- मोदी सरकार ने अडानी के लिए कानून को ताक पर रखकर छूट दी और देश में घुसपैठियों को शरण देने का काम किया- संजय सिंह
- देश में 11 साल से भाजपा की सरकार है, अगर कहीं भी अवैध घुसपैठिया रहा रहा है तो उसके लिए मोदी सरकार जिम्मेदार है- संजय सिंह
- मेरा पासपोर्ट जब्त है, लेकिन सरकार ने देश का पैसा लूट कर भागने वाले नीरव मोदी, ललित मोदी, विजय माल्या, निति संदेसरा का पासपोर्ट जब्त नहीं किया- संजय सिंह
- हमें शर्म आती है कि चीन ने गलवान घाटी में हमारे 20 जवान शहीद कर दिए और भाजपा सरकार ने उसके साथ व्यापार बढ़ा दिया- संजय सिंह
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व सांसद संजय सिंह ने देश की सुरक्षा को लेकर हो रहे खिलवाड़ पर भाजपा सरकार को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि अगर देश की सुरक्षा के साथ सबसे ज्यादा खिलवाड़ किसी सरकार ने किया है तो वह भाजपा सरकार ने किया है। मोदी सरकार ने अपने दोस्त अड़ानी के लिए देश की सुरक्षा को ख़तरे में डालकर और क़ानून को ताकपर रखकर छूट दिया और सबसे ज्यादा घुसपैठियों को शरण देने का काम किया। देश में 11 साल से भाजपा की सरकार है और अधिकतर राज्यों में भी भाजपा की सरकार है। इसके बाद भी अगर देश में कहीं पर अवैध घुसपैठिया रहा रहा है तो उसके लिए मोदी सरकार जिम्मेदार है।
संजय सिंह ने कहा कि भारत की सुरक्षा सर्वाेपरि है। राष्ट्र की सुरक्षा के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं होना चाहिए। देश के अंदर किसी को भी अवैध तरीके से घुसपैठ करने की इजाजत नहीं होनी चाहिए। देश में अवैध घुसपैठियां नहीं होना चाहिए। लेकिन, पिछले 11 सालों से देश में आपकी सरकार है। ज्यादातर राज्यों में डबल इंजन की सरकार हैं। ऊपर भी मोदी जी और नीचे भी मोदी जी हैं। चारों तरफ महामानव की सरकार है। वह तो अपने आपको अवतार भी कहते हैं और उस अवतार की सरकार में घुसपैठ हो जा रही है। पिछले 11 साल से अगर हिंदुस्तान के किसी कोने में अवैध घुसपैठिए हैं, तो इसके लिए सीधे तौर पर भाजपा की सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी जिम्मेदार हैं।
संजय सिंह ने कहा कि देश की सीमाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी गृह मंत्रालय के पास है। सीमा पर बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) तैनात है। फिर भी चीन हमारी सीमा में घुसपैठ कर रहा है। हम चिल्लाते हैं, आवाज उठाते हैं, लेकिन सरकार के पास इस पर बोलने की फुर्सत नहीं है। गलवान घाटी में हमारे 20 जवान शहीद हो गए। हमें शर्म आती है कि सरकार चीन के साथ व्यापार बढ़ाने का काम किया। हिंदुस्तान का रुपया चीन तक पहुंचाने का काम किया है। टीएमसी के सांसद कह रहे थे कि सीमा बंगाल, असम और त्रिपुरा से लगती है। उस समय वहां कांग्रेस की सरकार थी, टीएमसी की सरकार थी। आधार कार्ड बन गया और उसी आधार कार्ड ने सब गड़बड़ कर दिया। उसी आधार कार्ड की वजह से एक बांग्लादेशी घुसपैठिया बंगाल से चलता है और असम, त्रिपुरा, झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश को पार कर दिल्ली आ गया है। और ये लोग चुपचाप देखते रहे, कुछ नहीं किया। किसी राज्य के अंदर कोई व्यक्ति आ गया तब उस राज्य की जिम्मेदारी होती है। लेकिन आजकल पूरा गृह मंत्रालय और भाजपा के लोग सुपरमैन की फिल्म देख रहे हैं।
संजय सिंह ने कहा कि बंगाल में बीएसएफ के पास 50 किलोमीटर तक की सीमा की सुरक्षा है। एक बांग्लादेशी सीमा पर खड़ा होता है, जहां बीएसएफ और गृह मंत्रालय होता है। फिर वह व्यक्ति 50 किलोमीटर की छलांग लगाता है और सीधे ममता बनर्जी के पास पहुंच जाता है। वह कहता है कि ममता जी, मुझे आधार कार्ड दे दीजिए। क्या सरकार 50 किलोमीटर की सीमा पर घुसपैठ को रोक नहीं पा रही है? अपनी नाकामी को नहीं बता रहे हैं। असम, त्रिपुरा और बंगाल की सीमाएं गृहमंत्रालय के जिम्मे हैं और उसकी सुरक्षा के साथ खिलवाड़ भाजपा की सरकार ने किया है। सरकार अपनी गलतियों का ठीकरा राज्य सरकारों पर मढ़ रही है।
