*दिल्ली नगर निगम चुनाव से पहले केजरीवाल ने नारा दिया था केजरीवाल की सरकार केजरीवाल का पार्षद, दिल्ली वालों ने नगर निगम केजरीवाल को सौंप दिया पर आज त्रस्त जनता जानना चाहती है अब कहाँ हैं केजरीवाल के विधायक एवं पार्षद, क्यों दिल्ली जलमग्न है ?- वीरेन्द्र सचदेवा
*साफ दिख रहा है कि अरविन्द केजरीवाल से ना सरकार सम्भल रही है ना नगर निगम, बेहतर होगा सरकार एवं निगम एक साथ हमे सौंप दें फिर दिल्ली का विकास देखिए – वीरेन्द्र सचदेवा
*कल जब दिल्ली जलभराव से झूझ रही थी, उस वक्त भी केजरीवाल को राजनीति सूझ रही थी वह पंचकुला, हरियाणा में घूम रहे थे – वीरेन्द्र सचदेवा
*गत 8 साल में केजरीवाल ने दो सड़कों का पुनर्निर्माण करवाया चांदनी चौक एवं मथुरा रोड और दोनों ही जगह सीवर डालने के नाम पर घोटाला किया है – वीरेन्द्र सचदेवा
*केजरीवाल सरकार गर्मी में दिल्ली को पानी उपलब्ध कराने में विफल रही तो मानसून आते ही सड़कों से बरसाती पानी की निकासी सुनिश्चित करने में फेल हो गई है – रामवीर सिंह बिधूड़ी
*भाजपा मांग करती है कि नाले सफाई फंड के 3000 करोड़ रूपये की बंदरबांट की उच्च स्तरीय जांच हो – रामवीर सिंह बिधूड़ी
*दिल्ली के लोग आज दिल्ली की दुर्दशा को देख एहसास कर रहे हैं वह भाजपा शासित नगर निगम ही था जिसके प्रयासों से आर्थिक तंगी के बावजूद कम से कम जलभराव और अधिक से अधिक सफाई सुनिश्चित होती थी – राजा इकबाल सिंह
दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेवा के नेतृत्व एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री रामवीर सिंह बिधूड़ी और नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष सरदार राजा इक़बाल सिंह की उपस्थिति में हजारों भाजपा कार्यकर्ताओं ने बरसात के बीच दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग, दिल्ली जल बोर्ड एवं दिल्ली नगर निगम द्वारा गली मोहल्ले की नालियों, सड़कों के सीवर से दिल्ली के सभी नालों की सफाई एवं गाद निकालने में किये भ्रष्टाचार जिसके परिणामस्वरूप पूरी दिल्ली एक-दो दिन की बारिश में ही जलमग्न होकर तालाब बन गई के विरोध स्वरूप आज दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के मुख्यालय पर रोष प्रदर्शन किया और गिरफ्तारी दी।
बारिश के बीच भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस द्वारा आम आदमी पार्टी कार्यालय के पास लगाये बैरिकेड्स को तोड़ा जिसके बाद भारी पुलिस बल ने सभी को डिटेन कर लिया और आई.पी.एस्टेट थाने ले गई।
प्रदेश महामंत्री हर्ष मल्होत्रा द्वारा संचालित प्रदर्शन में विधायक विजेन्द्र गुप्ता एवं अभय वर्मा, भाजपा पदाधिकारी एवं नेता सर्वश्री विष्णु मित्तल, अशोक गोयल देवराहा, जय प्रकाश, राजन तिवारी, प्रवीण शंकर कपूर, कर्म सिंह कर्मा, गौरव खारी, इम्प्रीत सिंह बक्शी, मनोज त्यागी, विनोद सहरावत, रमेश शोखंदा, नरेश वशिष्ठ, बजरंग शुक्ला, रोहताश कुमार, कुलदीप सिंह, संतोष पाल, भूपेंद्र गोठवाल, सी.एल. मीणा, योगिता सिंह, लता गुप्ता आदि सम्मलित हुये।
प्रदर्शन में एकत्र कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुये दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली सरकार हो या दिल्ली नगर निगम हर ओर भ्रष्टाचार है, अरविन्द केजरीवाल सरकार भ्रष्टाचार का पर्याय बन गई है।
अभी तक दिल्ली केजरीवाल सरकार के शराब घोटाले, शीश महल घोटाले, जल बोर्ड एवं डी.टी.सी. घोटालों से त्रस्त थी पर अब दिल्ली केजरीवाल सरकार के लोक निर्माण विभाग, दिल्ली जल बोर्ड एवं दिल्ली नगर निगम द्वारा नाली, सीवर एवं नालों की प्री मानसून सफाई के नाम पर किये घोटाले जिसके परिणामस्वरूप आज दिल्ली तालाब बन गई है को देख स्तब्ध हैं।
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली नगर निगम के चुनाव से पहले तक दिल्ली की सफाई या जलजमाव जैसी समस्याओं को लेकर कहते थे कि दिल्ली नगर निगम में भाजपा शासन है जो काम नहीं करता।
