*निगम स्कूलों की जर्जर हालत को नजरअंदाज करके क्या भाजपा की सरकार निगम स्कूलों में किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रही है।- देवेन्द्र यादव
*भाजपा के 15 साल तथा आम आदमी पार्टी के 3 वर्षों के निगम में शासन के बावजूद निगम स्कूलों की हालत बद से बदतर होती चली गई। – देवेन्द्र यादव
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने दिल्ली नगर निगम के 1500 से अधिक प्राथमिक स्कूलों की जर्जर हालत पर चिंता व्यक्त करते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल और दिल्ली के मेयर को आज दिनांक 31.7.2025 को पत्र लिखकर आगाह किया कि मासूम बच्चों की जिंदगी बचाने के लिए निगम स्कूलों की ढ़ांचागत हालात को सुधारने के लिए तुरंत हस्तक्षेप करें।
देवेन्द्र यादव ने पत्र के माध्यम से बताया कि 30-50 वर्ष पुराने भवनों में चल रहे 1500 में से चल 1185 स्कूलों में पढ़ने वाले लगभग 7.8 लाख छात्रों का जीवन संकट में है। 16 जुलाई को स्थाई समिति की बैठक में स्कूलों की जर्जर हालत और स्कूल भवनों में पानी भरने का मामला उठाया परंतु कोई ठोस निर्णय निर्णय सामने नही आया। दिल्ली नगर निगम क्या दिल्ली में भी राजस्थान के झालावाड़ जिला के पीपलोदी गांव के स्कूल हादसे जैसी घटना का इंतजार कर रहा है, जहां स्कूल की छत गिरने पर 7 बच्चों की मौत हो गई।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि इस वर्ष निगम स्कूलों के लिए 1693 करोड़ से अधिक बजट का प्रावधान है जो पिछले वर्ष के बजट से 48.2 करोड़ अधिक है। जब दिल्ली नगर निगम 1185 स्कूलों में 368 स्कूल जर्जर हालत में है और बाकि स्कूलों में भी उपयुक्त रख रखाव और मरम्मत की जरुरत है फिर निगम के 12 जोन में चलने वाले एक भी स्कूल के भवन की मरम्मत के लिए कोई काम क्यों नही हुआ। जहां पहाड़गंज जोन के 75 स्कूलों में 26 भवन जर्जर हालते है, वहीं करोल बाग जोन के 69 स्कूलों में 23 भवन जर्जर, केशव पुरम जोन के 89 स्कूलों में 35 भवन जर्जर, शाहदरा साउथ जोन के 127 स्कूलों में 33 भवन जर्जर शाहदरा नार्थ जोन के 103 स्कूलों में 14 भवन जर्जर, रोहिणी जोन के 80 स्कूलों में 23 भवन जर्जर, नजफगढ़ जोन के 110 स्कूलों में 36 भवन जर्जर, नरेला जोन के 145 स्कूलों में 26 भवन जर्जर सिविल लाईन जोन के 71 स्कूलों में 09 भवन जर्जर, सेंट्रल जोन के 94 स्कूलों में 53 भवन जर्जर, साउथ जोन के 120 स्कूलों में 59 भवन जर्जर और वेस्ट जोन के 102 स्कूलों में 31 भवन पूरी तरह जर्जर हालत में है।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि राजधानी में नंद नगरी, लामपुर, नरेला, सनौथ गांव, मंगोलपुरी, मेहराम नगर, गोकुलपुर गांव, कूंचा पंडित, नांगलोई के स्कूलों जर्जर हालत और अग्नि सुरक्षा के इंतजाम न होने की खबरे और तस्वीरें अखबरों और मीडिया में उजागर होने के बावजूद दिल्ली नगर निगम की ओर से कोई बयान नही आया है। 30 प्रतिशत स्कूल खतरनाक है और कभी भी गिरने की हालत में संचालित में भी किए जा रहे है, जिस पर दिल्ली नगर निगम द्वारा तुरंत कार्यवाही करने की जरुरत है।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि निगम स्कूल की बिल्डिंग गिरने की घटनाएं हर वर्ष हो रही है। इस वर्ष 17 मई को मोतिया खान चौक के पास हरि मंदिर स्कूल की दीवार गिर गई, पांच कारें क्षतिग्रस्त हुई। 10 अगस्त, 2024 को डिचांउ क्षेत्र में भारी बारिश के कारण निगम स्कूल की दीवार गिरने से दो लोग घायल हुए। 12 अगस्त 2024 को अशोक नगर के सरकारी स्कूल की दीवार गिरने कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए। 23 सितम्बर, 2023 को पूर्वी दिल्ली के दिलशाद गार्डन के क्षेत्र में बारिश के दौरान स्कूल की दीवार गिरने से 11 वाहन क्षतिग्रस्त हुए।
देवेन्द्र यादव ने दिल्ली के उपराज्यपाल और महापौर को दिल्ली के लाखों गरीब बच्चों की जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतू दिल्ली नगर निगम के जर्जर खतरनाक स्थिति में पहुंच चुके स्कूलों के भवनों के पुनर्निर्माण करने यथासंभव मरम्मत करने के संबंध में पत्र लिखकर दिल्ली के लोगों के कल्याण और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को जाहिर किया है।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली नगर निगम में 15 वर्षों तक भाजपा का शासन रहा और पिछले 3 वर्षो में आम आदमी पार्टी का शासन अब फिर निगम भाजपा के हाथ में है। परंतु निगम के स्कूलों की सुध लेने में भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनो निगम स्कूलों का पुर्नउद्धार करके व्यवस्थित करने में असफल रही है।*