहा कि इस सच को रखने के बाद भाजपा के नेताओं और प्रवक्ताओं अगर जरा भी नैतिकता बची है, तो वो टीवी चैनलों पर हाथ जोड़कर देश वासियों के सामने माफी मांगें। भाजपा के प्रवक्ता चिल्ला-चिल्ला कर बोल रहे थे कि मनीष सिसोदिया ने 14 फोन नष्ट कर दिए, जबकि सच्चाई कुछ और ही है। मनीष सिसोदिया को बदनाम करने वाले अधिकारियों को टीवी चौनल पर हाथ जोड़कर माफी मांगनी चाहिए। साथ ही, मैं कोर्ट से निवेदन करता हूं कि आपको गुमराह करने और गलत तथ्य व गलत जानकारी देकर जमानत रद करवाने वाले ईडी के अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र के मामले में कार्रवाई की जाए। ऐसे अधिकारियों को जरूरत पड़ने पर पकड़कर जेल में भी डाला जाए।

ईडी ने जांच का बना दिया है मजाक- संजय सिंह

राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि भाजपा वाले कह रहे थे कि मनीष सिसोदिया ने 14 फोन नष्ट कर दिए। हमसे भी टीवी चैनलों पर पूछा गया कि मनीष सिसोदिया ने 14 फोन तोड़ दिया? हमने इस बारे में जानकारी एकत्र की कि आखिर कौन से 14 फोन हैं। जब ईडी ने अपनी रिपोर्ट दाखिल की तो इन 14 फोन की जानकारी दी। जिन्हें बताया कि ये फोन गायब कर दिए या नष्ट कर दिए गए। जबकि ये 14 फोन जिंदा है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इसमें से 5 फोन सीबीआई और ईडी के पास हैं। इसमें 5 फोन ईडी ने खुद सीज किए हैं और मीडिया से कहा जा रहा है कि मनीष सिसोदिया ने 14 फोन नष्ट कर दिए। ईडी ने जांच का मजाक बना दिया है।

संजय सिंह ने मौजूद 14 मोबाइल फोन की डिटेल किया सार्वजनिक

राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि एक उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री के घर में उनका परिवार, क्लर्क, चपरासी, नौकर, ड्राइवर रहते हैं। ईडी ने सबके फोन का आईएमईआई नंबर उठाया और कहा कि मनीष सिसोदिया के घर में 14 फोन चलते थे और ये सारे फोन गायब हैं जबकि ये सारे फोन जिंदा हैं। उन्होंने इन 14 मोबाइल के आईएमईआई नंबर के आखिरी तीन अंक को सार्वजनिक किया। जिसमें 963, 369, 999, 965, 974, 042, 059, 349, 755, 763, 125, 852, 273, 433 नंबर शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ईडी की सीजर रिपोर्ट के अनुसार 14 में से 5 फोन उसने खुद अपने पास रखे हुए हैं। ईडी ने जिस फोन को अपने पास सीज कर रखा है, उसके बारे में न्यायालय में बता रहे हैं कि मनीष सिसोदिया ने इन फोन को नष्ट कर दिया और सबूत मिटा दिए।

प्रधानमंत्री को अगर इतनी नफरत है तो हम सभी को जहर दे दें- संजय सिंह

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा से पूछा कि अगर आपको आम आदमी पार्टी से इतनी ही नफरत है और देखना पसंद नहीं करते हैं तो अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सत्येन्द्र जैन समेत सभी को खुलेआम जहर की पुड़िया दे दो। आखिर यह नाटक क्यों कर रहे हैं? ईडी की जांच के नाम पर क्यों इतना ड्रामा किया जा रहा है? अगर प्रधानमंत्री को मनीष सिसोदिया और सीएम अरविंद केजरीवाल से इतनी ज्यादा नफरत है तो चौराहे पर खड़ा कर गोली मार दो और सभी को खत्म कर दो। आपके पास तो बहुत ताकत है।

जांच एजेंसियां न्यायालय को गुमराह कर रही हैं- संजय सिंह

राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि देश के अंदर जांच एजेंसियां न्यायालय को गुमराह कर रही हैं। जब न्यायालय जमानत रद्द कर रहा है तो इसी को आधार बनाया जा रहा है। न्यायालय के जमानत रद्द करने के आदेश में उल्लेखित है कि मनीष सिसोदिया ने 14 फोन नष्ट करके सबूत मिटाए। भाजपा की ईडी मनीष सिसोदिया के घर में काम करने वाले चपरासी, क्लर्क, परिवार व स्टाफ के लोगों का आईएमईआई नंबर बताकर कह रही है कि मनीष सिसोदिया ने फोन नष्ट कर दिए। भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता पूरे देश के सामने माफी मांगे कि उन्होंने दिल्ली के शिक्षा मंत्री को साजिशन बदनाम करने के लिए 14 फोन तोड़े जाने की झूठी बात कही।

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