*अलग अलग सबसे मिलोगे तो सब आपका फुटबॉल बना देंगे – सौरभ भारद्वाज
*एलजी साहब को सामने बिठाइये, जहां कहेंगे, वहाँ हमारे मंत्री साइन कर देंगे – सौरभ भारद्वाज
*भाजपा के एलजी की ओर से नौकरी से निकाले गए बस मार्शलों के साथ खड़ी है ‘‘आप’’, एलजी कार्यालय के बाहर बस मार्शलों से मिलने पहुँचे मंत्री-विधायक
- भाजपा के एलजी साब ने हजारों बस मार्शलों की नौकरी छीनकर आपके परिवारों को उजाड़ दिया है- कुलदीप कुमार
- केजरीवाल सरकार ने बस मार्शलों को नौकरियां दी, भाजपा के एलजी ने नौकरी से निकाला – कुलदीप कुमार
- भाजपा के सांसद, एलजी और आम आदमी पार्टी के विधायक और मंत्री एक साथ बैठें तो हल निकल जाएगा- सौरभ भारद्वाज
- यह बड़ा मौका है कि बस मार्शल, आप के विधायक, मंत्री, भाजपा के विधायक, सांसदों को साथ लेकर एलजी साहब के पास जाएं, यह अफसोस की बात है कि आज भाजपा नहीं आई- सौरभ भारद्वाज
- बैठक में एलजी साहब हमसे जहां पर हस्ताक्षर करने के लिए कहेंगे, हम तुरंत कर देंगे और आप बहाल हो जांएगे- सौरभ भारद्वाज
- पहले भी आम आदमी पार्टी बस मार्शलों की बहाली को लेकर एलजी साहब से कई बार गुहार लगा चुकी है- कुलदीप कुमार
- बस मार्शलों की बहाली के लिए कई बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन भाजपा के कहने पर एलजी साहब इसे नजरअंदाज कर रहे हैं- संजीव झा
- मैं भाजपा से कहना चाहता हूं वे हमारे साथ एलजी के पास चले – संजीव झा
- बस मार्शलों ने कई आपराधिक घटनाएं होने से रोकी, फिर भी एलजी साहब ने तुगलकी फरमान जारी कर इन्हें बर्खास्त कर दिया- रोहित मेहरौलिया
आम आदमी पार्टी भाजपा के एलजी द्वारा नौकरी से निकाले गए बस मार्शलों के साथ खड़ी है। बुधवार को एलजी कार्यालय के बाहर बस मार्शलों द्वारा किए जा रहे विरोध-प्रदर्शन में दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज और आम आदमी पार्टी के विधायक कुलदीप कुमार, संजीव झा, रोहित कुमार, प्रवीण कुमार और पवन शर्मा शामिल हुए। इस दौरान कुलदीप कुमार विधायक ने कहा कि भाजपा के एलजी ने हजारों बस मार्शलों की नौकरी छीनकर आपके परिवारों को उजाड़ दिया है। जबकि केजरीवाल सरकार ने आपको नौकरियां दी। इसलिए इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपने वोट की ताकत से भाजपा को ऐसा सबक सिखाइए कि फिर ये किसी की नौकरी छीनने की हिम्मत ना करें। उन्होंने कहा कि धरना-प्रदर्शन से एलजी को कोई फर्क नहीं पड़ता है, लेकिन ‘‘आप’’ और भाजपा को पड़ता है। क्योंकि दोनों चार महीने बाद दिल्ली में चुनाव लड़ने जा रहे हैं। यह बड़ा मौका है कि आप सभी पार्टियों को साथ लेकर एलजी साहब के पास जाएं। फिर देखिए कि आपकी बहाली कैसे नहीं होती है
दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बस मार्शलों से कहा कि आप किसी की बात मत मानो। मैं भी जो कह रहा हूं उसे भी परखना। आप इस समय फुटबॉल की तरह हो गए हो। आप कभी आम आदमी पार्टी तो कभी भाजपा के पास जाते हैं। आप फुटबॉल की तरह वैसे ही घूम रहे हैं। इसी तरह गेस्ट टीचर भी घूम रहे थे। मैंने गेस्ट टीचरों को भी ये बात समझाई थी कि ये तुम्हें ऐसे ही घुमाते रहेंगे। ऐसे में जरूरी है कि दोनों को आमने-सामने लाकर बात की जाए। वरना सब अपनी-अपनी बात करेंगे। इसमें कोई बहुत ज्यादा लिखत-पढ़त की जरूरत नहीं है कि किस फाइल में क्या लिखा है और कौन सी फाइल कहां जाएगी। आदेश हो जाएंगे तो फाइल अपने आप जाएगी। लेकिन अगर आदेश नहीं होंगे तो फाइल अटकी रहेगी और आप परेशान रहोगे कि हमारी फाइल कहां है? आपकी फाइल कहीं नहीं है, क्योंकि जब तक आदेश नहीं आएगा, वो फाइल ऐसे ही किसी अधिकारी की टेबल पर पड़ी रहेगी।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मैंने आपके लोगों को भी कहा था कि दिल्ली में दो शक्तियां हैं। पहली भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किए गए एलजी वीके सक्सेना हैं और दूसरी दिल्ली की जनता द्वारा चुनी गई आम आदमी पार्टी की सरकार है, जिसके मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं। एलजी साहब चुनाव नहीं लड़ते, इसलिए आप भले ही उनके सामने लेट जाओ या कुछ भी कर लो, उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ेगा। आप लोगों के प्रदर्शन या नारा लगाने से एलजी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इससे आम आदमी पार्टी और भाजपा को फर्क पड़ेगा क्योंकि इन दोनों पार्टियों को 4 महीने बाद चुनाव लड़ना है, जिसमें आप लोगों के वोट चाहिए। मैंने ये बात लोकसभा चुनाव से पहले भी कही थी कि अभी सांसद का चुनाव होना है, जिसमें 7 उम्मीदवार भाजपा और 7 उम्मीदवार विपक्षी दलों के खड़े हो रहे हैं। मैंने कहा था कि आप इन सभी 14 लोगों को एलजी के पास लेकर जाओ और देखो आपका काम कैसे नहीं होता। वह बहुत बड़ा मौका था जो आपसे चूक गया। लेकिन आपके पास आज फिर मौका है, अगर आप समझदारी से नहीं चलोगे तो फिर यह मौका आपके हाथ से निकल जाएगा। क्योंकि चुनाव के बाद कोई नहीं देखता। जो भी होता है चुनाव से पहले होता है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ये 10 हजार लोग यानी 10 हजार परिवार हैं। अगर ये अपनी पर आ गए तो कोई भी सरकार बना सकते हैं और कोई भी सरकार गिरा सकते हैं। आपको किसी से झगड़ा करने की जरूरत नहीं है। अहिंसा की ताकत, अपने वोट की ताकत का इस्तेमाल करना है। दिल्ली में भाजपा के सात सांसद हैं और 8 विधायक हैं। आम आदमी पार्टी के 60 विधायक हैं। आप चाहें तो तीन हफ्ते या महीने भर का समय लेकर एक दिन तय करो और प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताओ कि आप एक दिन के लिए एलजी साहब से समय मांग रहे हो, जब सभी आम आदमी पार्टी के विधायक, मंत्री और भाजपा से सभी सांसद और विधायक आपके साथ शांतिपूर्ण तरीके से एलजी साहब के दफ्तर में बैठें। आप सभी हमारे साथ आओ और इस मामले पर फैसला करने के लिए एलजी साहब को चिट्ठी देकर आओ। मंत्री से जो करवाना है वो करवाएंगे और एलजी साहब से जो करवाना है वो करवाएंगे। उस बैठक में यदि एलजी साहब कहें कि इस कारण से बस मार्शलों की भर्ती नहीं हो रही है, आप यहां साइन करो दो, तो मैं आपके सामने कसम खाता हूं कि वहां साइन कर दूंगा। जहां एलजी साहब कहेंगे मैं वहां