दिल्ली नगर निगम चुनाव से पहले केजरीवाल ने नारा दिया था केजरीवाल की सरकार, केजरीवाल का पार्षद, दिल्ली वालों ने नगर निगम केजरीवाल को सौंप दिया पर आज त्रस्त जनता जानना चाहती है अब कहाँ हैं केजरीवाल के विधायक एवं पार्षद क्यों दिल्ली जलमग्न है।
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि कल जब दिल्ली जलभराव से झूझ रही थी, उस वक्त भी केजरीवाल को राजनीति सूझ रही थी वह पंचकुला, हरियाणा में घूम रहे थे।
सचदेवा ने कहा कि साफ दिख रहा है कि अरविन्द केजरीवाल से ना सरकार सम्भल रही है ना नगर निगम, बेहतर होगा सरकार एवं निगम एक साथ हमे सौंप दें फिर दिल्ली का विकास देखिए।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि किराड़ी से बुराड़ी तक, छत्तरपुर से नांगलोई तक, सीमापुरी से टीकरी बार्डर तक, चांदनी चौक से साऊथ एक्सटेंशन तक और लक्ष्मी नगर से वसंत विहार तक जब हर बस्ती एवं बाजार डूब जाये तो समझ आता है कि नाली एवं नालों की सफाई नहीं हुई सिर्फ उसका बजट साफ हुआ है।
सचदेवा ने कहा कि गत 8 साल में केजरीवाल ने दो सड़कों का पुनर्निर्माण करवाया चांदनी चौक एवं मथुरा रोड और दोनों ही जगह सीवर डालने के नाम पर घोटाला किया जिसका नतीजा हल्की सी बारिश में दोनों सड़के जलमग्न हो जाती हैं ट्रैफिक रोकना पड़ता है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा बेहतर होता की आज बोटिंग का फोटो शेशन करने की जगह मंत्री सुश्री आतिशी पीडित लोगों से मिलकर राहत पहुंचाती।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि आज दिल्ली की दुर्दशा का कारण है अरविन्द केजरीवाल सरकार की मनमानी, ना यह कोई विधायकों की बैठक बुलाते हैं ना नालों की सफाई का निरीक्षण करते थे और उसी का नतीजा है आज दिल्ली में बरसाती झीलें ही झीलें बन गई हैं। इसके ठीक विपरीत 1993 से 1998 की भाजपा सरकार में सभी विधायकों एवं नगर निगम से समन्वय बनाकर कर मानसून पूर्व नालों की सफाई होती थी।
रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल सरकार गर्मी में दिल्ली को पानी उपलब्ध कराने में विफल रही तो मानसून आते ही सड़कों से बरसाती पानी की निकासी सुनिश्चित करने में फेल हो गई है।
रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा है कि केजरीवाल सरकार ने आठ साल में कभी भी सीवर एवं नालों की सफाई पर काम नही किया था वो तो भाजपा शासित नगर निगम के द्वारा नालियों एवं छोटे नालों की सफाई से जलभराव कम होता था या फिर जल्दी निकल जाता था पर अब नगर निगम भी केजरीवाल के पास आ गया तो इस साल नालों की सफाई का पूरा फंड जो कि लगभग रूपए 3000 करोड़ रूपये है सब बंदरबांट की भेट चढ़ गया।
उन्होंने कहा कि यह खेदपूर्ण है कि देश की राजधानी में लोग जलभराव के कारण मरे हैं और वाहन पानी मे बह कर, स्कूल दीवार गिरने से दब कर नष्ट हो रहे हैं। उन्होंने मृतकों के लिये मुआवज़े की मांग की।
विधूड़ी ने कहा कि भाजपा मांग करती है कि नाले सफाई फंड के 3000 करोड़ रूपये की बंदरबांट की उच्च स्तरीय जांच हो।
नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि दिल्ली के लोग आज दिल्ली की दुर्दशा को देख एहसास कर रहे हैं कि वह भाजपा शासित नगर निगम ही था जिसके प्रयासों से आर्थिक तंगी के बावजूद कम से कम जलभराव और अधिक से अधिक सफाई सुनिश्चित होती थी।
विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि मानसून तो हर साल आता है पर जिस तरह आज सड़के धंस रही हैं, जलमग्न हो रही है ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि गत दो दिन में बरसात में सरकार एवं नगर निगम के अधिकांश पानी निकासी पम्प ठप्प रहे।
हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि केजरीवाल सरकार और उनकी पार्टी प्रशासकीय अधिकारियों टकराव में इतनी मस्त रही कि उसने नाला सफाई काम ही नहीं कराया, हाँ सफाई फंड जरूर अपने पसंदीदा ठेकेदारों को सफाई ठेका दिलवाकर साफ कर दिया।