- इतने छापे मारने के बाद भी जब कुछ नहीं मिला तो ईडी ने मनीष सिसोदिया के दो फ्लैट और सैलरी अकाउंट जब्त कर लिया- संजय सिंह
- 2020 के चुनावी हलफनामे में ही मनीष सिसोदिया ने 5 लाख और 65 लाख के दो फ्लैट को घोषित किया है, तब एक्साइज पॉलिसी नहीं आई थी- संजय सिंह
- पीएम ने ईडी का देश के सामने मज़ाक बना दिया है, अब लोग मानते हैं कि ईडी का छापा मतलब राजनीति हो रही है- संजय सिंह
- ईडी विपक्षी दलों को परेशान करने और उनके नेताओं को जेल में डालने का एकमात्र साधन बनकर रह गई है- संजय सिंह
- भाजपा एक-एक भ्रष्टाचारी को पार्टी में शामिल करवा रही है, पर दिल्ली में ईमानदार सरकार होने के कारण मोदी वाशिंग पाउडर फेल हो रहा है- संजय सिंह
- पीएम नरेंद्र मोदी ने हज़ारों करोड़ का घोटाला करने वाले अजित पवार, छगन भुजबल और हसन मुशरिफ को सरकार में शामिल कर लिया- संजय सिंह
- मोदी जी का भ्रष्टाचारियों से मेल हो गया है, सिर्फ ईमानदार लोग जेल भेजे जा रहे हैं, सुप्रीम कोर्ट को इसका संज्ञान लेना चाहिए- संजय सिंह
- जून 2022 में झूठ फैलाया गया कि सत्येंद्र जैन के घर से 2.85 करोड़ मिले, जबकि सिर्फ 2.79 लाख मिले थे और वो भी लौटने पड़े- दिलीप पांडे
- भाजपा को लगा रहा कि सत्येंद्र जैन की तरह ही मनीष सिसोदिया के साथ भी करना पड़ेगा और आज उनके साथ यही हो रहा है- दिलीप पांडे
- भाजपा वाले चाहे कितनी भी खबरें प्लांट करा लें, लेकिन दिल्ली की जनता पूरी ताकत के साथ आम आदमी पार्टी के साथ खड़ी है- दिलीप पांडे
ईडी द्वारा पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी जब्त करने की फैलाई जा रही झूठी खबर पर आम आदमी पार्टी ने कड़ी आपत्ति जताई है। ‘‘आप’’ के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर ईडी फर्जी और मनगढ़ंत तरीके से आम आदमी पार्टी के नेताओं के खिलाफ झूठे मुक़दमें बना रही है। मनीष सिसोदिया के यहां ईडी कई बार छापेमारी कर चुकी है, लेकिन कुछ नहीं मिला तो पीएम के इशारे पर उनके दो फ्लैट और सैलरी अकाउंट को जब्त कर लिया। जबकि मनीष सिसोदिया ने 2020 के चुनावी हलफनामे ही इन दोनों फ्लैट्स की घोषणा की थी, तब एक्साइज पॉलिसी भी नहीं आई थी। मोदी जी ने ईडी का देश के सामने मजाक बना दिया है। अब देश के लोग मानते हैं कि ईडी का छापा मतलब भाजपा अपने राजनीतिक विरोधियों को दबाने की कोशिश कर रही है। वहीं, विधायक दिलीप पांडे का कहना है कि भाजपा वाले चाहे कितनी भी खबरें प्लांट करा लें, लेकिन दिल्ली की जनता पूरी ताकत के साथ आम आदमी पार्टी के साथ खड़ी है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और दिल्ली विधानसभा में मुख्य सचेतक एवं विधायक दिलीप पांडे ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय में संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित किया। राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि मोदी सरकार और पीएमओ द्वारा प्रायोजित ब्रेकिंग न्यूज़ टीवी चैनलों को देकर चलवाई जाती है। कल ईडी ने कई टीवी चैनलों पर एक ब्रेकिंग न्यूज़ चलवाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश के सामने ईडी को मजाक बना दिया है। अब कहीं पर ईडी का छापा पड़ता है, तो लोग ये मानते हैं कि अगर ईडी-सीबीआई का छापा पड़ा है तो इसका मतलब भाजपा की ओर राजनीतिक विरोधी को दबाने की कोशिश हो रही है। मैंने पहले भी बताया कि 2014 से लेकर 2023 तक किस तरह हिमन्ता बिश्वा सरमा, शुभेंदु अधिकारी, मुकुल राय, येदियुरप्पा, शिवराज सिंह चौहान, रेड्डी ब्रदर्स, अजित पवार समेत कई लोगों पर ईडी-सीबीआई के छापे पड़े और उनको जेल में डालने की तैयारी हो रही थी। लेकिन मोदी जी ने उनको भाजपा में शामिल किया और मोदी वॉशिंग पाउडर से धुलकर कर उनको राजा हरिश्चंद्र बनाने का काम किया।
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि पूरे देश में एक-एक भ्रष्टाचारी को चुन-चुनकर मोदी जी ने भाजपा में शामिल किया है, लेकिन दुर्भाग्य से उनका मोदी वाशिंग पाउडर दिल्ली में फेल हो रहा है। ऐसे में ईडी द्वारा जबरन फर्जी और मनगढ़ंत तरीके से मुकदमा बनाने की कोशिश की जा रही है। यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर हो रहा है। आम आदमी पार्टी शुरू से कहती आ रही है कि शराब घोटाले जैसी कोई चीज नहीं है। भाजपा सिर पर पत्थर मारने का काम ईडी से करवा रही है। मोदी जी ने मनीष सिसोदिया के घर 14 घंटे तक छापा मरवाया, उनके गांव, बैंक लॉकर, दफ्तर में छापा मरवाया, लेकिन कुछ नहीं निकला। अब कल ईडी ने ब्रेकिंग न्यूज़ चलवाई कि 52 करोड़ रूपये की संपत्ति जब्त की गई है। ईडी के कागजात के अनुसार मनीष सिसोदिया ने 2005 में 15 लाख का फ्लैट खरीदा था और 2018 में 65 लाख रूपये का फ्लैट खरीदा गया था। उनके सैलरी अकाउंट में 11 लाख रूपये थे। मनीष सिसोदिया ने अपनी जिंदगी की गाड़ी कमाई से ये फ्लैट खरीदा है।