साइन कर दूंगा। अगर हमारे किसी भी मंत्री से भी इन बस मार्शलों को बहाल करने के लिए साइन करने की जरूरत होगी तो हमारे मंत्री साइन कर देंगे और हाथ से लिखकर दे देंगे। हमें इसमें कोई दिक्कत नहीं है। बशर्ते कि एलजी साहब कहें कि आप यह लिखकर दो कि हम बस मार्शलों की भर्ती कर लेंगे। यह सब आमने-सामने होना चाहिए। इसके बाद एलजी साहब विभाग को आदेश दे दें कि आपको बहाल कर दिया जाए और आप दोबारा बहाल हो जाएंगे। यह कोई ज्यादा लंबी प्रक्रिया नहीं है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आप भाजपा के समर्थकों से भी बात करिए। जो समर्थक भाजपा के नेताओं को जानते हैं, उन्हें लेकर आइए और उनसे कहिए कि हम दो गुट बना रहे हैं। इसमें से एक भाजपा के नेताओं को निमंत्रित कीजिए और उनकी वीडियो बनाइए। भाजपा के नेता कैमरे पर कहेंगे कि हम आएंगे। उसी तरह आम आदमी पार्टी के विधायकों और मंत्रियों को भी बुलाइए। जब ये लोग तैयार हो जाएंगे, मैं मंत्री होने के नाते अपनी तरफ से एलजी साहब को चिट्ठी भी लिख दूंगा कि हमारे बस मार्शलों ने इस तारीख को आपके साथ मीटिंग का दिन तय किया है, हम आपसे मिलने आ रहे हैं। दो-चार बस मार्शल भी अंदर आएंगे और बैठकर बात करेंगे। इसमें कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन इसे शांति से आगे बढ़ाओ और मीटिंग की कोई तारीख तय करो।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मैंने सुना था कि भाजपा सांसद रामवीर बिधूड़ी भी आने वाले हैं। इसलिए मैं भी आ गया। लेकिन वह नहीं आए तो कोई बात नहीं, हमारा उनसे कोई झगड़ा नहीं है। एक बार और रखते हैं। लेकिन आप लोग प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताओ कि इस तारीख को आपने आम आदमी पार्टी और भाजपा के नेता को बुलाया है और एलजी साहब के दफ्तर में जाएंगे। जब आप इसका इतना प्रचार कर दोगे तो सभी नेताओं को आना ही पड़ेगा। उनके पास इसके अलावा कोई चारा नहीं रहेगा। आप कहना कि मीटिंग में जो भी होगा हम मीडिया को बताएंगे और वीडियो भी बनाएंगे। जब आप इस तरह दबाव बनाएंगे तो आपको अपनी नौकरी 100 प्रतिशत वापस मिलेगी। क्योंकि आप गैर-कानूनी तरीके से सालों से नौकरी नहीं कर रहे थे। आपको तनख्वाह मिल रही थी और सब कुछ ठीक चल रहा था। उन्होंने कहा कि यह गलत है कि सीसीटीवी और पैनिक बटन लग जाने के बाद बस मार्शलों की जरूरत नहीं है। सीसीटीवी तो एलजी साहब के घर में भी लगे हुए हैं, लेकिन फिर भी उन्होंने भारी सुरक्षा ले रखी है। सीसीटीवी और सुरक्षा दोनों अलग-अलग चीजें हैं। डीटीसी की बसों में बस मार्शलों की जरूरत है। सरकार इसके लिए तैयार है। सरकार तो अलग-अलग राज्यों में जाकर बताती है कि हमने बसों में मार्शल लगाए हुए हैं।
