*आज हम बिहार दिवस मना रहे हैं लेकिन हमने लालू राज का वह बिहार भी देखा, जहां अपहरण एक उद्योग बन गया था – जगत प्रकाश नड्डा
*विश्व को प्रजातंत्र देने का काम बिहार ने किया था इसलिए बिहार को विकसित बनाने का संकल्प प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लिया है -जगत प्रकाश नड्डा
*लालू के जंगलराज में जिस बिहार को बीमारू राज्य बोलते थे आज वह बिहार अग्रणी राज्य में शामिल हो गया है – जगत प्रकाश नड्डा
*आज पूर्वांचल वासियों के बिना दिल्ली की आर्थिक प्रगति की कल्पना भी नही की जा सकती — वीरेन्द्र सचदेवा
दिल्ली भाजपा पूर्वांचल मोर्चा द्वारा आज अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित एक भारत- श्रेष्ठ भारत के तहत बिहार दिवस का कार्यक्रम मनाया गया जिसमें राष्ट्रीय भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा, केन्द्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा, सांसद मनोज तिवारी, कमलजीत सहरावत, बांसुरी स्वराज और दिल्ली सरकार में मंत्री आशीष सूद पूर्वांचलावसियों को संबोधित किया।
कार्यक्रम का संयोजन पूर्वांचल मोर्चा अध्यक्ष संतोष ओझा ने किया और कहा आज पूर्वांचल वासी दिल्ली एवं देश के आर्थिक, सामाजिक एवं अध्यात्मिक उत्थान में पूर्ण सहयोग दे रहे और साथ प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बिहार की डबल इंजन सरकार के द्वारा लाई प्रगति देख कर भी प्रसन्न हैं।
कार्यक्रम में बिहार के लोक आस्था के पर्व छठ पर्व, लोकगीत, लोक कला, बिहार के अलग-अलग झाकियों का भव्य प्रदर्शनी लगाई गई। मिथिला पेटिंग के साथ ही हस्तकला की प्रदर्शनी की भी खूब सराहना की गई, इसके साथ बिहार का स्वादिष्ट पारंपरिक भोजन लिट्टी चोखा भी व्यवस्था की गई।
कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश प्रताप सिंह, पूर्वांचल मोर्चा के प्रभारी विपिन बिहारी, सह-प्रभारी कौशल मिश्रा, कार्यालय मंत्री व्रजेश राय, सह कार्यालय मंत्री अमित गुप्ता, विधायक अभय वर्मा एवं चंदन चौधरी, मोर्चा महामंत्री जगदम्बा सिंह, संजय तिवारी, विशाल चंदेल सहित पूर्वांचल मोर्चा के सभी प्रदेश पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष व हजारों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
जगत प्रकाश नड्डा ने आज अपने संबोधन में कहा कि आज हम बिहार दिवस मना रहे हैं लेकिन हमने लालू राज में एक डूबता हुआ बिहार देखा, लोग शाम में घर से बाहर निकलने से डरते थे। उन्होंने कहा कि बिहार का अपना एक विशेष महत्व है चाहे वह जेपी आंदोलन की शुरुआत हो या फिर नालंदा विश्वविद्यालय की अपनी पहचान हो। विश्व को प्रजातंत्र देने का काम बिहार ने किया था इसलिए बिहार को विकसित बिहार बनाने का संकल्प प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लिया है और हम सब को मिलकर उसके लिए काम करना होगा।
जे पी नड्डा ने कहा कि मेरा भावनात्मक संबंध बिहार से है। जीवन में कोई व्यक्ति अपने बचपन को भूल नहीं सकता। मेरा बचपन, परवरिश ,पढ़ाई सब बिहार में हुई है। इसलिए मैंने उस जंगलराज को भी बेहतर तरीके से जाना और देखा हूं। जब शाम होते ही घर से बाहर निकलना मुश्किल था। उन्होंने कहा कि आज हम विकास की ओर अग्रसर बिहार को देखा है लेकिन यही बिहार लालू राज में डूबता हुआ था। एक समय ऐसा था जब पांच बजे के बाद पटना शहर बंद हो जाता था। मैंने वो दिन भी पटना में देखा था जब जेपी के आंदोलन के लिए फणींद्र नाथ रेणु ने अपना पुरस्कार छोड़ दिया था।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि लालू के जंगलराज में बिहार में अपहरण उद्योग था अंधेरा छा गया था लेकिन नीतीश कुमार जी के राज में उजाला आया और अब मोदी जी के नेतृत्व में विकास की नई बहार आई है। उन्होंने कहा कि आज बिहार में कई विश्व स्तरीय संस्थान बन रहे हैं। एशिया का सबसे बड़ा अस्पताल पटना में बनने वाला है। ऑल इंडिया मेडिकल इंस्टीट्यू ऑफ पटना दुनिया का सबसे बड़ा अस्पताल बनने वाला है। हमने कभी नहीं सोचा था कि बक्सर, जमुई और पूर्णिया में मेडिकल कॉलेज खुलेगा।
उन्होंने दिल्ली के सभी बिहारवासियों को दिल्ली में सरकार बनाने में अहम योगदान देने के लिए सभी का धन्यवाद दिया और कहा कि दिल्ली के बाद अब बिहार की बारी है। दिल्ली के सभी कॉलेज में बिहार के विद्यार्थियों की संख्या अच्छी खासी है। आज दिल्ली के कॉलेजों की बात करें तो डीयू के हिन्दू कॉलेज में 30%, किरोड़ीमल में 40%, हंसराज में 50%, रामजस कॉलेज 40 से 50%, स्टीफेंस कॉलेज में भी 10 से 15% छात्र बिहार के हुआ करते है। आप बिहार से यहां आए अच्छी बात है लेकिन आपको बिहार को वापस कुछ देना है। उन्होंने कहा कि बिहार को बीमारू राज्य बोलते थे आज अग्रणी राज्य में शामिल हो गया है। आज पटना के गंगा किनारे मरीन ड्राइव जैसा नजारा दिखता है जबकि एक समय शराब बोतल एवं शराबियों का जमवाड़ा दिखता था। इसलिए विकसित बिहार को संकल्पित करने के लिए अब हमें बिहार के लिए मेहनत करनी है।
वीरेन्द्र सचदेवा ने बिहार एवं पूर्वांचल के लोगों का दिल्ली की प्रगति में सहयोग के लिए अभिनंदन किया और कहा की आज पूर्वांचल वासियो ने दिल्ली के सामाजिक क्षितिज में अपना मजबूत स्थान बना लिया है और आज पूर्वांचल वासियों के बिना दिल्ली की आर्थिक प्रगति की कल्पना भी नही की जा सकती।