चाइल्ड एक्टर्स से लेकर लीडिंग लेडीज़ तक, भारतीय अभिनेत्रियाँ जिन्होंने अपने प्रदर्शन से स्क्रीन पर लायी बाहार

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भारतीय सिनेमा की दुनिया में असाधारण महिलाओं की एक अलग ही लीग मौजूद है, जिन्होंने बहुत कम उम्र में अपने अभिनय यात्रा की शुरुआत की। ये प्रतिभाशाली अभिनेत्रियाँ न केवल अपनी स्टार पावर बरकरार रखने में कामयाब रहीं बल्कि अपनी प्रतिभा और प्रदर्शन से दर्शकों का भी मनोरंजन किया। आइए ऐसी प्रमुख महिलाओं पर डाले एक नज़र, जिन्होंने बाल कलाकार के रूप में अपनी शुरुआत की और आगे चलकर अपने हुस्न से फैंस को अपना कायल बना दिया:

तब्बू:
तब्बू बहुमुखी प्रतिभा का पर्याय है, जिन्होंने छोटी उम्र में ही एक्टिंग करना शुरू कर दिया था। एक बाल कलाकार के रूप में फिल्म इंडस्ट्री में उनके शानदार करियर की शुरुआत की, जो कई दशकों के बाद आज भी सफलतापूर्वक जारी है । जब तब्बू 11 साल की थीं, तब उन्होंने “बाज़ार” (1982) में एक अज्ञात भूमिका निभाई और जब वह 14 साल की थीं तब उन्होंने फिल्म “हम नौजवान” (1985) में देव आनंद की बेटी की भूमिका निभाई। हर परफॉरमेंस के साथ वह खुद को और अपने कैरेक्टर्स को फिर से परिभाषित करना जारी रखती हैं और साथ ही यह भी साबित करती हैं कि जब प्रतिभा और उत्कृष्टता की बात आती है तो उम्र महज एक संख्या है।

रिताभरी चक्रवर्ती:
एक्ट्रेस रिताभरी चक्रवर्ती के व्यक्तित्व में शालीनता और प्रतिभा झलकती है, जिसे दर्शक खूब पसंद करते हैं। अपनी मासूमियत और करिश्मे से सबका दिल जीतने वाली रिताभरी ने फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने से पहले कई टेलीविजन शो और विज्ञापनों में काम किया। चक्रवर्ती ने 15 साल की उम्र में टेलीविजन की दुनिया में अपना पहला कदम रखा और हाई स्कूल में रहते हुए मॉडलिंग में अपना हाथ आजमाया। उन्होंने लोकप्रिय भारतीय बंगाली टीवी सीरीज़ “ओगो बोधु सुंदरी” में लीडिंग लेडी के रूप में शुरुआत की। मैनस्ट्रीम और ऑफबीट दोनों फिल्मों में बेबाकी से विभिन्न भूमिकाएं निभाने की उनकी कला स्क्रीन पर कमान संभालने की उनकी क्षमता को दर्शाती हैं।

कोंकणा सेन शर्मा:
प्रतिभा की धनी कोंकणा सेन शर्मा ने बंगाली फिल्म इंडस्ट्री में एक बाल कलाकार के रूप में अपने कैरियर का आगाज़ किया। कोंकणा ने अभिनय की दुनिया में अपना शुरुआती कदम बंगाली फिल्म “इंदिरा” (1983) में एक चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में रखा। बाल किरदारों से प्रमुख किरदारों में परिवर्तन करते हुए उन्होंने सहजता से अपने अभिनय कौशल से दर्शकों का खूब प्यार जीता। एक युवा प्रतिभा से एक प्रमुख अभिनेत्री तक का उनका सफर फ़िल्म इंडस्ट्री में उनकी उल्लेखनीय विकास का प्रमाण है।

भारतीय सिनेमा में चाइल्ड एक्टर्स से लेकर लीडिंग लेडीज़ तक इन अभिनेत्रियों का विकास उनके समर्पण, कड़ी मेहनत और स्क्रीन पर उनकी प्रतिभा का जीता जागता उदाहरण है। यह महिलाएं प्रशंसकों और महत्वाकांक्षी अभिनेताओं को अपने सपनों का पीछा करने और अपनी प्रतिभा को अपनाने के लिए प्रेरित करतीं हैं।

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