‘‘आप’’ विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि पिछले एक साल से हमारे बस मार्शल भाई-बहन बेरोजगार हैं। नौकरी जाने की वजह से इनका घर-परिवार चलना मुश्किल हो गया है। यह मुद्दा सर्विसेज का है और सर्विसेज एलजी साहब के अधीन है। इसलिए आम आदमी पार्टी सभी बस मार्शलों को बहाल करने के लिए कई बार एलजी साहब से गुहार लगा चुकी है। बस मार्शलों के मुद्दे पर एलजी साहब से मिलने आए हैं। हम चाहते हैं कि भाजपा के लोग भी आएं और मिल-बैठकर बात कर इसका समाधान निकालें। दिल्ली सरकार की तरफ से जो भी मदद चाहिए होगी, हम करने के लिए तैयार हैं। लेकिन बस मार्शलों की नौकरी बहाल होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने इनको नौकरी देने का काम किया था, लेकिन आज यह दर-दर की ठोंकरे खा रहे हैं। एलजी साहब इनकी नौकरी छिनने का काम न करें। इनकी बहाली में जो भी बाधाएं आ रही हैं, उनको आज ही दूर किया जाए। सीएम अरविंद केजरीवाल का काम लोगों को रोजगार देना है, किसी का रोजगार छीनना नहीं है। अगर किसी मानसिकता के तहत बस मार्शलों का रोजगार छीना जा रहा है और किसी पर आरोप मढ़ा जा रहा है तो वह दुखद है।
विधायक संजीव झा ने कहा कि पिछले 10 महीने से बस मार्शल सड़कों पर हैं। इन्होंने गर्मी, बारिश, ठंड सारे मौसम झेला है। अरविंद केजरीवाल की सरकार चाहती है कि बस मार्शलों की बहाली हो जाए। बस मार्शलों ने कोरोना महामारी के दौरान बहुत अच्छा काम किया था। इसलिए दिल्ली के मुख्यमंत्री, परिवहन, राजस्व, गृहमंत्री समेत सभी बस मार्शलों की बहाली चाहते हैं। इस संबंध में कई बैठकें हुई हैं। लेकिन भाजपा के कहने पर एलजी साहब इन बैठकों को नजर अंदाज कर रहे हैं। आज बस मार्शलों ने कहा कि उनकी भाजपा के नेताओं से बात हुई है, आप भी आ जाइए, आमने-सामने बैठकर बात हो जाएगी। सांच को आंच क्या। अपने कहे के मुताबिक हम यहां आ गए हैं। मैं भाजपा के लोगों से कहना चाहता हूं कि वे हमारे साथ एलजी के पास चलें और उनसे बात करके आज फैसला हो जाए। भाजपा के नेता, सांसद, आम आदमी पार्टी के मंत्री और एलजी साहब साथ बैठें और अधिकारियों को बुलाएं। जहां हमारे मंत्रियों से साइन करवाना है, वह करने के लिए तैयार हैं। भाजपा इस पर गंदी राजनीति करना बंद कर दे। पिछले 10 महीने से इन लोगों का घर नहीं चल रहा है। कई लोग अपने घर वापस चले गए हैं।
विधायक रोहित कुमार मेहरौलिया ने कहा कि दिल्ली सरकार में तैनात बहुत सारे वरिष्ठ अधिकारी एलजी साहब का आदेश मानते हैं। एलजी साहब की तरफ से तुगलकी फरमान जारी किया गया था कि 10 हजार बस मार्शलों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया जाए। इन लोगों ने कोरोना काल के दौरान दिल्ली वालों की जान बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाला था। बसों में हमारी माताओं-बहनों को सुरक्षा दे रहे थे। आज कई उदाहरण है, जब बस मार्शलों ने कई आपराधिक घटनाओं को होने से रोका। इन 10 हजार बस मार्शलों के साथ 5-7 सदस्यों का उनका परिवार भी है। इनको नौकरी से हटाने के बाद 60-70 हजार लोगों की रोटी पर संकट आ गया है। उनके बच्चों की पढ़ाई पर संकट आ गया। एलजी साहब से हमारी मांग है कि उन्हें हमसे जो भी लिखवाना है, लिखवा लें। हम बैठक करने के लिए तैयार हैं। भाजपा को भी बुला लें। अगर कोई कमी है तो उसको ठीक करवाने के लिए तैयार हैं। हम बस मार्शलों के साथ हर तरह से साथ हैं। हमारी मांग है कि इन्हें जल्द से जल्द नौकरी पर बहाल किया जाएगा।