*हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं, हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है: संदीप पाठक
*जो पार्टी मेयर के चुनाव में वोटों की चोरी कर सकती है वह बड़े-बड़े चुनावों में कुछ तो घपलेबाजी करने की कोशिश करती होगी: संदीप पाठक
*जब तक चंडीगढ़ में हमारा मेयर नहीं बन जाता तब तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी: संदीप पाठक
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी की बड़ी जीत हुई है। मेयर चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने रिटर्निंग ऑफिसर को फटकार लगाई है और कहा है कि हम लोकतंत्र की हत्या नहीं होने देंगे। सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और संगठन महामंत्री डॉक्टर संदीप पाठक ने सोमवार को कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं। इसी तरह के फैसलों से ही देश का भरोसा न्यायपालिका पर बना हुआ है। हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। चंडीगढ़ चुनाव में सीधे-सीधे 20 वोट आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को पड़ी थीं जबकि 16 वोट बीजेपी को मिली थीं। हमारी 20 वोटों में से 8 वोटों को बेईमानी करते हुए रद्द कर दिया गया लेकिन भाजपा की चोरी करने की करतूत कैमरे में कैद हो गई। हम वोटों की चोरी के मामले को सुप्रीम कोर्ट में लेकर गए और आज सुप्रीम कोर्ट ने आज तल्ख टिप्पणी करते हुए रिटर्निंग ऑफिसर को फटकार लगाई है। हमारी मांग है कि मेयर चुनाव में चोरी करने वाले अधिकारी पर आपराधिक मुकदमा चलना चाहिए।
डॉ संदीप पाठक ने आगे कहा कि चंडीगढ़ में जब तक हमारा मेयर नहीं बन जाता तब तक हम लड़ाई लड़ते रहेंगे। जिस तरीके से भाजपा कैमरे के सामने वोटों की चोरी करते हुए पकड़ी गई है उसको एक आपराधिक साजिश के रूप में देखना चाहिए और उनकी जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। ऐसा नहीं है कि आपने कोई सामान चोरी किया और बाद में वापस कर दिया तो आप चुपचाप निकल जाओगे। इस मामले में जिम्मेदार अधिकारी को सजा होनी चाहिए। चंडीगढ़ चुनाव के साथ-साथ अगर हम इसे देश के परिपेक्ष में देखें तो देश के लोगों के मन में लंबे समय से कई सवाल हैं। कई लोग ईवीएम पर सवाल उठाते आए हैं। कई लोगों को संदेह होता है कि कहीं चुनाव में कोई घपला तो नहीं हो रहा है, या घपले की कोई संभावना तो नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि जो पार्टी एक मेयर के छोटे से चुनाव में वोटों की चोरी कर सकती है वह बड़े-बड़े चुनावों में कुछ तो घपलेबाजी करने की कोशिश करती होगी। ऐसा पहली बार हुआ है कि बीजेपी की चोरी कैमरे में कैद हो गई। मैं आपको बताता हूं कि रिटर्निंग ऑफिसर और कैमरामैन के बीच में गठजोड़ हुआ था कि जब मैं इशारे करुंगा तो तुम कैमरा बंद कर देना। रिटर्निंग ऑफ़िसर की तरफ से इशारा मिलने पर कैमरा चलाने वाले ने गलती से कैमरे की जगह टीवी बंद कर दिया। उसको लगा कि कैमरा बंद हो गया है लेकिन लाइव स्ट्रीमिंग चालू थी। इस चक्कर में यह फंस गए। हमारे ऊपर भगवान की कृपा है कि यह सच्चाई लोगों के सामने आ गई। जब पाप का घड़ा भर जाता है तो ऊपर वाला अपनी चकरी चलाता है, झाड़ू चलाता है। चंडीगढ़ के अलावा पता नहीं इन लोगों ने कहां-कहां पर धांधलेबाजी की होगी। इन लोगों को जवाब देना चाहिए कि ऐसे कितने चुनावों में इन लोगों ने चोरी की है और आगे कहां-कहां डकैती डालने के इनके प्लान हैं।