डीएमआरसी : मेट्रो परिसरों में सफाई को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान ‘स्वच्छता ही सेवा’ की भागीदार

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दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) स्वच्छ भारत मिशन की 10वीं वर्षगांठ के अवसर पर मेट्रो स्टेशनों,
आवासीय कॉलोनियों, निर्माण स्थलों और डिपो में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करके ‘स्वच्छता ही सेवा’ पहल
में सक्रिय रूप से भाग ले रही है।
डीएमआरसी कर्मचारियों, उनके परिवार के सदस्यों, निर्माण स्थल श्रमिकों आदि ने स्वच्छ भारत के लिए ‘जन
आंदोलन’ अभियान के समर्थन में लगभग 110 स्थानों पर ‘श्रमदान’ में हिस्सा लिया। नोएडा स्टाफ क्वार्टर में जीरो-
वेस्ट स्ट्रीट फूड फेस्ट का भी आयोजन किया गया। इसके अलावा, डीएमआरसी ने अपने परिसर के बाहर मेट्रो
स्टेशनों, डिपो और आवासीय कॉलोनियों के पास स्वच्छ वातावरण के लिए 70 स्वच्छता लक्ष्य इकाइयों (सीटीयू) को
अपनाया।
अभियान के उपलक्ष्य में आज डीएमआरसी ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया, जिसमें कर्मचारियों और
डीएमआरसी के स्टाफ क्वार्टर के निवासियों द्वारा लाइव संगीत प्रस्तुतियां दी गईं। इस कार्यक्रम में, स्वच्छता अभियान
हेतु सामुदायिक भागीदारी के महत्व को रेखांकित किया गया और प्रतिभागियों के बीच एकजुटता की भावना पर बल
दिया गया।
डॉ. विकास कुमार, प्रबंध निदेशक/ डीएमआरसी ने संपूर्ण मेट्रो नेटवर्क पर वीडियो संदेश साझा किया, जिसमें
यात्रियों से ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह किया गया है। उन्होंने इस बात पर जोर
दिया कि यह पहल डीएमआरसी की स्वच्छता और सफाई के प्रति प्रतिबद्धता के अनुरूप है, जो भावी पीढ़ियों के लिए
स्वच्छ और सबल पर्यावरण में योगदान के लिए प्रोत्साहित करती है।
स्वच्छता ही सेवा अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक मनाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य नागरिकों में स्वच्छता
के लिए सामूहिक जिम्मेदारी की भावना पैदा करने के लिए स्वैच्छिक ‘श्रमदान’ गतिविधियों को प्रेरित करना है।
स्वच्छता ही सेवा अभियान के लिए 2024 का मूलमंत्र “स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता” है। जन भागीदारी को
प्रोत्साहित करने के लिए, सभी मेट्रो स्टेशनों पर घोषणाएं की जा रही हैं, जिससे यात्रियों को अभियान के बारे में
जानकारी मिल सके, ताकि वे स्वच्छता गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल हो सकें और मेट्रो तथा उसके आसपास
के क्षेत्र को स्वच्छ रखने में साझा जिम्मेदारी की भावना सुदृढ़ हो सकें।

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