संजय सिंह ने कहा कि सरकार कहती है कि भारत के अंदर कोई भी नागरिक अवैध पासपोर्ट या वीजा के साथ नहीं रह सकता। मैं इसका समर्थन करता हूं कि बिल्कुल नहीं रह सकता। लेकिन जो हिंदुस्तान के डकैत विदेशों में बैठकर हमें चिढ़ाते हैं, जिन्होंने हमारी बैंकों और आम आदमी का पैसा लूटा है, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी ने 20,000 करोड़ रुपये की लूट की और विदेश में बैठे हुए हैं। वे इस देश को चिढ़ा रहे हैं। आप उन्हें पकड़कर वापस क्यों नहीं ला सके? उनका पासपोर्ट जब्त क्यों नहीं किया? ललित मोदी को आपके नेताओं ने भगाया। वह भी 3,000 करोड़ रुपये लूटकर विदेश में बैठा है। विजय माल्या ने 9,000 करोड़ रुपये हिन्दुस्तान के बैंकों का लूटा। वह भी विदेश में बैठा है। हमने टीवी चैनलों पर खबरें देखीं कि विजय माल्या को लाया जाएगा, तिहाड़ जेल में रखा जाएगा, उसे सजा दी जाएगी। लेकिन वह आज भी विदेश में बैठकर हमें चिढ़ा रहा है। ललित मोदी ने वानुआतु देश की नागरिकता ले ली। नितिन संदेसारा ने 6,000 करोड़ रुपए लूटकर विदेश में बैठा हुआ है।
संजय सिंह ने आगे कहा कि मैं बड़े दुख और पीड़ा के साथ कह रहा हूं कि जिन बेईमानों ने हिंदुस्तान की जनता के बैंकों में डकैती डाली, उन्हें ये लोग विदेशों में मौज करा रहे है और मेरा पासपोर्ट जब्त है। क्या मैं हिंदुस्तान का नागरिक नहीं हूं? क्या मैं सर्वोच्च सदन का सदस्य नहीं हूं? अगर वास्तव में आपकी नीयत साफ है, तो आज हिंदुस्तान में जितने भी लोगों पर 50 करोड़ से ज्यादा का बकाया है, सबके पासपोर्ट जब्त कीजिए। कोई भी देश छोड़कर भागने न पाए।
संजय सिंह ने कहा कि 11 साल से आपकी केंद्र और राज्यों में सरकार है, लेकिन सरकार यह नहीं बता पा रही है कि कितने बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश से बाहर निकाला गया। 11 साल में कितनों को भगाया? बंगाल और बिहार का चुनाव आता है, तो राजनीति शुरू हो गई है। इससे ऊपर भी उठिए। उन्होंने कहा कि पंजाब में बीएसएफ की सीमा को 50 किलोमीटर तक बढ़ा दिया। इसके साथ ही, सरकार ने गुजरात के अंदर पाकिस्तान की सीमा पर एनर्जी पार्क बनाने के लिए देश की सुरक्षा कानूनों में ढील देने का काम किया है। अपने एक दोस्त अडानी को फायदा पहुंचाने के लिए देश की सुरक्षा के साथ समझौता किया गया। यह कितनी शर्मनाक बात है कि एक दोस्त के लिए आप देश की सुरक्षा के साथ समझौता करते हैं।
संजय सिंह ने आगे कहा कि जब दुनिया में भारत की बात आती है, तो हमारी पहचान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से होती है। हमारी पहचान गौतम बुद्ध से होती है, जिन्होंने विश्व को शांति और करुणा का संदेश दिया। हमारी पहचान बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर से है, जिन्होंने इस देश को एक ऐसा संविधान दिया जो समानता, न्याय और स्वतंत्रता का आधार बना। यह संविधान हमारी शक्ति है, हमारा गौरव है। लेकिन, मुझे आज बहुत शर्मिंदगी और दुख महसूस हो रहा है। मुझे शर्मिंदगी इस बात की है कि हमारे देश के नागरिकों के साथ जो व्यवहार हुआ, वह किसी भी सभ्य समाज के लिए अस्वीकार्य है। अमेरिका ने हमारे नागरिकों को हाथों में हथकड़ियां और पैरों में बेड़ियां बांधकर हिंदुस्तान की पवित्र धरती पर भेजा। यह हमारे देश के सम्मान पर चोट थी, हमारे नागरिकों की गरिमा पर हमला था।
संजय सिंह ने कहा कि यह शर्मनाक बात यह है कि इस देश की सरकार को इस पर कोई शर्मिंदगी महसूस नहीं हुई। आप हमारे नागरिकों का मजाक उड़ा रहे थे। यह व्यवहार न केवल असंवेदनशील है, बल्कि यह दर्शाता है कि आप अपने ही लोगों के सम्मान और दर्द के प्रति कितने उदासीन हैं। हिंदुस्तान के अंदर जो हमारे नागरिक लाए गए, उन्हें अमृतसर में हथकड़ियां बांध कर उतारा गया। उस वक्त प्रधानमंत्री भी वहां थेे, लेकिन उन्होंने कोई सवाल नहीं उठाया। अमृतसर से उन्हें कैदियों की वैन में हरियाणा छोड़ा गया। अपने ही देशवासियों के साथ यह कैसा व्यवहार है? एक ओर आप देशभक्ति और राष्ट्र की सुरक्षा की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं और दूसरी ओर अपने ही नागरिकों को अपमानित होने देते हैं। यह दोहरा चरित्र क्यों?
संजय सिंह ने कहा कि देश की सीमा की सुरक्षा के साथ सबसे ज्यादा खिलवाड़ और घुसपैठियों को पनाह देने का पाप अगर किसी पार्टी ने किया है, तो उसका नाम भारतीय जनता पार्टी है, मोदी जी की सरकार और गृहमंत्रालय है। दुनिया भर में इस देश की बैंकों को लूटने वाले चंद पूंजीपतियों को मौज कराने का अपराध नरेंद्र मोदी की सरकार और एनडीए ने किया है। हम राष्ट्रवादी थे, हैं और रहेंगे। हमें आपसे किसी प्रमाण-पत्र की जरूरत नहीं है। आपका इतिहास आजादी के आंदोलन में गद्दारी का रहा है।