दिल्ली विधानसभा आठवी विधानसभा का पहला सत्र 24 फ़रवरी से प्रारंभ होकर तीन मार्च तक सदन चला। मंगलवार को दिल्ली विधान सभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस दिन सदन चलने के बाद अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। बता दें कि सदन शुरुआत चौबीस , पच्चीस , सत्ताईस , 28 फ़रवरी और तीन मार्च सदन की पाँच बैठके आयोजित करी गई। पाँच बैठकों में कुल अठारह घंटे और 18 मिनट तक सदन की कार्रवाई चली। पाँच दिनों में सदन में कुल 126 सदस्यों ने सदन में अपने विचार व्यक्त किए और विधान सभा के पहले सत्र के सदस्यों को बोलने का अवसर मिला। बता दें कि इस सदस्यों ने पहले दिन में 24 फ़रवरी को शपथ ली। जिसमें वरिष्ठ सदस्य से अरविंदर सिंह लवली प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किए गए थे। 25 फ़रवरी को उपराज्यपाल के द्वारा सदन को संबोधित किया गया। उप राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव में 16 सदस्यों ने भाग लिया। वार्ता में जानकारी देते हुए श्री गुप्ता ने कहा कि 25 फ़रवरी के दिन दिल्ली के उप राज्यपाल के अभिभाषण पर भी व्यापार है कि ख़राब और कार्रवाई करने में बाधा डालने के कारण मुझे उन्हें सदन से बाहर निकालना पड़ा। उन्होंने पीड़ा जारी करते हुए कहा कि यह बहुत दुखद था। जिस तरह से विपक्ष ने उस दिन बर्ताव किया। 27 फ़रवरी को मोहन सिंह बिष्ट को विधान सभा का उपाध्यक्ष के लिए चुना गया । पहले सत्र में दो रिपोर्ट प्रस्तुत करी गई। इस विषय पर चर्चा के लिए कुल 23 सदस्यों ने भाग लिया। बताया गया कि सदन में नियम 280 के तहत व्यक्त की 109 नोटिस प्राप्त हुई है तीन दिनों में बयालीस लोगों को सदन में उठाया गया। आइए देखते हैं टोटल ख़बरें के वरिष्ठ संवाददाता कि यह रिपोर्ट
2025-03-04