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि देश के इतिहास में अगर ईडी के सबसे हास्यास्पद मामले के बारे में पूछा जाएगा तो लोग मनीष सिसोदिया का केस कहेंगे। विधानसभा चुनाव के 2020 के चुनावी शपथ पत्र में भी मनीष सिसोदिया ने 5 लाख रूपये और 65 लाख रूपये की प्रॉपर्टी की घोषणा की है। ऐसे में यह भ्रष्टाचार कैसे हो गया? इसका शराब नीति से क्या लेना देना है। आखिरी ईडी अपना मजाक क्यों बना रही है? मैं नरेंद्र मोदी जी से कहना चाहता हूं कि भले ही आपने पिछले 9 साल में 8 सरकारें तोड़-तोड़कर बनाई, हर राज्यों में विधायकों की खरीद-फरोख्त की, मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों को खोखा का लालच देकर विधायको को तोड़ा है, मगर दिल्ली और पंजाब में आपको सफलता नहीं मिलने वाली है। इसलिए निरर्थक प्रयास मत कीजिए। हवा में तीर चलाने से कुछ हासिल नहीं होने वाला है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने हमारे 45-45 विधायकों पर मुकदमे किए, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को जेल में डाला। तोड़ने की हर कोशिश के बावजूद अरविंद केजरीवाल का कोई सिपाही नहीं टूटा। एक तरफ अरबों-खरबों की लूट करने वाले महाराष्ट्र में अजित पवार को आप उप-मुख्यमंत्री बनाते हैं, हजारों की लूट करने वाले छगन भुजबल को मंत्री बनाते हैं और दूसरी तरफ दिल्ली के लाखों बच्चों को अच्छी शिक्षा देने का काम करने वाले मनीष सिसोदिया को जेल में डाल रहे हैं। दिल्ली के लोगों को अच्छा स्वास्थ्य देने का काम करने वाले सत्येंद्र जेन को जेल में डालते हैं। पूरे देश मोदी जी का असली चेहरा देख रहा है। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ नहीं है, बल्कि आम आदमी पार्टी को तोड़ने और बर्बाद करने के लिए की जा रही है। इसका सच्चाई से कोई लेना देना नहीं है।
वहीं, विधायक दिलीप पाण्डेय ने कहा कि शुक्रवार को ईडी द्वारा खबरें प्लांट कराई गई और उसे आधार बनाकर भाजपा के प्रवक्ताओं ने आरोप-प्रत्यरोप की सियासत शुरू की। ठीक एक साल पहले जून 2022 में भी यही रणनीति अपनाई गई थी, जिसके बाद सत्येंद्र जैन के घर पर छापेमारी हुई। उस दौरान ईडी ने कहा था कि उनके पास से 2.85 करोड़ रुपए और 133 सोने के सिक्के बरामद हुए हैं। मगर यह लोग सच को ज्यादा दिन नहीं छिपा पाए। इसके बाद पंचनामे का कागज सामने आने पर सारा सच सामने आ गया। पंचनामे में पता चला कि ईडी को 2.79 लाख रुपए मिले थे और वो पैसा एकाउंट में लिखा था, ऐसे में खुद ईडी को यह सारा पैसा सत्येंद्र जैन को वापस लौटाना पड़ा था। यानी ईडी सत्येंद्र जैन के घर में छापेमारी करने पर एक रुपए भी बरामद नहीं कर पाई और इसका कागजी सबूत भी छोड़कर गई।
विधायक दिलीप पाण्डेय ने कहा कि मनीष सिसोदिया के घर, दफ्तर, गांव, बैंक लॉकर सभी जगह छापेमारी हुई, मगर जब्ती पत्र में ईडी को कुछ भी नहीं मिला। ईडी को एक साल से कुछ हाथ नहीं लगा और उन्होंने सोचा कि जो हथकंड़ा सत्येंद्र जैन पर अपनाय, वो मनीष सिसोदिया पर भी अपनाना पड़ेगा। तभी जाकर कुछ मसाला मिलेगा और उनकी बदनामी होगी। यह जाहिर सी बात है कि मशहूर लोगों को बदनाम किया जाता है। भाजपा में किसी ने इनको सुझाव दिया होगा कि अगर हमें इन्हें भाजपाईयों की बदनाम कतार में खड़ा करना है तो यही तरीका अपनाना पड़ेगा। मगर मशवरा लेने के बाद ईडी वाले भूल गए कि दिल्ली का बच्चा-बच्चा मनीष सिसोदिया से प्यार करता है। दिल्ली का हर नागरिक सत्येंद्र जैन से प्यार करता है, क्योंकि दिल्ली में बच्चों के भविष्य और उनके स्वास्थ्य को संभाल का काम सिर्फ मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने किया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा वाले चाहे कितनी भी खबरें प्लांट करा लें लेकिन अब दिल्ली के लोग सब समझ चुके हैं। दिल्ली की जनता सब देख रही है। सही वक्त आने पर दिल्ली की जनता अपना फैसला जरूर सुनाएगी। दिल्ली के लोगों को अपने नेताओं पर पूरा भरोसा है और वह पूरी ताकत के साथ अपने नेताओं के साथ खड़े हैं।