दिल्ली विधानसभा का बिजली बिल ज़ीरो आएगा , विधानसभा का परिसर अब सौर ऊर्जा से जगमगाएगा, सौर ऊर्जा से विधानसभा की बिजली चलेगी। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना एवं विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने सोमवार को विधानसभा परिसर में 500 किलोवाट सौर ऊर्जा संयंत्र की आधारशिला रखी। इस अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। यह अभिनव परियोजना दिल्ली विधानसभा को देश की पहली ऐसी विधानसभा बनाएगी, जो पूरी तरह सौर ऊर्जा पर चलेगी और सतत व जिम्मेदार शासन का राष्ट्रीय मानक स्थापित करेगी। सौर ऊर्जा संचालित विधानसभा की पहल की सराहना करी। बताया जाता है कि संयंत्र की क्षमता 200 किलोवाट से बढ़ाकर 500 किलोवाट की गई है, जो स्थान और तकनीकी सीमाओं के बावजूद संभव हुआ-यह दिल्ली की नए स्वरूप और निरंतर विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने विधानसभा के आधुनिकीकरण और निरंतर विकास से जुड़ी पहलों की जानकारी दी, जिनमें विधानसभा पुस्तकालय का डिजिटलीकरण, नेशनल ई-विधान एप्लिकेशन (NeVA), लाइट एंड साउंड शो और बुनियादी ढांचे का नवीनीकरण शामिल है, ताकि विधानसभा को धरोहर के रूप में संरक्षित किया जा सके।
इसका मुख्य आकर्षण सौर ऊर्जा परियोजना है, जिससे हर महीने लगभग ₹15 लाख की बिजली की बचत होगी। अतिरिक्त बिजली उत्पादन के कारण यह मॉडल राजस्व उत्पन्न करने वाला भी बन सकता है। इस बचत से न केवल सौर ऊर्जा उपकरणों की लागत की भरपाई होगी, बल्कि विधानसभा की दीर्घकालिक विद्युत आवश्यकताएं भी पूरी होंगी, जिससे बिजली बिल शून्य हो जाएंगे।
विधानसभा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि यह परियोजना न केवल पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाएगी, बल्कि जनता को भी सौर ऊर्जा अपनाने के लिए प्रेरित करेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि दिल्ली के लोग भी सौर ऊर्जा को अपनाएंगे । सौर ऊर्जा परियोजना से होने वाली विधानसभा की ₹1.75 करोड़ की बिजली बचत विकास कार्यों में लगाई जा सकेगी। आइए देखते हैं टोटल ख़बरें के वरिष्ठ संवाददाता राजेश खन्ना की इस विशेष रिपोर्ट में दिल्ली के उप राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कहा देखिए यह रिपोर्ट
2025-05-13