अपने-अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए दो राजनीतिक पार्टियों ने गठबंधन किया जिसमें एक आरोपी तो दूसरा उसका वकील – वीरेन्द्र सचदेवा

Listen to this article

*केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ उनके विधायक, निगम पार्षद तक अवाज नहीं उठा रहे हैं – वीरेन्द्र सचदेवा

*जेल से गैंग चलते देखे हैं सरकार नहीं – मनोज तिवारी

*केजरीवाल के जेल जाने की आज जितनी खुशी असली कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हुई होगी उतनी खुशी तो दिल्ली वालों को भी नहीं हुई होगी – मनोज तिवारी

*केजरीवाल को समझना होगा कि कानून उन तक पहुंच चुका है और शीघ्र न्याय होगा और उन्हें सज़ा भी होगी – बांसुरी स्वराज

*केजरीवाल को आज अन्ना हजारे को धोखा देने का फल मिल रहा है – बाँसुरी स्वराज

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आज हमने दिल्ली में आम आदमी पार्टी को लगातार अपने भ्रष्टाचार को ढंकने के लिए संविधान एवं कानून का उल्लंघन एवं अपमान करते हुए देखा है, लेकिन सबने देखा है कि अपने-अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए दो राजनीतिक पार्टियों ने गठबंधन किया है जिसमें एक आरोपी है तो दूसरी पार्टी उसकी वकील बनी है लेकिन लम्बी दांव पेंच के बावजूद भी कोर्ट से राहत नहीं मिली।

कोर्ट ने लम्बी सुनवाई के बाद केजरीवाल के कांग्रेसी वकीलों के तर्कों को नकारते हुऐ उनका एक सप्ताह का रिमांड ई.डी. को दिया।

मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर द्वारा संचालित संवाददाता सम्मलेन को सांसद मनोज तिवारी एवं बांसुरी स्वराज ने भी मीडिया रिलेशन विभाग प्रमुख विक्रम मित्तल की उपस्थिती में संबोधित किया और केजरीवाल और एवं आम आदमी पार्टी के नेताओं द्वार पिछले कई दिनों से किए जा रहे नौटंकी का पर्दाफाश किया।

श्री वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि आज 10वें सम्मन के बाद जब अरविंद केजरीवाल को ईडी गिरफ्तार कर चुकी है तो अब आम आदमी पार्टी के विधायक, निगम पार्षद और यहां तक कि उनके करीबी भी उनका साथ नहीं दे रहे हैं। सड़कों पर हर घर से केजरीवाल निकलने की बात करने वाली सुश्री आतिशी को भी दिल्ली की सड़के शांत दिखाई दे रही है।

सचदेवा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जिस दिन शराब नीति लाए उस दिन से ही दिल्ली भाजपा सड़को पर थी और इस बात को कहती रही कि यह शराब नीति व्यक्तिगत फायदे के लिए लाई गई है। केजरीवाल जो शराब नीति को फायदेंमंद बताते थे लेकिन जैसे-जैसे जांच के बाद परते खुलती गई वैसे वैसे यह बात स्पष्ट हो गई की यह भ्रष्टाचार का खेल है।

उन्होंने कहा कि जब भाजपा के विरोध के बाद जांच शुरू हुई और जब इस मामले में मनीष सिसोदिया को सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किया गया तो उस दिन केजरीवाल ने यूटर्न ले लिया क्योंकि अरविंद केजरीवाल का इतिहास रहा है कि ऐसा कोई सगा नहीं जिसको केजरीवाल ने ठगा नहीं।

सचदेवा ने जब केजरीवाल की बारी आई और उन्हें ईडी के सम्मन आने लगे तो केजरीवाल ने हर बार नया बहाना बनाया और अब तक जितने भी सम्मन आए उन पर सिर्फ बहाने बनाए गए। केजरीवाल मुख्यमंत्री बनने के बाद जिस हठधर्मी में उतरे थे आज उन्हें भी समझ आ गया है कि देश का कानून सबके लिए एक समान है।

सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली की हर गली में पटाखे छूटे हैं या फिर मिठाइयां बंटी है। वे सभी बहने एक-दूसरे के गले लगकर बधाइयां दी रही है क्योंकि दिल्ली को दिलासा देकर लूटने वाला और अपने झूठ में फंसाकर दिल्ली को 10 साल पीछे करने वाले केजरीवाल आज सही मायने में अपनी जगह सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा पर बार बार इस मामले में सवाल उठाना बिल्कुल निराधार है क्योंकि बेल देना सजा देना कोर्ट का काम है भाजपा का नहीं। भाजपा हमेशा भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ी थी, खड़ी है और खड़ी रहेगी चाहे भ्रष्टाचारी कितने भी बड़े पद पर ही क्यों ना हो।

तिवारी ने जेल से सरकार चलाने वाले बयान पर कहा कि जेल के अंदर से गैंग चलते देखा गया है सरकार नहीं। वे सभी बस मार्शल, गेस्ट टीचर्स आज खुश बेहद खुश है जिन्हें अरविंद केजरीवाल ने नौकरी से निकाल दिया है। आज जितनी खुशी अरविंद केजरीवाल के जेल जाने की असली कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को हुई है उतनी खुशी तो दिल्ली वालों को भी नहीं हुई होगी। आखिर कांग्रेस को चोर कह कर सत्ता में आये केजरीवाल आज खुद जेल जा पहुंचे।

बांसुरी स्वराज ने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करने वाले केजरीवाल के ऊपर जब जांच बैठी तो उन्होंने सिर्फ जांच से भागने के अलावा कुछ नहीं किया। नवंबर से ही जांच एजेंसियों ने आरोप लगाया कि 100 करोड़ रुपए का किक बैक पार्टी द्वारा अपनी राजनीतिक एक्टिविटी मे इस्तेमाल किया गया और पार्टी के मुखिया होने के नाते अरविंद केजरीवाल से बिना पूछ इन पैसों का इस्तेमाल नहीं किया गया होगा इसलिए इस पूरे मामले में प्रमुख आरोपी अरविंद केजरीवाल हैं।

उन्होंने कहा कि गत दो साल से केजरीवाल कानून के साथ आंख मिचौली कर रहे हैं, मामले को लंबा खींचने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन अब उन्हें समझना होगा कि कानून उन तक पहुंच चुका है और शीघ्र न्याय होगा और उन्हें सज़ा भी होगी।

बांसुरी स्वराज ने कहा कि कोर्ट में जब जज ने अरविंद केजरीवाल के वकील से सम्मन पर जांच एजेंसियों के सामने पेश होने की बात पूछी तो केजरीवाल के वकील ने मना कर दिया। इसके बाद उन्हें कस्टडी में भेजा गया ताकि आगे की पूछताछ हो सके।

उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज करने वाले केजरीवाल को पता था कि सुप्रिम कोर्ट उनकी याचिका को खारिज कर देगा इसलिए उन्होंने पहले ही केस वापस ले लिया।

स्वराज ने कहा की केजरीवाल को आज अन्ना हजारे को धोखा देने का फल मिल रहा है।

Print Friendly, PDF & Email

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *