- भाजपा हटाओ-देश बचाओ’ का नारा देश भर में गूंजा
- पूरे देश से आवाज उठ रही है कि मणिपुर में हुई दरिंदगी पर मोदी जी अपनी चुप्पी तोड़ें या फिर गद्दी छोड़ें- गोपाल राय
- मोदी जी को वोट मांगने और विदेशों में घूमने का मौका मिल जाता है, लेकिन मणिपुर पर वो छुप कर बैठे हैं- गोपाल राय
- मणिपुर की आवाज उठाने पर सांसद संजय सिंह को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया, देश उनका निलंबन वापस मांग रहा है- गोपाल राय
- प्रधानमंत्री डरें नहीं, संसद में आएं और मणिपुर में शांति बहाली की कार्य योजना के बारे में देश को बताएं- गोपाल राय
- भाजपा के पास अब कोई बहाना नहीं बचा है, उसे मणिपुर के लोगों के दर्द का हिसाब देना पड़ेगा- गोपाल राय
- अगर मणिपुर पर मोदी जी चुप रहते हैं तो 2024 में देशवासियों से वोट मांगने के लायक नहीं बचेगे- गोपाल राय
- मोदी जी को मणिपुर जाकर आरोपियों को सबक सिखाना चाहिए, लेकिन वो विपक्ष की आवाज दबाने में लगे हैं- इमरान हुसैन
- जब से मणिपुर जल रहा है, तब से मोदी जी आठ देशों में जा चुके हैं- दिलीप पांडे
- मणिपुर के मुख्यमंत्री के साथ-साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को भी जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए- दिलीप पांडे
- जब से केंद्र में गूंगी-बहरी सरकार आई है, तब से देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ता ही जा रहा है- राखी बिड़लान
- निर्भया कांड की तरह ही मणिपुर की बेटियों के लिए भी देश को एकजुट होकर मौन मोदी सरकार को उखाड़ फेंकना होगा- राखी बिड़लान
मणिपुर में हो रही हिंसा और महिलाओं पर अत्याचार के खिलाफ मंगलवार को आम आदमी पार्टी ने देशभर में राष्ट्रव्यापी विरोध-प्रदर्शन किया। दिल्ली प्रदेश संयोजक एवं कैबिनेट मंत्री गोपाल राय के नेतृत्व में जंतर-मंतर पर प्रचंड विरोध प्रदर्शन कर ‘‘आप’’ ने मणिपुर पर प्रधानमंत्री की चुप्पी को लेकर तीखा हमला बोला। इस दौरान पूरी दिल्ली के भारी तादात में लोग शामिल हुए। साथ ही, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, बिहार, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, गोवा, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, उड़िसा, मध्यप्रदेश समेत पूरे देश में ‘‘आप’’ समर्थकों ने भारी विरोध प्रदर्शन कर भाजपा की केंद्र सरकार से जवाब मांगा। इस दौरान भाजपा हटाओ-देश बचाओ, मोदी तेरे राज में-मणिपुर जल गया आग में, केजरीवाल को लाना है-भाजपा मुक्त भारत बनाना है, जैसे तमाम नारे देशभर में गूंजे। वहीं, आम आदमी पार्टी ने शाम को जंतर-मंतर पर कैंडल जलाकर मोदी सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए प्रार्थना भी की।
जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए ‘‘आप’’ के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि आज पूरे देश से यह आवाज उठ रही है कि मणिपुर में हुई दरिंदगी पर पीएम मोदी को चुप्पी तोड़ देनी चाहिए या फिर उनको अपनी गद्दी छोड़ देनी चाहिए। पूरे देश में लोग कह रहे हैं कि मोदी जी को वोट मांगने के लिए पूरे देश में जाने और विदेशों में घूमने का मौका मिल जाता है, लेकिन मणिपुर पर वो छुप कर बैठे हुए हैं। इतना ही नहीं, संसद में मणिपुर के लोगों की आवाज उठाने पर राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। यह देश संजय सिंह का निलंबन वापस मांग रहा है। प्रधानमंत्री डरें नहीं, संसद में सामने आएं और मणिपुर में शांति बहाली की कार्य योजना के बारे में देश को बताएं।
