अगर आपके पास किसी अनजान लड़की का फ़ोन आये या सोशल मीडिया पर हाय हेल्लो का संदेश आए तो जरा रहे सावधान कहीं ऐसा न हो कि लड़की की मीठी मीठी बातों में फँस कर कहीं आप हनीट्रैप शिकार न हो जाए। जी हाँ
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है। जो हनीट्रैप में लोगों फँसाते और दिल्ली पुलिस की वर्दी पहनकर लोगो को डरा धमकाकर लाखो रुपए वसूला करते थे। जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़े हनी ट्रैप रैकेट का पर्दाफाश किया है। जिसमें आरोपी खुद को पुलिसकर्मी बताकर निर्दोष लोगों से पैसे वसूलते थे। इस रैकेट के 3 सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं, पकड़े गए 2 आरोपी पहले से ही दिल्ली के बिंदापुर थाना इलाके में एक हनी ट्रैप मामले में वांटेड थे। गिरफ्तार आरोपियों में नीरज त्यागी @ धीरो, आशीष माथुर, और दीपक @ साजन शामिल हैं। बताया जाता है कि आरोपी खुद को पुलिस अधिकारी बताते थे और फिर लोगों को अपने जाल में फंसा लेते थे। गैंग के सदस्य, विक्टिम लोगो को किसी लड़की के जरिए बुलाया करते थे, फिर वहां पुलिसकर्मी के रूप में घुसकर उन्हें धमकाकर पीड़ित शक्स से पैसे वसूला करते थे। बताया जाता है कि एक मामले में 60 साल के एक डॉक्टर को फंसाकर उनसे 9 लाख रुपये की उगाही करी गई थी। डॉक्टर को एक लड़की ने फोन करके अपने घर बुलाया, जहां आरोपियों ने उसे गलत काम में फंसाया और फिर उसे डॉक्टर को धमकाकर नौ लाख रूपए ऐंठ लिए।
बताया जाता है कि आरोपी नीरज त्यागी दिल्ली के तिलक नगर का रहने वाला नीरज 2015 से अपराध की दुनिया में एक्टिव था और हनी ट्रैप के मामलों में शामिल रहा है।
दूसरा आरोपी आशीष माथुर दिल्ली के कराला गांव का रहने वाला आशीष 2016-17 में गलत संगत में पड़ा और हनी ट्रैप रैकेट से जुड़ गया।
तीसरा आरोपी दीपक @ साजन हरियाणा के खरखोडदा का रहने वाला दीपक पहले भी डकैती के मामले में गिरफ्तार हो चुका है।
बहरहाल पुलिस ने आरोपियों के पास से दिल्ली पुलिस के 3 नकली आईडी कार्ड, एक दिल्ली पुलिस हेड कांस्टेबल की यूनिफॉर्म, एक कार, और 3 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। पुलिस मामले की जाँच में जुट गई है टोटल ख़बर दिल्ली से राजेश खन्ना की विशेष रिपोर्ट।