‘‘आप’’ के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि आज मणिपुर के लोग बड़ी पीड़ा से गुजर रहे हैं। भाजपा के नेता कहते हैं कि मणिपुर की चर्चा करनी है तो राजस्थान की भी चर्चा करो। भाजपा से कहना है कि यह देश जहां पर भी बेटियों की आबरू पर संकट आता है, उस पर चर्चा करना चाहता है। तीन महीने से मणिपुर के लोग दर्द को महसूस कर रहे हैं। अगर प्रधानमंत्री को लगता है कि चुप्पी साध कर मणिपुर के दर्द को नजरअंदाज कर देंगे तो यह देश में संभव नहीं है। देश ने मोदी जी को नौ साल मौका दिया है। मोदी जी ने नारा लगाया था कि बहुत हुआ महिलाओं पर अत्याचार, अबकी बार मोदी सरकार। मोदी जी को मणिपुर-तमिलनाडु में जाकर वोट मांगने और विदेशों में घूमने का मौका मिल जाता है, लेकिन आपका 56 इंच का सीना मणिपुर की घटना पर कहा चला गया। प्रधानमंत्री कहां छुप कर बैठे हुए हैं। भाजपा के पास अब बहाना नहीं बचा है। भाजपा को मणिपुर के लोगों के दर्द का हिसाब देना पड़ेगा। मणिपुर की हिंसा में हजारों बच्चे गायब हो चुके हैं, माएं बिलख रही हैं। बहनों के साथ हो रहा अत्याचार वीडियो के माध्यम से देश के सामने आ चुका है। मणिपुर में घर जलाए जा रहे हैं। खून-पसीना लगाकर लोग अपना आसरा बनाते हैं। फिर भी भाजपा कहती है कि मणिपुर पर तब चर्चा करेंगे, जब राजस्थान पर चर्चा होगी। भाजपा वालों को शर्म नहीं आती है।
‘‘आप’’ दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि भाजपा को लगता है कि उसके पास ईडी-सीबीआई है। इसलिए विपक्ष और देश की आवाज दबा देगी। अंग्रेजों को भी यही लगता था कि उसके राज में सारी ताकत उसके पास है, लेकिन इसी देश के लोगों ने उनका अहंकार तोड दिया और अंग्रेजों को भारत छोड़कर जाना पड़ा। पूरे देश से आवाज उठ रही है कि अगर मणिपुर के लोगों के साथ न्याय नहीं हुआ और शांति स्थापित नहीं हुई, मुख्यमंत्री इस्तीफा नहीं दिया, प्रधानमंत्री संसद में जवाब नहीं दिए, तो देश के लोग मोदी सरकार को भी उखाड़ फेकेंगी। मणिपुर में हुई दरिंदगी के खिलाफ पूरे देश में आवाज उठ रही है। मोदी जी अपनी चुप्पी तोड़ें या फिर अपनी गद्दी छोड़ें। विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया पर गोपाल राय ने कहा कि मोदी जी को इंडिया से दर्द हो रहा है। कह रहे हैं कि यह इंडिया तो इस्ट इंडिया कंपनी वाला इंडिया है। यह इंडिया इंडियन मुजाहिद्दीन वाला इंडिया है। अगर मोदी जी की सत्ता के संरक्षण में देश के लोगों के पेट और इज्जत पर लात मारा जाता रहेगा, तो इस देश की जनता इंडिया को जिताने और मोदी को हराने जा रही है। इसलिए मोदी जी डर रहे हैं।
‘‘आप’’ के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि देश में कहीं किसी को दर्द है तो वो पूरे भारत (इंडिया) का दर्द है। अगर भारत को आगे बढ़ाना है तो देश के हर व्यक्ति को इस दर्द को अपने सीने में दबा कर आगे बढ़ना पड़ेगा। सभी को एक-दूसरे के साथ खड़ा होना पड़ेगा। यह लड़ाई हमें घर-घर पहुंचानी है। मणिपुर की आवाज को संसद में उठाने के कारण हमारी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को निलंबित कर दिया गया। देश के लोग संजय सिंह के निलंबन को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। प्रधानमंत्री डरें नहीं, संसद में विपक्ष के सामने आएं और मणिपुर में शांति स्थापित करने की कार्य योजना के बारे में बताएं। संसद का केवल उद्घाटन कर देने से उसका मान सम्मान नहीं बढ़ जाता है, संसद का मान सम्मान सत्ता व विपक्ष की देश के प्रति जिम्मेदारियों के निर्वहन से पैदा होता है। मोदी जी को मणिपुर पर अपना मुंह खोलना ही पड़ेगा। अगर आज मोदी जी चुप रहेंगे तो 2024 में देश में जाकर बोलने लायक नहीं बचेगे। वोट के लिए मोदी जी को लोगों के बीच में जाना ही पडेगा। अगर मोदी जी अपनी चुप्पी तोडेंगे तभी ये देश उनको सुनने को तैयार होगा।
दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री इमरान हुसैन ने कहा कि मणिुपर को लेकर पूरे देश की जनता में भारी रोष है। आज देश की स्थिति यह है कि अगर कोई संसद में प्रधानमंत्री से सवाल करता है तो उसको सस्पेंड कर दिया जाता है। देश की आवाज उठाने वाले सांसद संजय सिंह ने संसद में मणिपुर का सवाल उठाया और प्रधानमंत्री से जवाब मांगा तो उनको पूरे सत्र के लिए बाहर कर दिया गया। वो संसद के बाहर धरने पर बैठे हैं। महिलाओं की आवाज उठाना क्या उनकी गलती है। आज पूरा देश उनके साथ है। मोदी जी को देश के लोगों ने जनादेश दिया है, उनको मणिपुर जाकर आरोपियों को सबक सिखाना चाहिए। लेकिन मोदी जी विपक्ष की आवाज दबाने में लगे हुए हैं। मोदी जी के कहने और करने में बहुत फर्क है
वहीं, जंतर-मंतर पर मणिपुर को लेकर हुए विरोध-प्रदर्शन के कार्यक्रम को संचालित करते हुए ‘‘आप’’ के विधायक दिलीप पांडे ने कहा कि इस देश में महिला के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ रहा है। मणिपुर की जनता ने बहुत बर्दाश्त किया है। जब से मणिपुर जल रहा है, तब से लेकर आज तक प्रधानमंत्री आठ देशों में जा चुके हैं, लेकिन मणिपुर में न तो मोदी जी गए और न तो उस पर एक शब्द बोले ही हैं। मोदी जी मौन हो गए हैं। जबकि वो बहुत बढिया भाषण देते हैं। मणिपुर के लोगों के खिलाफ हो रहे अत्याचार पर प्रधानमंत्री कुछ नहीं बोल रहे हैं। मणिपुर में कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री के साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री की भी है। मणिपुर के सीएम के साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को भी इस्तीफा देना चाहिए। मणिपुर में न बेटी बच रही है, न लोगों का घर बच रहा है और केंद्र सरकार सारे अत्याचारों पर चुप बैठी है। अप्रैल से मणिपुर में घटनाएं शुरू हुई। उसके बाद 19 मई को मोदी जी जपान, 21 मई को पापुआ न्यू गिनी, 22 मई को आस्ट्रेलिया, 20 जून को अमेरिका, 24 जून को इजिप्ट, 13 जुलाई को फ्रांस, 15 जुलाई यूएई चले गए। इन देशों में दुनिया भर की तमाम बातें की, लेकिन मोदी जी के मुंह से मणिपुर के लिए एक शब्द नहीं निकला। हमने कैसा प्रधानमंत्री चुन लिया है। मणिपुर लहूलुहान है, महिलाओं की अस्मिता लूटी जा रही है, हत्याएं हो रही हैं, लेकिन मोदी जी को मणिपुर के लोगों की चिंता नहंी है। दूसरे देशों की संसद में मणिपुर की चर्चा हो रही है, लेकिन अपने देश की संसद में मणिपुर पर चर्चा नहीं हो रही है। यह देश का दुर्भाग्य है। यह हमारे देश के लोकतंत्र की हालत है। हमें एकजुट होना पड़ेगा और अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद करनी होगी।
इस दौरान विधायक राखी बिड़लान ने कहा कि जब से केंद्र में गूंगी-बहरी सरकार आई है, तब से देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ता जा रहा है। हमें आज चौथी पास राजा के खिलाफ आवाज बुलंद करनी होगी। जिसको विदेश घूमने और अपने आप को चमकाने का इतना लालच है कि वो अपने देश की बहन-बेटियों पर हो रहे अत्याचार पर मौन धारण करके बैठ गया है। प्रधानमंत्री को देश की बेटियों की सुरक्षा की चिंता नहीं है। देश की बेटियों की सुरक्षा की मांग करने वालों को संसद से बाहर का रास्ता दिखाया जाता है। किसान बिल का विरोध करने पर भी संजय सिंह को संसद से निलंबित किया गया था। देश की सेवा करने वाले फौजी की पत्नी की नग्न हालत में परेड कराई जाती है, मोदी सरकार को शर्म आनी चाहिए। केंद्र सरकार मौन बैठी है। निर्भया कांड के दौरान पूरा देश इकट्ठा हुआ था, आज मणिपुर की बेटियों के लिए पूरे देश को एकजुट होना होगा और केंद्र सरकार को उखाड़ फेंकना है, जो इस मामले पर मौन है।